अगले तीन महीने में नौ लाख परिवारों को देंगे अबुआ आवास योजना का लाभ, रोटी, कपड़ा और मकान उपलब्ध कराना हमारी सरकार की प्राथमिकताः चम्पाई सोरेन
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि आज हमारी सरकार गिरिडीह की धरती पर ‘अबुआ आवास योजना’ का लाभ जरूरतमंद परिवारों को देने पहुंची है। आज तीन जिला बोकारो, धनबाद और गिरिडीह के 35 हजार से ज्यादा आवासविहीन परिवारों को अबुआ आवास योजना का लाभ मिल रहा है।
यह झारखंडवासियों के लिए विडंबना है कि यहां का कोयला देश को रोशन कर रहा है, लेकिन इन जिलों के ग्रामीण क्षेत्र में लोग आज भी कच्चे मकान अथवा झुग्गी-झोपड़ी में रहने के लिए मजबूर हैं। उक्त बातें मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज गिरिडीह स्टेडियम में आयोजित “अबुआ आवास योजना” के अंतर्गत स्वीकृत पत्र वितरण समारोह में अपने सम्बोधन में कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झारखंड के आदिवासी, मूलवासी, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक सहित सभी वर्ग-समुदाय के बीच जाकर उनकी स्थिति और रहन-सहन को समझने का प्रयास किया है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के सोच और किए गए विकास कार्यों को आगे बढ़ाते हुए इन सभी वर्ग-समुदायों के आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक व्यवस्था को हमारी सरकार मजबूत करने का पूरा प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की इस पावन भूमि पर कोयला, सोना, यूरेनियम, तांबा, लोहा, पत्थर सहित कई महत्वपूर्ण खनिज-संपदा प्रचुर मात्रा में मौजूद है, परंतु इन खनिज संपदाओं का लाभ यहां की बुनियादी व्यवस्थाओं को नहीं मिल पाया। आज हमारी सरकार सभी मूलभूत सुविधाओं और व्यवस्थाओं को सुदृढ़ और मजबूत करने का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने अगले तीन महीने में नौ लाख जरूरतमंद आवासविहीन परिवारों को अबुआ आवास योजना का लाभ देने की घोषणा की। इसकी पूरी तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन यापन करने वाले लोगों के दु:ख दर्द को नजदीक से समझने का कार्य किया है। हम विकास की राह में खड़े अंतिम पायदान के व्यक्ति तक राज्य सरकार की योजनाओं को पहुंचने का कार्य करेंगे।
आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के तहत प्रखंड एवं जिला मुख्यालय के पदाधिकारी ने ग्राम-पंचायत तथा घर-घर पहुंचकर लोगों के समस्याओं का निराकरण करने का कार्य किया है। हमारी सरकार का प्रयास है कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जोड़कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत की जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी बदलाव लाने का कार्य कर दिखाया है। हमारी सरकार ने झारखंड के सरकारी स्कूलों में अध्यनरत विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति राशि में तीन गुना तक वृद्धि की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने राज्य में संचालित पांच हजार प्राइमरी स्कूलों को बंद करने का काम किया था।
हम लोगों की सोच है कि यहां के गरीब, मजदूर, किसान के बच्चे भी बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकें। इस हेतु उन्हें हर संभव मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के सरकारी स्कूलों को स्कूल आफ एक्सीलेंस के रूप में अपग्रेड करने का काम किया है। आने वाले समय में भी बड़ी संख्या में सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने हर किसान के खेत तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य के साथ कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। संताल प्रमंडल, कोल्हान प्रमंडल तथा पलामू प्रमंडल के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप लाइन के माध्यम से किसान भाइयों के खेत तक पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए हमारी सरकार हर संभव प्रयासरत है। कई विभिन्न डेमों एवं बराजों के माध्यम से सिंचाई हेतु पाइपलाइन बिछाकर किसान भाइयों के खेतों तक पानी पहुंचाने का कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी बढ़ने पर निरंतर कार्य हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के भीतर और रोड का जाल बिछाने का कार्य किया है। हमारी सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी को जोड़ने के लिए 15000 किलोमीटर सड़क का सुदृढ़ीकरण एवं निर्माण का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अच्छी सड़कों का होना बहुत जरूरी है। हमारी सरकार सड़क निर्माण का कार्य निरंतर कर रही है और आगे भी करती रहेगी।
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कई कार्यो का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सरकार कोरोना संक्रमण के दिनों से ही अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था को सुधारने का कार्य किया है। कोरोना संक्रमण के समय झारखंड ने बेहतर मैनेजमेंट का उदाहरण पेश किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से लाने का कार्य कर दिखाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने झारखंड वासियों को 100 यूनिट बिजली नि:शुल्क देने का कार्य किया है। बड़ी संख्या में 100 यूनिट तक फ्री बिजली का लाभ लोगों ने लिया है। अब हमारी सरकार योजना लेकर आ रही है कि झारखंड वासियों को 100 यूनिट ही नहीं बल्कि 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त में देगी।