राजनीति

क्षत्रिय-कायस्थ समाज को अपमानित करने में लगी भाजपा, अभी से हजारीबाग व धनबाद की हार का ठीकरा फोड़ने के लिए जयंत और राज सिन्हा को क्रमशः इस्तेमाल करना किया शुरुः सुप्रियो

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कल तक धर्म की राजनीति करनेवाले आज जाति की राजनीति में ज्यादा दिमाग लगा रहे हैं। वे दो जातियों खासकर क्षत्रिय और कायस्थ समुदाय को अपमानित करने में लगे हैं। उसका मूल कारण झारखण्ड में शुरु से ही हुए चुनाव के बाद भाजपा की पस्त होती हालतें हैं।

सुप्रियो ने कहा कि पहले तो क्षत्रिय समाज के लोगों को टिकट से भाजपा ने वंचित किया। फिर बौद्धिक वर्ग में विशेष स्थान रखनेवाला, प्रशासनिक व न्यायिक सेवा में विशेष योगदान देनेवाला कायस्थ समाज को अपमानित करने में लग गया। विदेशी व आर्थिक मामलों के जानकार जयन्त सिन्हा को अपमानित किया गया। दरअसल भाजपावाले जानते है कि वे हजारीबाग सीट हार गये हैं, ऐसे में वे हार का ठीकरा फोड़ने के लिए जयन्त सिन्हा का इस्तेमाल अभी से करने में लगे हैं।

ठीक उसी प्रकार धनबाद में चूंकि इनकी हालत पस्त है, तो इसके लिए उन्होंने धनबाद के अपने ही विधायक राज सिन्हा को चून लिया और उन्हें भी कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया तथा हार की नैतिक जिम्मेवारी लेने के लिए उन्हें ही प्राथमिक स्तर पर चून लिया। ये हैं सबका साथ, सबका विकास का नारा देनेवाले भाजपाइयों की सोच।

सुप्रियो ने कहा कि उन्हीं का प्रत्याशी अपने ही सांसद व विधायक के खिलाफ विषवमन करता है, अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करता है, जिन शब्दों को सुनकर हमारे जैसा राजनीतिक कार्यकर्ता भी मर्माहत हो जाता है। वैसे लोगो को भाजपा चुनाव लड़वा रही है और उसे जीताने में भी लगी है। लेकिन ऐसा इस बार होगा नहीं। जनता ठान चुकी है कि इस बार सबक सिखाना है। उन्होंने कहा कि कल राजधानी रांची, औद्योगिक राजधानी जमशेदपुर, खनिज की राजधानी धनबाद, किसानी, खनन और पर्यावरणीय राजधानी के लिए प्रसिद्ध गिरिडीह में चुनाव होने हैं। इसलिए आम जनता जमकर चुनाव में भाग लें और भाजपा को सबक सिखायें।