ढुलू ने कहा कि उसने धनबाद के SP को खूलेआम चोर, डकैत, क्रिमिनल कहकर नवाजा, लेकिन यहां का MLA-MP डर या माल लेने के कारण कुछ नहीं बोला, MLA राज सिन्हा ने जतायी नाराजगी
ढुलू महतो डंके की चोट पर धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर एसपी को चोर बोला, डकैत बोला, क्रिमिनल बोला। हकीकत है कि जितना भी क्रिमिनल था, उसको एसपी और यहां के एक झामुमो के नेता से संपर्क था। इसी दरम्यान एक प्रेस वाला उनसे पूछा कि यहां तो और भी विधायक-सांसद हैं, वो क्यों नहीं बोलता तो ढुलू ने कहा कि यहां का विधायक या सांसद इसलिए नहीं बोलता है कि चाहे तो वो डरता हैं या उसको मिलता है।
ये बयान है, ये सार्वजनिक बयान है, धनबाद के भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो का जो भाजपा द्वारा आयोजित धनबाद में ही एक सार्वजनिक स्थल पर बोल रहे थे। अगर आपके पास समय हैं तो लीजिये आप भी सुनिये, आपको भी सुनना चाहिए।
ढुलू महतो का यह बयान बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल करने में भाजपा के लोग ही मुखर है। जहां ये महाशय इस प्रकार का बयान दे रहे हैं। वहां खुद भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश राही बैठे हुए हैं, वे आराम से सुन रहे हैं। लेकिन कुछ बोल नहीं रहे हैं, कि भाई ये आप बोल क्या रहे हैं और इसका क्या परिणाम निकलेगा। मंच अपना, लोग अपने और अपने ही विधायकों व सांसदों का अपमान ये सब ठीक नहीं।
इधर ढुलू के इस बयान के बाद जब विद्रोही24 ने धनबाद के भाजपा सांसद पीएन सिंह को फोन लगाया तो उन्होने फोन नहीं उठाया। रमेश राही को फोन लगाया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। धनबाद विधायक राज सिन्हा को फोन लगाया तो उनका कहना था कि उन्होंने ढुलू महतो का बयान सुना नहीं हैं। लेकिन जैसा आप (विद्रोही24) कह रहे हैं। तो हम यही कहेंगे कि राज सिन्हा न तो डरता है और न ही माल लेता है।
अगर किसी ने ऐसा सिद्ध कर दिया तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे। इस प्रकार का आरोप बर्दाश्त से बाहर है। हर व्यक्ति को अपनी बातें मर्यादा में रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ढुलू महतो को मालूम होना चाहिए कि धनबाद में बढ़ते अपराध को लेकर रणधीर वर्मा चौक पर ही राज सिन्हा ने एक धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया था, जिस कार्यक्रम में स्वयं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी भी मौजूद थे। इसलिए धनबाद के सांसद अथवा विधायक के बारे में इस प्रकार की टिप्पणी अक्षम्य अपराध है।
इसी बीच राजनीतिक पंडितों का कहना है कि धनबाद के एकमात्र सांसद तो वर्तमान में भाजपा के पशुपतिनाथ सिंह ही हैं। उन्हें अपने ही उत्तराधिकारी भाजपा प्रत्याशी के इस बयान के बाद अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। अगर वे अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करते तो यही माना जायेगा कि ढुलू महतो ने जो कहा, वो सही है। पशुपतिनाथ सिंह अपराधियों से डरते थे या माल लिया करते थे। इसलिए अब कोई किन्तु-परन्तु नहीं रह गया है। धनबाद में बढ़ते अपराध के बाद ढुलू महतो की ताजी-तरीन टिप्पणी और भाजपाइयों द्वारा ही किया जा रहा यह वायरल वीडियो भाजपा के अंदर चल रही उठा-पटक को सामने लाकर खड़ा कर दी हैं। अब यह भी क्लियर हो गया कि वर्तमान का जूनियर नेता, अपने सीनियर का सम्मान करना तो दूर, उसको अपने पास फटकने देना भी नहीं चाहता।