अपनी बात

कल्पना तो हेमन्त सोरेन की पत्नी है, उनका दर्द तो छलकेगा ही, अब तो भाजपा के कार्यकर्ता भी बोलने लगे कि उनके साथ गलत हो रहा, ऐसे में इस चुनाव में कही भाजपा को लेने के देने न पड़ जाएं

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन अपने चाचाजी के श्राद्धकर्म पर उनके निवास स्थान को पहुचे हैं। हेमन्त सोरेन का लुक काफी बदला हुआ है। यह लुक उनके चाहनेवालों को ज्यादा परेशान कर रहा है। चाहे उनकी पत्नी कल्पना सोरेन हो या उनके कट्टर समर्थक। यही नहीं इस बार कई भाजपाइयों ने भी उनके इस लुक को देखकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

अगर यही कड़ी प्रतिक्रिया व उनकी भावनाएं तेजी से बदलती हुई राजनीतिक बवंडर का रुप ले ली, तो ये भाजपाइयों के लिए भी एक बडी परेशानी का कारण बन सकता है। राजनीतिक पंडित कह रहे हैं कि पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी हेमन्त सोरेन के साथ हो रही ज्यादतियों को लेकर मुखर होना शुरु कर दिया है। जो भाजपा के लिए एक बड़े संकट का कारण बनते देर नहीं लगेगी।

भानु प्रताप सिंह जो भाजपा से जुड़े हैं। भाजपा के सदस्य भी है। वे अपने सोशल साइट पर साफ लिखते हैं कि … हेमन्त सोरेन जेल में हैं। ढुलू महतो को नौ आग्नेयास्त्र का लाइसेंस मिला हुआ है। 200 एकड़ भूमि अवैध रुप से कब्जा करने का आरोप है। उनके उपर 19 से ज्यादा अपराधिक मामला न्यायालय में लबिंत है। एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का अपराधी ढुलू महतो के पक्ष में सरयू राय को खूलेआम गाली देता है। ऐसे व्यक्ति को धनबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा का प्रत्याशी बनाया गया है।

कल्पना सोरेन तो हेमन्त सोरेन की पत्नी ही हैं। उनके दर्द को समझा जा सकता है। उन्होंने ट्विट किया है – उसे गुमां है कि मेरी उडान कुछ कम है, मुझे यकीं है कि ये आसमान कुछ कम है।

मतलब साफ है कि सवाल उठने लगे हैं। सवाल पूछे जाने लगे हैं। ये अलग बात है कि जिनको जवाब देना हैं। वे कटहंसी कर इन सारे सवालों को हवा में उड़ा दे रहे हैं। उन्हें लगता है कि ये जो वक्त हैं। उस वक्त को सदा के लिए उन्होंने अपने कदमों तले रौंद रखा हैं। लेकिन भला वक्त कब किसी का रहा है। ये जब वक्त बदलेगा, तो जवाब तो उन्हें भी देना होगा कि एक आंख में काजल और एक आंख में सुरमा लगाने का क्या फल मिलता है।

आम जनता अब धीरे-धीरे स्वीकार करने लगी है कि मोदी राज में सर्वाधिक गाज उन्हीं पर गिरे, जिन्होंने पीएम मोदी की दासता नहीं स्वीकारी और जिन्होंने दासता स्वीकारी, उन्हें राजभोग मिला और जिन्होंने उनकी दासता नहीं स्वीकारी, उन्हें सदा के लिए जेल की कालकोठरी मिल गई। जिसमें योगदान सभी का रहा। अब तो इस बात को भाजपा के कार्यकर्ता भी बोलने लगे हैं। कि हेमन्त सोरेन के साथ गलत हो रहा है। ऐसे में भाजपा के लोग अपने कार्यकर्ताओं को कैसे समझायेंगे और अपने पक्ष में ला पायेंगे। भाजपा को इस पर अब विचार करना चाहिए।