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उच्चतर शिक्षा में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर सुप्रियो का बड़ा बयान – CBI एनटीए के चेयरमैन व केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री को सबसे पहले गिरफ्तार करे, प्रधानमंत्री एचआरडी मिनिस्टर को करें बर्खास्त

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि यदि सीबीआई के पास नीट/नेट को लेकर केस गया है, तो तत्काल सीबीआई एनटीए के चेयरमैन व केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री को गिरफ्तार करें। प्रधानमंत्री मानव संसाधन मंत्री को बर्खास्त करें। ये सारा का सारा भाजपा का मिलीभगत है। इसे देश कतई बर्दाश्त नहीं करेगा, क्योंकि हमारे राज्य के भी कई छात्र जो नीट व नेट की तैयार में लगे थे, उनको कहीं न कहीं मानसिक तौर पर प्रताड़ना अवश्य मिली है।

सुप्रियो भट्टाचार्य का यह भी कहना है कि झारखण्ड में भी जितनी कोचिंग संस्थाएं चल रही है। उन सारी कोचिंग संस्थाओं की राज्य सरकार ऑडिट कराएं, क्योंकि ये सभी यहां के छात्रों, उनके परिवारों से मोटी रकम लेकर अपनी तिजोरी भर रहे हैं और यहां के बच्चों के भविष्य के साथ खेल रहे हैं। सुप्रियो ने राष्ट्रपति से भी अनुरोध किया कि वे भी इसमें दिलचस्पी लें और देखने में आ रहा है कि मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, बिहार और उत्तरप्रदेश जो गतिविधियां चल रही हैं, उस पर वो विशेष ध्यान रखें ताकि बच्चों के साथ खिलवाड़ न हो।

उन्होंने कहा कि कल ही नालन्दा में पीएम भाषण दे रहे थे, उनके भाषण से ऐसा लग रहा था कि वे आज भी चुनाव के मूड में हैं। कमाल है, 18 को परीक्षा, 19 को परीक्षा पर बड़ी-बड़ी बातें और रात को परीक्षा रद्द हो जाये तो ऐसे में यूजीसी व नीट में भाग लेनेवाले या देश के उच्चतर शिक्षा में योगदान करनेवाले बच्चों के भविष्य का क्या होगा?

सुप्रियो ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ठीक ही कहा कि अगर कदाचार की स्थिति यही रही तो जो मेडिकल में डाक्टर बन रहे हैं, उनसे आनेवाले समय में स्वास्थ्य ही एक बड़ा खतरा बन जायेगा। उदाहरण के लिए कोरोना वायरस के समय लगे टीके और बाद में उस टीके का कोई खास प्रभाव नहीं होने की खबर और उसे प्राण ही संकट में आने लगे का उदाहरण सुप्रियो ने सभी के समक्ष रखा।

उन्होंने कहा कि सरकारी यूनिवर्सिटियां तो कब की खत्म हो गई और अब उनकी जगह भाजपा नेताओं की यूनिवर्सिटियों ने स्थान बना लिया। इस कारोबार में भाजपा नेता खुब फल-फूल रहे हैं। इसमें गुजरात लॉबी खुब लगा हुआ है। राजस्थान के कोटा में भी यही सब हो रहा है। एनटीए की गारंटी कौन लेगा, जोशी इसके चेयरमैन है। जब ये यूपीएससी में थे, तब भी इन पर सवाल उठे थे।

सुप्रियो ने कहा कि जब तक संस्थानों को ईमानदार व पारदर्शी नहीं बनायेंगे। देश नहीं बढ़ेगा। 2047 के नाम पर देश को गढ़ने की बात कहनेवालों भाजपाइयों क्या इससे देश गढ़ोगे? नई शिक्षा नीति की बात करनेवालों अभी तक लोग नई शिक्षा नीति को समझ तक नहीं पायें हैं। कही अभी तक लागू भी नहीं हो पाया। आखिर ये कैसी नई शिक्षा नीति है।