राजनीति

कल तीव्र बुद्धि का प्रदर्शन और आज माफी, सदन में CM नीतीश कुमार ने कहा – मैं अपनी बातों को वापस करता हूं, अपनी निन्दा करता हूं, शर्म कर रहा हूं, दुख प्रकट कर रहा हूं

कल बिहार विधानसभा में सेक्स एजूकेशन पर अपने तीव्र बुद्धि का प्रदर्शन करनेवाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज विधानसभा में माफी मांगते नजर आये। शायद उन्हें इस बात का आभास हो गया कि भले ही बिहार के अखबार व अन्य मीडिया हाउस उनके भय से उनके इस तीव्र बुद्धि को प्रकाशित करने से खुद को अलग कर लिया हो। पर उनकी इस तीव्र बुद्धि की चर्चा राजधानी पटना से लेकर भाया दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में हैं।

अन्य राज्यों में छपनेवाले अखबारों व मीडिया हाउसों ने तथा सोशल साइट पर उपलब्ध अन्य गण्यमान्यों ने उनकी इस तीव्र बुद्धि की कड़ी निन्दा कर डाली है। जिससे उनकी वर्तमान छवि की छीछालेदर होनी शुरु हो गई है। शायद यही कारण रहा कि वे आज बिहार विधानसभा में बचाव की मुद्रा में थे।

आज विपक्षी दल शुरु से ही उन पर हमलावर रहा। हालांकि विपक्षी दल की भूमिका की भी इस पर आलोचना होनी चाहिए, क्योंकि होना तो ये चाहिए था कि जब नीतीश कुमार कल अपनी तीव्र बुद्धि का प्रदर्शन कर रहे थे, तभी सभी विपक्षी दलों को एक स्वर से उनकी निन्दा उसी वक्त करनी चाहिए थी कि वे एक मुख्यमंत्री रहते हुए ऐसा क्यों वक्तव्य दे रहे हैं।

लेकिन विपक्षी दलों को शायद ज्ञान तब आया, जब उन्होंने देश के बड़े मीडिया हाउसों व सोशल साइट पर लोगों को नीतीश कुमार की खुलकर आलोचना करते देखी तथा उनके अंदर महिलाओं के प्रति उपजी घटिया सोच पर अंगूलियां उठती दिखी। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल विधानसभा में कहा था –

कि अगर पढ़ लेगी लड़की और वो जब शादी होगा लड़का लड़की में, तो जो पुरुष है वो तो रोज रात में जब शदिया होता है, उसके साथ करता है न, त उसी में और पैदा हो जाता है और लड़की पढ़ लेती है तो हमको मालूम था कि उ करेगा ठीक है। लेकिन अंतिम में भीतर मत घुसाओ, उसको बाहर कर दो। करता तो है। त उसी में आप समझ लीजिये, संख्या घट रही है और पत्रकार लोग भी समझ लीजिये मेरे बतवा को।

फिर क्या था, जैसे ही यह बात विधानसभा से बाहर आई, पूरे देश के बड़े मीडिया हाउसों समेत विभिन्न सोशल साइटों में सीएम नीतीश की आलोचना होनी शुरु हो गई। जिसका आभास बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी हो गया कि इसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ सकता हैं, खुद अपने लोग उनसे छिटक सकते हैं।

शायद यही कारण था कि वे आज बचाव मुद्रा में थे। सदन के बाहर और सदन के अंदर भी स्वयं को शर्मसार होता दिखाना चाहते थे। आज तो पूरा विपक्ष कल के उनके बयान को लेकर सदन में खुब बावेला मचाया। बावेला मचता देखकर नीतीश ने अपनी बात रखनी चाही। नीतीश कुमार ने सदन में सभी से माफी मांगी।

नीतीश ने क्या कहा, आप खुद देखिये – ‘अगर मेरे किसी बात को लेकर तकलीफ हुई है तो मैं अपनी बातों को वापस करता हूं और मैं अपनी निन्दा  करता हूं। मैं दुख प्रकट करता हूं कि मेरे किसी शब्द से अगर किसी को तकलीफ हुई है तो हम आपने कहा कि मुख्यमंत्री शर्म करें, मैं शर्म कर रहा हूं, मैं इसके लिए दुख प्रकट कर रहा हूं। उन सारी चीजों को वापस लेता हूं।’

आज बिहार विधानसभा में स्पीकर की भूमिका की भी प्रशंसा करनी होगी, वे सदन से ज्यादा मुख्यमंत्री के प्रति समर्पित दिखे, वे उन्हें महान बताने से नहीं चूंके, वे बार-बार उनकी प्रशंसा कर रहे थे, जैसे लग रहा हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उन्हें स्पीकर बनाने का वे कर्ज चूका रहे हो।

One thought on “कल तीव्र बुद्धि का प्रदर्शन और आज माफी, सदन में CM नीतीश कुमार ने कहा – मैं अपनी बातों को वापस करता हूं, अपनी निन्दा करता हूं, शर्म कर रहा हूं, दुख प्रकट कर रहा हूं

  • राम कृष्ण ठाकुर

    वास्तव में यह माफ़ी नहीं है। वक्तव्य में माफी तब मानी जाती जब यौन शिक्षा विशेषज्ञ यह व्यक्ति कहता कि मुझसे बोलने में गलती हो गई, मैं माफ़ी माँगता हूँ। परन्तु इस अहंकारी व्यक्ति ने तो यह कहा कि अगर किसी को तकलीफ़ हुई हो तो ……. यह अगर-मगर स्वीकार्य नहीं है। राष्ट्रीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस विद्वान व्यक्ति ने बिहार का नाम कलंकित कर दिया। पता नहीं यह ज्ञानी पुरुष उस समय किसी नशे में था या कुछ और ..

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