अपनी बात

दबंग BJP MP ढुलू महतो के खिलाफ डोमन महतो को कोर्ट में बयान देना पड़ा महंगा, ढुलू समर्थकों ने उसकी पत्नी-बेटी को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर किया अधमरा, खेतों में लगी सब्जियों को भी किया नष्ट

भला भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास और भाजपा प्रदेश के संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह तथा केन्द्रस्थ भाजपा नेताओं के अतिप्यारे-दुलारे, टाइगर सेना के जन्मदाता व धनबाद के दबंग भाजपा सांसद ढुलू महतो के खिलाफ एक साधारण व्यक्ति डोमन महतो की हिम्मत कैसे हो गई कि वो ढुलू के खिलाफ कल कोर्ट में बयान देने चला गया, ढुलू के समर्थकों की यही बात नागवार लगी, और लीजिये डोमन महतो की ऐसी इलाज कर दी गई कि बेचारे की पत्नी और बेटी आज धनबाद के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।

दरअसल बताया जाता है कि बरोरा थाने के चिटाही बस्ती में डोमन महतो की जमीन है। उस जमीन पर पहले से ही ढुलू महतो की गिद्धदृष्टि है। वो चाहता है कि मंदिर के नाम पर डोमन महतो की सारी जमीन हड़प लें, लेकिन डोमन महतो ऐसा करना नहीं चाहता, क्योंकि वो अगर अपनी सारी जमीन ढुलू महतो के मंदिर को सौंप देगा, तो फिर वो अपने परिवार का भरण-पोषण कैसे करेगा? लेकिन ढुलू तो ढुलू है, उसे किसी के परिवार के भरण-पोषण से क्या मतलब, उसे जमीन चाहिए तो चाहिए।

लीजिये, कल जैसे ही डोमन महतो, ढुलू महतो के खिलाफ धनबाद कोर्ट में बयान देने गया। ढुलू महतो के समर्थकों ने लाठी-डंडे से दौड़ा-दौड़ा कर डोमन महतो की पत्नी नीरा देवी और उसकी बेटी को ऐसा जमकर पीटा की दोनों की स्थिति अधमरी जैसी हो गई। जब डोमन महतो की घायल पत्नी और उसकी बेटी को उसके परिजन बरोरा थाना लेकर पहुंचे, लेकिन बरोरा थाना ने भी ढुलू के भय से इनलोगों की कोई मदद नहीं की।

इधर घायल नीरा देवी का कहना है कि ढुलू महतो ने चिटाही में राम राज मंदिर बनवाया है, उस मंदिर के लिए उसकी रैयती जमीन को वो ढूलू हड़पना चाहता है। ढुलू और ढुलू के लोग इसी मामले को लेकर हमेशा प्रताड़ित करते रहते हैं। एक केस इसी मामले में 2019 से चल रहा है, जिसको लेकर उसके पति कल बयान दर्ज कराने धनबाद कोर्ट गये थे। ढुलू महतो और उसके लोग उसके पति पर बार-बार दबाब बना रहे थे कि वो कोर्ट में ढुलू के खिलाफ बयान देने न जाये। लेकिन वे गये।

जैसे ही इस बात की जानकारी ढुलू महतो के समर्थकों को मिली। ये लोग डोजर लेकर उसके खेत में पहुंच गये और खेतों में लगे सब्जियों को नष्ट करने लगे। जब इसका प्रतिकार करने के लिए डोमन महतो की पत्नी और बेटी पहुंची तो इन सभी को जमकर लाठी-डंडे से मार-मारकर अधमरा कर दिया। जब परिजनों को पता चला तो ये लोग किसी तरह से इन्हें बचाने की कोशिश की, नहीं तो इन दोनों का वहीं प्राणान्त हो जाता।

राजनीतिक पंडितों का कहना है कि ढुलू महतो और उनके समर्थंकों का आतंक कोई नया नहीं हैं। अब चूंकि यह विधायक से सांसद बन गया तो इसके आतंक में और वृद्धि होनी ही थी। यह आतंक उसी का परिणाम है। ढुलू महतो के समर्थकों ने डोमन महतो की पत्नी और उसकी बेटी को लाठी-डंडे से मार-पीटकर अधमरा कर देने तथा उसके खेत में लगे सब्जियों को डोजर से नष्ट कर देने के बाद सभी को संदेश दे दिया कि जो भी ढुलू महतो के खिलाफ आवाज उठायेगा, उसका यही हाल किया जायेगा। पुलिस भी ढुलू महतो के खिलाफ नहीं जा पायेगी, क्योंकि उसका राज पूरे धनबाद में ही नहीं, बल्कि पूरे झारखण्ड में चलता है और उसके सहयोगी हर दलों में विद्यमान है।