राजनीति

हमारी सरकार ने ही सरकारीकर्मियों को बुढ़ापे की लाठी थमाई, वहीं बुढ़ापे में कोई पेंशन से वंचित न रहे, इसके लिए सर्वजन पेंशन योजना की शुरुआत कीः हेमन्त सोरेन

अमर शहीद निर्मल दा। एक ऐसी शख्सियत, जो झारखंड अलग राज्य आंदोलन के एक अहम स्तंभ थे। अलग राज्य के लंबे समय तक चले संघर्ष में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। आज उनका बलिदान दिवस है। इस अवसर पर सभी अमर वीर शहीदों को शत-शत नमन। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज अमर वीर शहीद निर्मल महतो जी के 37 वें बलिदान दिवस पर उलियान, जमशेदपुर स्थित उनके समाधि स्थल एवं यहां स्थापित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ये बातें कहीं।

मुख्यमंत्री ने अमर शहीद निर्मल महतो जी के शहादत दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने राज्यवासियों के हित में कई ऐतिहासिक और निर्णायक कदम उठाए हैं। हमारी सरकार ने सरकारी कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना लागू कर उनके बुढ़ापे की लाठी प्रदान की है। वही बुढ़ापे में कोई पेंशन से वंचित न रहे, इसके लिए सर्वजन पेंशन योजना शुरू की है। ऐसे ही अनेकों योजनाएं हैं, जिसका सीधा फायदा इस राज्य के आदिवासी, दलित, गरीब, मजदूर किसान, महिला और नौजवानों समेत हर वर्ग और तबके को हो रहा है। हम अपनी योजनाओं के माध्यम से इस राज्य की तस्वीर और तकदीर बदलने का कार्य निरंतर करते आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वे अपनी जरूरत की योजनाओं से जुड़े और जिन्हें इन योजनाओं की जानकारी नहीं है, उन्हें इसकी जानकारी देकर उन योजनाओं से जुड़ने के लिए प्रेरित करें। सभी के सहयोग और भागीदारी से सभी को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। महिलाएं आगे बढ़े, इसके लिए कई योजनाएं हैं। इसी कड़ी में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत हो रही है । इस योजना के अंतर्गत 21 से 50 वर्ष तक की महिलाओं को हर वर्ष 12 हज़ार रुपए सम्मान राशि दी जाएगी। राज्य की ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को इसका लाभ मिले, इसके लिए इसके आवेदन की प्रक्रिया को काफी सरल रखा गया है। महिलाएं आगे आएं और इस योजना से जुड़कर अपनी प्रगति का एक नया रास्ता बनाएं ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नौजवानों को सरकारी और निजी क्षेत्र में रोजगार देने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षों में यहां ना तो नियुक्ति नियमावली ही बनी और ना ही नियुक्तियों को लेकर कोई ठोस प्रयास किए गए।  लेकिन, हमारी सरकार नियुक्ति नियमावली बनाकर सरकारी विभागों में खाली पड़े पदों पर बड़े पैमाने पर नियुक्तियां कर रही हैं। वहीं, निजी संस्थाओं और संस्थानों में भी हजारों युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर शिक्षा से बच्चों का बेहतर भविष्य बन सकता है। जब बच्चे पढ़-लिख कर आगे बढ़ेंगे तो राज्य भी आगे बढ़ेगा। यही वजह है कि हमारी सरकार बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। किसी भी गरीब बच्चों की पढ़ाई पैसे की तंगी की वजह से प्रभावित न हो, इसके लिए शिक्षा से जुड़ी कई योजनाएं चल रही हैं। हमारी सरकार ने गुरु जी क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत बच्चों को 15 लाख रुपए तक का शिक्षा लोन सरकार अपनी गारंटी पर दे रही है। हमारे आदिवासी-दलित गरीब बच्चे पढ़ लिख कर ऊंचे पदों पर पहुंचे, इसी सोच के साथ हम अपनी योजनाओं को धरातल पर उतर रहे हैं।

इस कार्यक्रम में  मंत्री चम्पाई सोरेन, मंत्री बन्ना गुप्ता, विधायक रामदास सोरेन, विधायक सविता महतो, विधायक संजीव सरदार, विधायक समीर मोहंती, विधायक मंगल कालिंदी, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजू गिरि, जिला बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष मोहन कर्मकार समेत अन्य मौजूद थे।