अपनी बात

झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की लोकप्रियता की आंधी में भाजपा के साफ होने की संभावना, कई राजनीतिज्ञों, पत्रकारों व स्वयंसेवी संस्थाओं ने JMMSY का किया स्वागत, चलाया विशेष अभियान

झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा शुरु की गई झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की लोकप्रियता ने भाजपाइयों की नींद उड़ा दी हैं। भाजपाइयों को लगता है कि अगर झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की लोकप्रियता इसी तरह बढ़ती गई तो कही आगामी विधानसभा चुनाव में जो वर्तमान की उसकी सीटें हैं, वो घटकर दस पर न चली आये।

क्योंकि देखने में आ रहा है कि झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का लाभ झारखण्ड की महिलाओं को मिले, इसके लिए समाज के विभिन्न वर्गों के लोग भी रुचि लेने लगे हैं, साथ ही रुचि वे भी ले रहे हैं, जो समझ रहे हैं कि इसका लाभ अगर सचमुच झारखण्ड की महिलाओं को मिलेगा तो उनका लाभ और जीवन स्तर सुधरना एक तरह से तय है।

दूसरी ओर भाजपा के लोग झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को महिला परेशान योजना का नाम देकर हर प्रकार से आलोचना करने में लगे हैं। लेकिन उनकी इस आलोचना पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। बल्कि कुछ लोग तो इसके लिए भाजपा की ही आलोचना कर रहे हैं। पूर्व में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रहे, कुणाल षाड़ंगी तो हेमन्त सोरेन की इस योजना की प्रशंसा करते नहीं थकते।

वे अपने इलाके में खुद ही इसके लिए प्रचार गाड़ी लगा दी हैं तथा लोगों को इसके लिए जागरुक कर रहे हैं। कुणाल षाड़ंगी कहते है कि अगर झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के क्रियान्वयन में अगर कुछ त्रुटियां हैं तो हमारा कर्तव्य है कि लोगों को सचेन करें व सकारात्मक सुझाव देकर सरकार के संज्ञान में लाएं, न कि सिर्फ नकारात्मकता ही फैलाएं।

हेमन्त सोरेन सरकार की मंईयां योजना के बारे में टीम नाव्या द्वारा पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा, चाकुलिया व गुड़ाबांधा प्रखंडों में कल से प्रचार व जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है और निःशुल्क आवेदन पत्र भी वितरित किये जा रहे हैं। दूसरी ओर जमशेदपुर पूर्व के निर्दलीय विधायक सरयू राय भी इस योजना में काफी दिलचस्पी ले रहे हैं और अपने इलाके की महिलाओं को इसका लाभ मिले, इसके लिए वे स्वयं सक्रिय हैं।

इधर वरिष्ठ पत्रकार अन्नी अमृता बताती है कि मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना को लेकर झारखंड में महिलाओं का खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर सर्वर डाउन होने और अन्य कई तरह की शिकायतों के मद्देनजर अब सरकार ने इस योजना को और आसान बना दिया है। अब ऑफलाइन आवेदन भी किया जा सकेगा। सिर्फ चार दस्तावेजों–एक पासपोर्ट साइज फोटो, आधार की छाया प्रति, बैंक पास बुक की छाया प्रति और राशन कार्ड की छाया प्रति के साथ आवेदन पत्र को जमा करना है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सोशल मीडिया अकाउंट, सूचना एवं जन संपर्क एवं अन्य माध्यमों से लगातार योजना की अपडेट जानकारियां दी जा रही हैं। विभिन्न संगठन और सामाजिक कार्यकर्ता भी लोगों को जागरुक करने में जुटे हैं। उसी कड़ी में स्वयं अन्नी अमृता ने धतकीडीह मुखी बस्ती में मुखी समाज के चेतन मुखी, सुनीता मुखी और अन्य लोगों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना के प्रति महिलाओं को जागरुक किया। इस दौरान अन्नी अमृता और मुखी समाज के लोगों ने घर घर जाकर लोगों से जानकारी ली कि आवेदन पत्र मिले या नहीं और जिन्हें नहीं मिले उनको आवेदन पत्र उपलब्ध कराया।

साथ ही योजनाओं के संबंध में जन संपर्क विभाग और मुख्य मंत्री के सोशल मीडिया अकाउंट से साझा की जा रही तमाम अपडेट जानकारियां लोगों को दी ताकि किसी को कुछ कंफ्यूजन न हो। अन्नी अमृता कहती है कि कई महिलाओं को लग रहा था कि कुछ दिन ही शेष हैं और फिर आवेदन पत्र न तो भर पाएंगी और न ही जमा कर पाएंगी। उन्हें बताया गया कि घबराने की जरुरत नहीं है, 15अगस्त तक विशेष शिविर है। लेकिन उसके बाद भी विभिन्न प्रज्ञा केंद्रों में दिसंबर तक आवेदन पत्र जमा होते रहेंगे। बता दें कि झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना के तहत 21 से 50 वर्ष तक की महिलाओं के खाते में एक हजार प्रतिमाह की राशि सरकार की ओर से दी जाएगी।