खेल

राज्य के खिलाड़ियों को सम्मानित करने के क्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा हमारा सपना आनेवाले दिनों में देश का कोई भी खेल बिना झारखण्ड के खिलाड़ियों के पूरे ही न हो

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का कहना है कि हमारी सरकार इसी परिकल्पना के साथ आगे बढ़ रही है कि आने वाले दिनों में देश का कोई भी खेल बिना झारखंड के खिलाड़ियों के पूरा न हो। हर खेल में हमारे झारखंड के युवा खिलाड़ी अपने हुनर का प्रदर्शन कर पूरी दुनिया में देश और राज्य का नाम रोशन करें। उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज हरिवंश राय टाना भगत इंडोर स्टेडियम, मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, खेलगांव, रांची में आयोजित “खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को सम्मान राशि वितरण समारोह” को संबोधित करते हुए कहीं।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पुरस्कार पाने वाले सभी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज जिस प्रकार से यह स्टेडियम सजा है, जिस तरह से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे खिलाड़ी और प्रशिक्षक मौजूद हैं, जिस उद्देश्य के लिए यह परिसर और स्टेडियम बना है, आज का यह समारोह इस परिसर और स्टेडियम का वास्तविक शोभा बढ़ा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी परिकल्पना है कि इस तरह का आयोजन यहां लगातार होता रहे, ताकि इसका संदेश सिर्फ झारखंड ही नहीं पूरी दुनिया में गूंजे।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज झारखंड के खिलाड़ी उत्साहित होकर खेल के प्रति अपने आप को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। आप सभी खिलाड़ियों के इस प्रयास को हम यूं ही जाया नहीं होने देंगे। आपके हुनर को तराशने और एक बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की हर कोशिश हमारी सरकार करेगी। मैं स्वयं खेल के प्रति अपनी पैनी नजर बनाए रखता हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल के क्षेत्र में जो जो कार्य पिछले 20 वर्षों में नहीं हो पाया, जो गाड़ी बिल्कुल थम सी गई थी। हमारे खिलाड़ियों को समझ में नहीं आता था कि खेलते हुए हमारा भविष्य क्या होगा? खिलाड़ियों की ऐसी सभी चिन्ताओं को हमारी सरकार ने दूर करने का ईमानदार प्रयास किया है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी खिलाड़ियों से अपील किया कि आप चिंता न करें, आप खेल की दिशा में आगे बढ़े। आपके भविष्य की चिन्ता हमारी सरकार करेगी। आपका पूरा जीवन कैसे सुरक्षित हो, इसकी पूरी गारंटी के साथ आपको आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे। सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं उनके प्रशिक्षकों को भी आगे बढ़ाने का कार्य राज्य सरकार करेगी।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड के खिलाड़ियों को सिर्फ मेडल जीतने के लिए तैयार नहीं करेंगे, बल्कि झारखंड में खेल का एक वट वृक्ष तैयार करने के उद्देश्य से कार्य करेंगे। आने वाले समय में इस राज्य में खिलाड़ियों की नर्सरी वास्तविक रूप से सार्थक करने का प्रयास किया जाएगा। हमारी सरकार इस कार्य की ओर अग्रसर भी है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए खेल विभाग ने पंचायत, प्रखंड, जिला, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी कोशिश शुरू कर दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 40 खिलाड़ियों को सरकार ने सीधी नियुक्ति दी है, बात यहीं खत्म नहीं होगा। खिलाड़ियों की आगे भी नियुक्तियां होती रहेंगी। झारखंड के खिलाड़ियों ने जो हुनर दिखाया उसका लोहा मानना होगा। उन्होंने अपने ताकत के बल पर अपना स्थान बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में बहुत ही कम राशि खिलाड़ियों को बतौर सम्मान राशि वितरित की जाती थी, जो न्याय संगत नहीं था।

कोई भी नकद पुरस्कार 50 हजार से कम न हो, यह हमारी सरकार ने तय किया है। अब कोई भी पुरस्कार 50 हजार से कम का नहीं है और इसकी अधिकतम सीमा पांच करोड़ रुपए तक सरकार ने की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो शारीरिक रूप से ठीक नहीं है और खेल के प्रति जिनका रुझान है उनके लिए भी खेल प्रतिस्पर्धा हेतु अलग व्यवस्था बनाएंगे।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि पंचायत स्तर पर खेल संस्कृति को और मजबूत करने के लिए “सिदो-कान्हो युवा खेल क्लब” शुरू किया जा रहा है। प्रत्येक क्लब को प्रतिवर्ष 25,000/- (पच्चीस हजार रुपए) की अनुदान राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे क्षेत्र जो नक्सल प्रभावित हैं, वहाँ भी युवाओं को खेल से जोड़ कर सकारात्मक जीवन की ओर प्रेरित करने के उद्देश्य से सहाय योजना की शुरुआत हमारी सरकार ने की है। पिछले वर्ष लगभग 75 हजार खिलाड़ियों ने सहाय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस वर्ष हम इसका दायरा पांच जिले से बढ़ा कर 7 जिले करने वाले हैं।

27 अक्टूबर से झारखंड करेगा “एशियन महिला हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी-2023” की मेजबानी

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए देश के अंदर बेहतर कोचिंग दिलाने का कार्य राज्य सरकार करेगी। देश में पहली बार हॉकी इण्डिया एवं राज्य सरकार द्वारा झारखण्ड विमेंस एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी – 2023″ का आयोजन 27 अक्टूबर से 05 नवम्बर 2023 के बीच किया जा रहा है। इसमें एशिया के 06 देशों की टीमें भाग लेंगी। झारखण्ड की बेटियां भी इस टूर्नामेंट में खेलेंगी। यह पहला मौका है जब इतने बड़े प्रतियोगिता का आयोजन झारखण्ड में किया जा रहा है

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि खेल विभाग ने जोहार खिलाड़ी पोर्टल की शुरुआत भी की है, यह पोर्टल देश का पहला ऐसा पोर्टल है जहां खेल और खिलाड़ियों का डेटा एकत्रित कर उन्हें हर सम्भव मदद किया जाएगा। इस पोर्टल में खिलाड़ी और प्रशिक्षकों का पूर्ण विवरण होगा। इस अवसर पर पर्यटन, कला-संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि राज्य में नई खेल नीति बनने के बाद पहली बार खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के बीच सम्मान राशि का वितरण किया जा रहा है।

आज 222 खिलाड़ी तथा 52 प्रशिक्षकों के बीच लगभग पांच करोड़ रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप उन्हें प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में राज्य के खिलाड़ियों को एक बेहतर दिशा की ओर आगे बढ़ाया जा रहा है। आने वाले समय में भी खेल विभाग मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बेहतर कार्य योजना बनाते हुए खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों के हित में प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी।

इस अवसर पर राज्य सभा सांसद महुआ माजी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, विभागीय सचिव मनोज कुमार, नगर आयुक्त अमित कुमार, खेल निदेशक सुशांत गौरव सहित कई पूर्व ओलंपियन खिलाड़ी, सम्मानित हुए खिलाड़ी, प्रशिक्षक एवं अन्य गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।