अपनी बात

सीधी सी बात, जनता पूछ रही भाजपा के प्रदेशस्तरीय नेताओं से, राज सिन्हा को तो बिना किसी कसूर के शो कॉज कर दिया, अब एटक नेता को धमकानेवाले ढुलू को कब शो कॉज करेगी पार्टी?

भाई जनता तो जनता है। वो तो सीधे पूछ रही है कि धनबाद के भाजपा विधायक राज सिन्हा ने तो कुछ ऐसा काम ही नहीं किया, जिसको लेकर उन्हें शो कॉज किया जा सकता था, फिर भी पार्टी के प्रदेशस्तरीय नेताओं ने अपने प्यारे-दुलारे, सजायाफ्ता धनबाद के बाहुबली भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो के एक इशारे पर राज सिन्हा को शो कॉज कर दिया।

अब तो एटक के नेता विद्यासागर गिरि ने खूलेआम चुनाव के बाद देख लेने की धमकी दिये जाने का आरोप भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो पर लगाया है और इसकी जानकारी राज्य के पुलिस महानिदेशक व राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को दे दी, साथ ही प्राथमिकी दर्ज करने का भी अनुरोध कर दिया, अब ऐसे हालात में क्या ढुलू महतो के खिलाफ भाजपा को शो कॉज नहीं करना चाहिए।

लेकिन अपने ही प्रत्याशी ऐसे होनहार जो खूलेआम किसी को भी धमकी दे देते हैं, जो मोदी-शाह के होनहार प्रतिनिधि है। बाबूलाल मरांडी की अलौकिक खोज है। रघुवर दास के सर्वाधिक मनोहारि प्रतिनिधि है। उनके खिलाफ शो कॉज कौन जारी करेगा? किसकी शामत आई है? दरअसल यही राजनीति है।

आज की राजनीति में पं. दीन दयाल उपाध्याय की तैल्य चित्र पर सिर्फ माल्यार्पण किया जाता है, लेकिन उनके आदर्शों को कुचलने का हर संभव प्रयास किया जाता है। जबकि इसके विपरीत सजायाफ्ता तथा अनगिनत अपराध करनेवाले महारथियों को टिकट थमाया जाता है, उसकी जीत सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र से लेकर राज्य तक के नेता हाथ जोड़कर उसके सामने खड़े रहते हैं।

भजन गाते हैं – हमारे प्रभु अवगुण चित्त न धरौ। आश्चर्य है जब ढुलू महतो जैसे प्रत्याशी के साथ अपराधियों का दल पद यात्रा में शामिल होता है, तो राज्य व केन्द्र में बैठे भाजपा के नेता ढुलू महतो से ये नहीं पूछते कि वो ऐसा क्यों कर रहा है? जब ढुलू महतो अपने ही भाजपा के स्थानीय नेताओं व सांसदों व विधायकों को भरी सभा में गरियाता हैं तो उससे शो कॉज नहीं पूछा जाता है।

लेकिन जैसे ही राज सिन्हा पं. दीन दयाल उपाध्याय के आदर्शों की बात करते हैं तो उन्हें लंबा-चौड़ा खत थमा दिया जाता है। अरे ये नई भाजपा है, भाई। एक समय था। वो समय लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी का था। जिस वक्त एक बड़ा सा पोस्टर होता था। उस पोस्टर में इन दो महानुभावों के साथ आम जनता के चित्र होते थे।

नीचे लिखा रहता था – राम राज्य की ओर चलें, भाजपा के साथ चलें। आज भाजपा को नया पोस्टर बनाना चाहिए, जिस नेता का फोटो देना हो उसमें दे दें, कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन ये जरुर लिखे – अपराधियों के साथ चलें, अपराध के साथ चलें। सचमुच देश बदल रहा है। इस देश को भाजपा ने बदला है। लोग अब सहम रहे हैं। लोगों को अब सहमना भी चाहिए, क्योंकि ये भाजपा का नया राम राज्य है।