राजनीति

मोदी की गारंटी अर्थात् पूंजीपतियों को लूट की छूट की गारंटी, अगर ये फिर सत्ता में आये तो डीजल, पेट्रोल, सरसो तेल, रिफाइन्ड, चावल, गेहूं, दाल, प्याज, टमाटर आदि के भाव 400 पार कर देंगे – सुप्रियो

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज कहा कि ये जो मोदी जी और उनके लोग अबकी बार 400 पार के जो नारे दे रहे हैं। दरअसल वे बता रहे हैं कि अगर वे फिर से आ गये, तो 2025 से लेकर 2029 तक पूरे देश में डीजल, पेट्रोल, सरसो तेल, रिफाइन्ड, चावल, गेहूं, दाल, प्याज, टमाटर आदि सभी के भाव 400 के पार कर देंगे। सुप्रियो ने कहा कि जरा पूछिये इनसे, इन्होंने 2014 में गारंटी दिया था कि गैस सिलिण्डर का भाव 400 से पार नहीं जायेगा, लेकिन इन्होंने इसका भाव 1400 रुपये तक सटा दिया।

सुप्रियो ने कहा कि पांच ट्रिलियन इकोनॉमी की बात करनेवाले किसानों, देश की सुरक्षा, प्रकृति की सुरक्षा, नारी सम्मान पर नहीं बोलते। मणिपुर तो इनकी नारी सम्मान का पोल खोल देता है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 2025 में धरती आबा बिरसा मुंडा का 150 वां जयन्ती जनजातीय गौरव दिवस के रुप में मनायेंगे। क्या बंधे हुए राष्ट्रपति के हाथ आदिवासियों को गौरवान्वित करेगा। जहां ये हंसी-ठिठोली कर रहे थे और राष्ट्रपति बंधे हाथों के साथ खड़ी थी। क्या मध्य प्रदेश में एक आदिवासी युवक के उपर किये गये पेशाब के द्वारा आदिवासी गौरवान्वित होंगे। क्या जनादेश प्राप्त एक मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जो चार साल के अंदर ही इनके आंखों का ऐसा किरकिरी हो गया कि उसे जेल में डाल दिया गया। ऐसे आदिवासियों को गौरवान्वित किया जायेगा।

सुप्रियो ने कहा कि भ्रष्टाचार की बात करनेवाले लोग आज भ्रष्टाचार पर बात नहीं करते, क्योंकि अब तो वे खुद भ्रष्टाचारियों के सरदार बन गये। उन्होंने कहा कि आज ही देख रहा था राजनाथ सिंह बोलते-बोलते डर गये कि कही मोदी नाराज न हो जाये। नड्डा जी बोल रहे थे कि मोदी जी के शासनकाल में इतने लोग लाभान्वित हुए। ये रीढ़विहीन लोग मोदीजी के सामने कर ही क्या सकते हैं। लेकिन पूरा देश रीढ़विहीन नहीं है। वो पूछ रहा है कि बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा, किसान, मणिपुर जैसे मुद्दे तुम्हारे घोषणा पत्र में कहां हैं? दरअसल मोदी की गारंटी पूंजीपतियों को लूट की छूट की गारंटी है।

सुप्रियो ने कहा कि पहली बार देश में एक ऐसी पॉलिटिकल पार्टी आई है कि जिसने अधिनायकवादी राजनीति की ओर कदम बढ़ाया है। आज संकल्प पत्र को मोदी की गारंटी कहा गया। मतलब भाजपा अब चुनाव नहीं लड़ रही। उसने इस लोकतंत्र में अधिनायकवाद, तानाशाही को स्थापित कर दिया है। मतलब इसका लब्बोलुआब यह है कि तुम मुझसे पूछो मत, तुम सिर्फ हमें वोट दो, जो करना है, हम करेंगे। सवाल उठता है कि जब इन्हें ऐसा ही करना है तो फिर इस पुस्तिका की जरुरत क्यों? एक कोरे कागज पर एक सेन्टेन्स लिख देते – तुम हमसे बोलो मत, सिर्फ वोट करो, मैं जो करना चाहूं, करुंगा, मैं जवाबदेह नहीं हूं। मैं आपके प्रति उत्तरदायी नहीं हूं।

सुप्रियो ने कहा कि इन्होंने एक नया शब्द इजाद किया है। वो शब्द है – सोशल इन्फ्रा स्ट्रक्चर। क्या है भाई सोशल इन्फ्रा स्ट्रक्चर। एक तरफ आप खुद बोलते है कि 85 करोड़ को हम मुफ्त अनाज दे रहे हैं। मतलब वे लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। इंटरनेशनल लेबर आर्गेनाइजेशन कहता है कि भारत में 83 प्रतिशत लोग बेरोजगार है। इंटरनेशनल हंगर इन्डेक्स कहता है कि हम भूखेवाले कैटगरी में 136वें स्थान पर है। खून की कमी हैं। कुपोषण के शिकार है। ये फिजिकल इन्फ्रा स्ट्रक्चर क्या लोगों को पता नहीं कि अंबानी और अडानी को मजबूत करने के लिए बनाया गया है।