जितना सुंदर सरयू राय का सवाल और उतना ही सुंदर बसंत का जवाब, जमशेदपुर में चांडिल डैम से होगी पेय जलापूर्ति, मंत्री शीघ्र जमशेदपुर आकर टाटा सहित अन्य प्राधिकारों से करेंगे वार्ता
आज झारखण्ड विधानसभा में जमशेदपुर में पेयजलापूर्ति को लेकर जितना सुंदर सवाल सरयू राय की ओर से देखने व सुनने को मिला। उतना ही सुंदर जवाब मंत्री वसंत सोरेन ने भी दिया। जिससे एक बात तो पता चल गया कि जल्द ही जमशेदपुर और उसके सीमावर्ती इलाके के लोगों को शुद्ध पेयजलापूर्ति होगी, जिनसे लोगों की पेयजल की समस्या शीघ्र दूर होगी। इसके लिए सरयू राय की सराहना करनी होगी।
जमशेदपुर एवं समीपवर्ती इलाकों में पीने के लिए शुद्ध पानी की आपूर्ति सीधे चांडिल डैम से होगी। इस बारे में जल संसाधन विभाग के मंत्री बसंत सोरेन स्वयं जमशेदपुर जायेंगे और टाटा स्टील सहित अन्य सक्षम प्राधिकारों के साथ बैठक कर आगे की कार्रवाई करेंगे। यह आश्वासन जल संसाधन विभाग, झारखण्ड सरकार के मंत्री बसंत सोरेन ने विधायक सरयू राय के अल्पसूचित प्रश्न का उत्तर देने के क्रम में सदन में दिया।
प्रश्न पूछते हुए सरयू राय ने सदन को बताया कि राष्ट्रीय जल नीति-1987, 2002 और 2012 के अनुसार किसी भी जलाशय के पानी का उपयोग करने में पेयजल की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि फिलहाल चांडिल डैम से ही पानी नीचे स्वर्णरेखा नदी में आता है और जमशेदपुर, मानगो, मोहरदा आदि पेयजलापूर्ति योजनाओं से नदी का पानी खींचकर उसे शुद्ध करके पीने के लिए दिया जाता है।
परंतु पिछले कुछ दिनों से स्वर्णरेखा, खरकई नदियों में औद्योगिक एवं नगरीय प्रदूषण बढ़ जाने से इन्हें साफ करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं और खर्च बढ़ रहा है। काफी कोशिश करने के बावजूद मोहरदा पेयजलापूर्ति से पीने लायक साफ पानी लोगों को नहीं मिल रहा है। कभी-कभी नदी में प्रदूषण इतना बढ़ जाता है कि पानी साफ करने वाला संयंत्र बंद करना पड़ता है। इसलिए चांडिल डैम से सीधे डिमना लेक में पानी डाल दिया जाय और वहाँ से मानगो होकर पहले से बिछे हुए पाइपलाइन से वह पानी टाटा स्टील के जल शुद्धिकरण संयंत्र तक आ जाएगा।
यदि उस पाइपलाइन को मोहरदा तक बढ़ा दिया जाय तो जमशेदपुर के लोगों के साथ ही बिरसानगर, बारीडीह, बागुनहातु, बागुननगर के लोगों को पीने का शुद्ध पानी मिलेगा और नदी के प्रदूषित जल को साफ कर पीने लायक बनाने में होने वाले खर्च में बचत होगी। श्री राय ने कहा कि चांडिल डैम के पानी से जमशेदपुर, मानगो, जुगसलाई, बागबेड़ा, परसुडीह आदि इलाकों में भी स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति हो सकती है।
विधायक सरयू राय के प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री बसंत सोरेन ने कहा कि सतनाला डैम से जलापूर्ति करने में कोई दिक्कत नहीं है परन्तु डिमना लेक पर टाटा स्टील का स्वामित्व है, इसलिए इस योजना को मूर्तरूप देने के लिए एक बार टाटा स्टील के साथ बातचीत करना आवश्यक है। इसके लिए वे स्वयं जमशेदपुर जायेंगे और एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर मामले का समाधान करेंगे।