सरयू राय ने ढुलू महतो का खोला काला चिट्ठा, मनीलाउंड्रिंग में शामिल ढुलू के खिलाफ जांच को तेज करने का ईडी से किया अनुरोध, लिखा देर होने से फिर ढुलू पकड़ से हो जायेगा बाहर
सरयू राय ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। जो धनबाद के भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो के मनीलाउंड्रिंग में शामिल होने और उसके घटियास्तर के क्रियाकलापों को उजागर करता है। सरयू राय ने साफ कहा है कि जब ईडी ने झारखण्ड उच्च न्यायालय में शपथ पत्र दायर कर बताया है कि उन्होंने ढुलू महतो की नामी-बेनामी संपत्तियों की जांच के लिए ईसीआइआर दायर कर लिया है, जांच शुरु भी कर दी है और जांच प्रगति पर भी है। तो यह जांच अब तक कहां तक पहुंची, इसे सार्वजनिक भी करना चाहिए और उच्च न्यायालय को बताना भी चाहिए।
सरयू राय ने जो चार कंपनियों के नाम दिये हैं, उसके और वेयर हाउस की शुरु से अभी तक की गतिविधियों की जांच करने की बात ईडी से की है। सरयू राय ने यह भी कहा कि इन जांचों के बाद ही कोयलांचल खासकर बाघमारा कोल एरिया में बड़े पैमाने पर चल रहे मनीलाउंड्रिंग का पर्दाफाश भी होगा। सरयू राय ने यह भी कहा कि ईडी को इसमें युद्धस्तर पर रुचि लेना चाहिए, नहीं तो यह ढुलू इतना बड़ा खिलाड़ी हो जायेगा कि इस पर हाथ डालना मुश्किल हो जायेगा। सरयू राय की प्रेस विज्ञप्ति इस प्रकार है …
नीचे चार प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों का अति संक्षिप्त विवरण इनके पंजीकृत पता सहित दे रहा हूँ। इनमें से तीन कंपनियाँ (क्रमांक-1 से 3) झारखंड के धनबाद ज़िला के कतरास एवं बाघमारा के विभिन्न पता पर और एक कंपनी (क्रमांक -4) हैदराबाद के पता पर कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत हैं। सभी कंपनियाँ सक्रिय हैं।
क्रमांक -2 और 4 की कंपनियों में एक आशुतोष राय नंदी उर्फ़ मिंटू राय नंदी निदेशक के रूप में शामिल हैं। कंपनी क्रमांक- 1 और 2 में भाजपा के घोषित लोकसभा चुनाव उम्मीदवार ढुल्लू महतो भी शेयर धारक रहे हैं। क्रमांक-1 की कंपनी धनबाद डेयरी प्रा. लि. में उनका शेयर पाँच लाख रूपये का और क्रमांक -2 की कंपनी मुंडेन ओर मैनेजमेंट सर्विस प्रा. लि. में एक लाख रूपये का शेयर होने का उल्लेख उन्होंने चुनाव आयोग के समक्ष शपथ पत्र पर प्रस्तुत अपने आयकर विवरणी में किया है। वे इनमें निदेशक भी रहे हैं।
फ़िलहाल ये इनमें निदेशक नहीं हैं। वे इन कंपनियों में अभी भी शेयर धारक हैं या अपना शेयर उन्होंने किसी को बेच दिया है यह जानकारी वे स्वयं दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त पार्टनरशिप फर्म कावेरी वेयर हाउस में भी वे पार्टनर रहे हैं। कुछ वर्ष पहले तक इस फ़र्म में उनकी हिस्सेदारी 40 लाख रूपये रही है। वर्तमान में स्थिति क्या है इसकी जानकारी वे ही दे सकते हैं। उपर्युक्त कंपनियों का रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी के वेबसाइट से लिया गया ताज़ा विवरण निम्नवत है –
कंपनी क्रमांक-1
कंपनी का नाम – धनबाद डेयरी प्रा. लि., पंजीयन तिथि – 02.09.2017। अधिकृत पूँजी एक करोड़ रुपये और पेड-अप पूँजी दस लाख रूपये। वर्तमान निदेशक – काजल कुमार पॉल और रामेश्वर साव। पंजीकृत पता – ग्राम चिटाही, टुंडू, बाघमारा, धनबाद।
