राजनीति

शिवसेना के एक स्लोगन पर चुनाव आयोग को आपत्ति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ एक्शन लेने का चुनाव आयोग को साहस तक नहीं, ये साधारण नहीं, बड़ा सवाल हैः सुप्रियो

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आश्चर्य है कि जिस चुनाव आयोग ने पहला नोटिस वो भी बाइनेम सुप्रियो श्रीनेत को जारी किया फिर दूसरी नोटिस बंगाल के एक नेता दिलीप घोष को जारी किया और उनसे स्पष्टीकरण मांगी। वो चुनाव आयोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बाइनेम नोटिस नहीं जारी करता। जबकि यह पहली बार घटना घटित हो रही है कि पीएम मोदी के नाम से शिकायत हुई है। लेकिन चुनाव आयोग को साहस नहीं हुआ कि वो उन्हें बाइनेम नोटिस जारी करें। ये बड़ा सवाल । ये साधारण सवाल नहीं।

सुप्रियो ने कहा कि शिवसेना के एक सलोगन पर चुनाव आयोग को आपत्ति हो गई। लेकिन भाजपा द्वारा बार-बार हेट-स्पीच देने के बाद उस पर एक्शन नहीं हो रहा। भाजपा के ही एक नेता गिरिराज किशोर जिस भाषा का उपयोग कर रहे हैं। उस भाषा पर भी कार्रवाई नहीं हो रही। आज सुप्रीम कोर्ट ने इवीएम को लेकर एक फैसला सुनाया। वो फैसला जो भी सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया, वो मान्य है। उसको भी इन्टरपेटेशन करने से हमारे पीएम मोदी मुंगेर में बाज नहीं आये। आश्चर्य इस बात की भी है कि यह फैसला अंतिम फैसला नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि यदि कोई शिकायत फिर आई तो मैं इसे सुनुंगा। चुनाव आयोग को वीवीपैट के कागजात सुरक्षित रखने को कहा है। इसकी जांच कभी भी हो सकती है। अगर इस संबंध में कोई शिकायत आई। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि जांच का खर्च शिकायतकर्ता को देना होगा और जांच सही पाई गई तो उसका भुगतान कर दिया जायेगा। कहने का मतलब हैं, जब बात करते हैं तो पूरा विस्तृत कीजिये। लेकिन इनका इन्टरपेटेशन करना, ये ठीक नहीं।

सुप्रियो ने कहा कि पीएम मोदी को क्या है, वे तो इलेक्टरोल बॉन्ड पर आये फैसले को भी अपने पक्ष में ले लेते हैं। जबकि दुनिया ने देखा कि एसबीआई ने झूठ बोला, यह कहकर कि ऐसा करने में दो-तीन महीने का समय लगेगा और जब सुप्रीम कोर्ट ने गर्दन पकड़ा तो 24 घंटे में ही काम हो गया। सुप्रियो ने कहा कि फिलहाल झारखण्ड के तीन सीटों पर आनेवाले समय में पहली बार मतदान होंगे। जिसमें एक सीट तो अपना था। वो सीट हमारे पक्ष में इस बार भी आयेगा। लेकिन सुदर्शन भगत वाली सीट, अर्जुन मुंडा की सीट और बीडी राम की सीट पर लड़ रहे लोग बताये कि उन्होंने अपने समय में वहां की जनता के लिए क्या किया? और जब कुछ नहीं किया तो वे किस मुंह से वोट मांग रहे हैं। हम तो अपने कामों के आधार पर वोट मांग रहे हैं।

सुप्रियो ने कहा पलामू में बिहार को पानी देने के लिए बननेवाला मंडल डैम जिसका शिलान्यास खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। उस मंडल डैम का क्या हुआ। सुदर्शन भगत बताये कि आखिर झारखण्ड का कश्मीर नेतरहाट बर्बाद क्यों हो रहा है। अर्जुन मुंडा तो जनजातीय मंत्रालय संभाल रहे थे और बाद में कृषि मंत्रालय भी संभाला। उन्होंने कौन सा काम कर दिया। जिसके कारण लोग उन्हें वोट दें।

बिहार रेजीमेंटल सेंटर जिसमें 60 प्रतिशत सैनिक झारखण्ड के ही हुआ करते थे। आज वहां अग्निवीर जा रहे हैं। आखिर झारखण्ड के युवाओं के साथ इतना बड़ा छल किसने किया। ये भाजपा के लोग हमेशा से झारखण्ड के आदिवासियों-मूलवासियों को छलने का काम करते हैं। ये बराबर यलगार की ही बात करते हैं। जो समाज को जलाने का ही काम करता है।