EX-CM हेमन्त सोरेन के सपनों की योजना ‘मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना’ के अंतर्गत CM चम्पाई सोरेन ने 83 गाड़ियों को रांची के मोरहाबादी मैदान से हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित “अबुआ आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृत पत्र वितरण समारोह एवं मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना के शुभारंभ” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2027 तक उनकी सरकार राज्य के 20 लाख आवास विहीन परिवारों को अबुआ आवास योजना के तहत तीन कमरों का पक्का मकान उपलब्ध कराने के लिए लक्ष्य के अनुरूप पात्र लोगों को अबुआ आवास योजना का लाभ देना प्रारंभ कर चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि आने वाले तीन महीने बाद नौ लाख पात्र आवास विहीन परिवारों को एक साथ अबुआ आवास योजना का लाभ दे देंगे। उन्होंने कहा कि रांची, लोहरदगा एवं गुमला जिला के 24 हजार से ज्यादा की संख्या में लाभुक परिवारों को अबुआ आवास योजना का स्वीकृति पत्र देने के साथ-साथ पहली किस्त की राशि भी डीबीटी के माध्यम से भेजी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की योजनाओं को पूर्ण रूप से धरातल पर उतरने का कार्य हमारी सरकार कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झारखंड के मूलवासी, आदिवासी, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक सहित सभी वर्ग-समुदायों के दुःख, दर्द को महसूस किया है, इन वर्ग-समुदायों की उम्मीद, आकांक्षा और जरूरत के अनुरूप योजनाओं को संचालित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों को अनुमंडल से जिला तक के आवागमन की सुविधा को सुलभ करने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना का शुभारंभ किया गया है।
आज इस योजना के अंतर्गत 83 गाड़ियों को हरी झंडी दिखाई गई है। शीघ्र ही 250 से अधिक गाड़ियां ग्रामीण इलाकों में अब दौड़ेंगी। मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना के तहत संचालित इन गाड़ियों में विद्यार्थी, आंदोलनकारी, दिव्यांग, वृद्धजन एवं विधवा माता-बहनें मुफ्त में सफर कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के आदिवासी, मूलवासी, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक सहित सभी वर्ग समुदाय की पीड़ा को हमारी सरकार ने समझा है।
झारखंड खनिज संपदा वाला प्रदेश रहा है परंतु यहां की खनिज संपदाओं का लाभ दूसरे प्रदेशों के लोगों ने उठाया है। यहां के गरीब, मजदूर, किसान को खनिज संपदाओं के हक-अधिकार से दूर रखा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां की खनिज संपदाओं का दुरुपयोग हुआ है। यहां की खनिज संपदाओं का लाभ राज्य की बुनियादी ढांचाओं को सुदृढ़ और मजबूत करने में नही मिला। झारखंड की संपदाओं से ज्यादातर दूसरे राज्य रोशन हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का जब गठन हुआ तब झारखंड के आदिवासी मूलवासी सहित सभी वर्ग समुदाय की सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक स्थिति कैसी थी यह किसी से छुपा नहीं है। हमारी सरकार ने शुरुआती दिनों से ही इन स्थितियों को सुधारने का प्रयास कर रही है। एक-एक झारखंड वासियों को उनका हक-अधिकार देने का कार्य हमारी सरकार कर रही है। सभी मूलभूत सुविधाओं को मजबूत करने का कार्य निरंतर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में 15 हजार किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य प्रगति पर है। हमारी सरकार की सोच है कि ग्रामीण क्षेत्रों को प्रखंड मुख्यालय के साथ-साथ जिला मुख्यालय तक जोड़ने के लिए अच्छी सड़कों का जाल बिछा सकें। पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में ही सड़क निर्माण कार्यों का प्रारंभ हो चुका है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से शहरी क्षेत्र में रोड कनेक्टिविटी बेहतर हो सके इस हेतु राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के सभी वर्ग-समुदाय के लोगों की धार्मिक आस्था को सम्मान दिया जा रहा है। राज्य के सभी धार्मिक स्थलों को संरक्षित करने का कार्य हमारी सरकार कर रही है। किसी भी व्यक्ति के धार्मिक आस्था पर ठेस न पहुंचे इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है।