इधर MLA भानु प्रताप पर हुए FIR से दुखी बाबूलाल ने फेसबुक पर अपनी व्यथा सुनाते हुए CM हेमन्त सोरेन को जमकर कोसा, उधर उन्हीं की साइट पर आम जनता ने उन्हीं की क्लास ले ली
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी बहुत दुखी है। वे दुखी तब से हैं, जबसे उन्हें अपने विधायक भानु प्रताप शाही के खिलाफ प्राथमिकी होने का समाचार प्राप्त हुआ है। प्राथमिकी की प्रति मिलते ही उन्होंने फेसबुक पर उसे डालते हुए अपनी व्यथा लिख डाली है। उन्होंने फेसबुक में लिखा है कि “JMM कांग्रेस की सरकार हताशा में विधानसभा चुनाव के पूर्व भाजपा के सांसदों, विधायकों, नेताओं, कार्यकर्ताओं के उपर फ़र्जी मुकदमे दर्ज करा के उन्हें परेशान करने और जनता के आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
लोकतंत्र में सरकार की आलोचना करना या विरोध में आवाज उठाना जनता का अधिकार होता है, लेकिन JMM-कांग्रेस जैसी परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र के यथार्थ को नहीं समझती। हेमंत जी, आप जैसे लोगों के वज़ह से ही SC/ST एक्ट की विश्वसनीयता कम हो रही है और आपके ऐसे कृत्यों से दलित/आदिवासी समाज को नुकसान ही हो रहा, कानून द्वारा दी गई शक्तियों के दुरुपयोग की भी एक सीमा होती है।
भ्रष्ट सरकार के इशारे पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने वाले अधिकारियों से आग्रह है कि वो लोकतंत्र विरोधी टूलकिट का हिस्सा बनकर एसटी एक्ट का दुरूपयोग करने से बाज़ आयें। भाजपा कार्यकर्ता हेमंत सरकार के ऐसे फ़र्जी मुकदमे और गीदड़भभकी से डरने वाले नहीं हैं। लोकतंत्र विरोधी ताक़तों एवं दमनकारियों को झारखंड की जनता आगामी चुनाव में उचित ज़वाब देगी।”
इधर बाबूलाल मरांडी ने अपनी व्यथा पोस्ट की और उधर उनके पोस्ट को देखते ही, राज्य की आम जनता और युवा मुखर हो उठे और उन्हीं के पोस्ट पर उनका क्लास लेना शुरु कर दिया। पप्पू कुमार ने लिखा कि यदि मोदी को कोई गरदन पकड़ने का भाषण देगा तब इसी तरह का रिएक्शन होगा आपका महोदय ….।
कलाम खलीफा लिखते है कि राहुल गांधी को क्यो गुजरात में मोदी सरनेम केस में प्राथमिकी दर्ज किया गया था। भगत हांसदा ने लिखा कि भानु प्रताप को अपनी भाषा का मर्यादा रखना चाहिए। बलका मुर्मू ने सवाल पूछा कि बीएसएफ केन्द्र सरकार के अधीन है, बांगलादेशी कैसे घुस रहे हैं। सोहन तिर्की ने लिखा कि दस साल से यही तो किया है और किया ही क्या है। हेमन्त जी और केजरीवाल जी के साथ जो हुआ वो क्या है।
शिशु गोविन्द ने लिखा कि हेमन्त सोरेन और अरविन्द केजरीवाल क्या किया था कि इन दोनों लोगों को जेल भेजा गया। अजीत हांसदा ने लिखा फिर इस बार जेएमएम सरकार, संजय एक्का ने लिखा जैसी करनी वैसी भरनी। अजीत हांसदा ने फिर लिखा -सीधे जेल भेजना चाहिए। मो. शाह हुसैन ने लिखा केस सही हुआ है।
मणि शंकर महतो ने लिखा है कि भानु प्रताप शाही दूध का धुआं हुआ आदमी नहीं है। इनके उपर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। ईडी इनका संपत्ति जब्त किया था, उन पर दवा घोटाला का आरोप है, भले आज भानु प्रताप जी भाजपा में चले जाने के कारण भ्रष्टाचार का जांच ठंडा पड़ गया है। लेकिन जनता सब जानती है, सब भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे हुए हैं। फुलचंद टुडू लिखते है कि इतना जल्दी डर गये, आपको अभी कुछ नहीं बोले हैं। आपलोगों ने जितना ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग किया है, सुद समेत वापस किया जायेगा।
मार्स मैन्यूल बोदरा लिखते है कि चुनाव के समय एकाउंट सील करना, ईडी, सीबीआई की रेड और नोटिस क्या है फिर? चच्चा आप करो तो चमत्कार और विपक्ष करे तो बलात्कार, ए नाय चोलबे काकू, खेला होबे। कुछ लोगों ने बाबूलाल मरांडी के समर्थन में भी लिखे हैं, लेकिन ज्यादा धार आम जनता ने उनके विरोध में ही दिखाये हैं। विद्रोही24 ने प्रमाण भी सामने रख दिया है, जनता स्वयं देखें।