अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए केवल सामान्य छठव्रती या उनके परिवार ही नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी पहुंचे छठ तालाब, सपत्नीक दिया अर्घ्य
आज रांची के विभिन्न छठ तालाबों व घाटों का दृश्य अलौकिक दिखा। विभिन्न छठ तालाबों व घाटों पर छठव्रतियों व उनके परिवारों का समूह बड़ी संख्या में इन स्थानों पर पहुंचा और अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर स्वयं को अनुप्राणित किया। छठव्रतियों और उनके परिवारों की सेवा में विभिन्न समितियां भी अग्रसर रही और अपने-अपने ढंग से सेवाकार्य को वे गति देते रहे।
एक बार फिर, इन घाटों व तालाबों को देखकर लगा कि शायद ही कोई ऐसा घर होगा, जहां सनातन धर्मावलम्बियों का समूह समय व्यतीत कर रहा होगा। सभी छठ तालाबों व घाटों पर ही नजर आये। कई स्थानों पर कई छठव्रतियों ने अपने घर के छत पर कृत्रिम तालाब बनाये और उसी में उपस्थित होकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी अपनी पत्नी के साथ भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए अपने आवास से निकले और हटनियां तालाब पहुंचकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया तथा राज्य की जनता के लिए सुख-शांति व ऐश्वर्य की कामना की। हर घाटों व तालाबों पर छठ गीत गाती महिलाएं भगवान भास्कर को मनाने में जुटी रही। कल फिर सुबह में सभी इन्हीं स्थानों पर जुटेंगे और भगवान भास्कर को द्वितीय अर्घ्य देकर व्रत का समापन करेंगे।