अपनी बात

प्रभात खबर ने अपने पाठकों से किया वादा 16 मार्च को होनेवाली कैबिनेट की बैठक अध्यक्षता हेमन्त सोरेन करेंगे, वो भी मुख्यमंत्री के रूप में

झारखण्ड का सर्वाधिक प्रसारित एवं खुद को ‘अखबार नहीं आंदोलन’ कहनेवाला रांची से प्रकाशित हिन्दी दैनिक प्रभात खबर ने अपने पाठकों से आज वादा किया है कि 16 मार्च को प्रोजेक्ट बिल्डिंग में जो दिन के 11 बजे कैबिनेट की बैठक होगी। उसकी अध्यक्षता राज्य के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन न करके, उस दिन हेमन्त सोरेन करेंगे और हेमन्त सोरेन उस दिन मुख्यमंत्री के रुप में विराजमान होकर उसकी अध्यक्षता करेंगे। उक्त बैठक में राज्य के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण योजनाओं पर विचार के बाद निर्णय लिया जायेगा।

प्रभात खबर ने इस खबर को हेडिंग ‘16 को कैबिनेट की बैठक’  के नाम से अपने पृष्ठ संख्या पांच पर छापा है। इस खबर को छापकर प्रभात खबर के लोग बड़े ही गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं और झामुमो के लोगों को ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके हृदय में भी आज भी मुख्यमंत्री के रुप में हेमन्त सोरेन ही विराजमान है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि आखिर प्रभात खबर गौरवान्वित होकर झामुमो के नेताओं को बताये क्यों नहीं। सर्वाधिक विज्ञापन भी तो झारखण्ड सरकार उन्हें ही प्रदान करती है।

इसलिए उनका यह धर्म भी बनता है कि झूठ ही सही, लेकिन अपने हेमन्त प्रेम को यदा-कदा इस प्रकार से छापकर प्रदर्शित करते रहे। इसी बीच कई लोग यह समाचार पढ़कर भौचक्के रह गये कि भला ये कैसे हो सकता है? लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि प्रभात खबर के संपादक और संवाददाताओं पर सीधे स्वर्ग में रहनेवाले देवताओं की कृपा होती है। उनका देवताओं से कनेक्शन इतना तगड़ा होता है कि वे कुछ भी कर सकते हैं। इसलिए जब तक 16 मार्च नहीं बीत जाये, तब तक कुछ कहना नहीं हैं। हो सकता है कि प्रभात खबर की बात सही हो जाये और 16 मार्च को हेमन्त सोरेन मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन बन जाये।

इधर आज के समाचार को पढ़कर कई जादूगर भी हैरान है। उनकी बात मानें तो अगर ऐसा संभव हो गया तो उनकी जादूगरी भी खत्म हो जायेगी और जादूगरी का काम भी ये प्रभात खबर के संपादक और संवाददाता करने लगेंगे। मतलब उनके पेट पर लात पड़ जायेगी। इसलिए वे सोच में पड़ गये कि अब क्या होगा? कई ज्योतिषी भी भौचक्क हैं कि भला ये कैसे हो सकता है? वे अपना पंचांग उलट रहे हैं, लेकिन उन्हें ग्रहों का कोई तोड़ नहीं मिल रहा।

शायद अखबार के संपादकों ने अपना नया पंचांग निकालकर ज्योतिषियों की काट निकालकर अपने दिव्यज्ञान से ऐसा समाचार छाप दिया हो। अतः जब तक 16 मार्च बीत नहीं जाये, तब तक इस पर कुछ भी टीका-टिप्पणी करनी बेमानी है। फिलहाल आनन्दित होकर प्रभात खबर अखबार का मंत्र जाप करें। शायद आपको भी कुछ प्राप्त हो जाये।