कंपनी क्रमांक -2
कंपनी का नाम – मुंडेन ओर मैनेजमेंट सर्विसेज़ प्रा. लि.। निदेशक – रवीन्द्र कुमार अंबष्ठ (10.10.2022), रविशंकर दास (09.12.2016), मिंटू राय नंदी (14.01.2021)। अधिकृत पूँजी – पाँच करोड़ रूपये, पेड-अप पूँजी – दो लाख रूपये। धनबाद के एक, अहमदाबाद के चार और पुणे के दो यानी कुल सात शेयर धारकों ने इस कंपनी का कुल 7,38,83,506/- (सात करोड़ अड़तीस लाख तिरासी हज़ार पाँच सौ छह रूपये का शेयर ख़रीदा है।
कंपनी क्रमांक – 3
कंपनी का नाम – श्री जीन भवानी कंस्ट्रक्शन डेवलपर प्रा. लि., पता – मकान संख्या- 163, चंदन निवास, टुंडी रोड, पो. टुंडू, धनबाद। अधिकृत पूँजी – 15 लाख रूपये, पेड-अप पूँजी – दो लाख रूपये। निदेशक – मिथिलेश कुमार राय, अमित कुमार सिन्हा l
कंपनी क्रमांक – 4
कंपनी का नाम – इंदुकुरी मधुबंध प्रोजेक्ट्स प्रा. लि.। पता – प्लॉट न. – 283/एसी 1 से 5, /1 एफ, ब्लॉक -बी, कावेरी हिल्स, माधापुर, शाइपेट हैदराबाद। निदेशक (प्रोमोटर) – सुरेश सोमी रेड्डी, राम मूर्ति बाला सुब्रमण्यन, आशुतोष राय नंदी उर्फ़ मिंटू राय नंदी। विशेष – मिंटू राय नंदी हैदराबाद नं पंजीकृत कंपनी “इंदुकुरी मधुबंध” में 16.10.2023 को निदेशक बने हैं। झारखंड में पंजीकृत कतरास की कंपनी “मुंडेन ओर मैनेजमेंट सर्विसेज़” में ये 14.01.2021 से निदेशक हैं। भाजपा के धनबाद लोकसभा प्रत्याशी श्री ढुल्लू महतो भी इसमें निदेशक रहे हैं।
झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनबाद के सोमनाथ चटर्जी की जनहित याचिका का निष्पादन करते हुए विधायक ढुल्लू महतो की आय की तुलना में अधिक नामी-बेनामी संपत्ति के आरोपों की जाँच करने के लिए ईडी और आयकर विभाग को निर्देश दिया है जिसके अनुरूप ईडी ने झारखंड उच्च न्यायालय में शपथ पत्र दायर कर बताया है कि उन्होंने इसकी जाँच के लिए मुक़दमा ( इसीआइआर) दायर कर लिया है और जाँच करना आरम्भ कर दिया है जो प्रगति पर है।
गत एक वर्ष में इडी जाँच में क्या प्रगति हुई है इसकी जानकारी इडी को सार्वजनिक करनी चाहिए या झारखंड उच्च न्यायालय को इस संबंध मे जानकारी देनी चाहिए। उपर्युक्त चार कंपनियों और वेयर हाउस की शुरू से अभी तक की गतिविधियों की जाँच भी इडी करे। इससे कोयलांचल ख़ासकर बाघमारा कोल एरिया में बड़े पैमाने पर चल रहे मनी लाउंड्रिंग (धनशोधन) का पर्दाफ़ाश होगा।
एक अति गंभीर जानकारी यह भी है कि इंदुकुरी मधुबंध प्रोजेक्ट्स प्रा. लि. 16.10.2023 को कंपनी एक्ट में पंजीकृत हुई है और मात्र दो माह के भीतर 11.12.2023 को इसे बीसीसीएल में एक बड़ा काम मिल गया है। यह काम मधुबंध कोयला खदान से अगले 25 वर्षों तक कोयला निकालने एवं अन्य संबद्ध गतिविधियाँ करने का है। इसमें बीसीसीएल को कुल कमाई का मात्र 5.40 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा। वेबसाइट से डाउनलोड की गई संबंधित सूचना संलग्न है।
प्रवर्तन निदेशालय (इडी) उपर्युक्त विवरण के आलोक में जाँच शीघ्र पूरा करें और दोषियों को विधिसम्मत दंड दिलवाए नहीं तो कुछ दिन बाद ईडी के ये क्लाइंट इनके पहुंच क्षेत्र से बाहर हो जाएँगे, इडी के लिए इनपर हाथ डालना मुश्किल हो जाएगा।