राजनीति

रांची भाजपा में भी विद्रोह की स्थिति, चुटिया मंडल के 52 समर्पित कार्यकर्ताओं ने कहा थोपा हुआ मंडल अध्यक्ष बर्दाश्त नहीं करेंगे, कल गुस्साए कार्यकर्ता कर्मवीर को सौंपेंगे अपना इस्तीफा

जो बात का डर था। वहीं हुआ। प्रदेश संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह के खिलाफ धीरे-धीरे भाजपा कार्यकर्ताओं का आक्रोश बढ़ता ही चला जा रहा है। बात धनबाद की हो या जमशेदपुर या अब रांची की, जहां देखिये, सभी यही कह रहे हैं कि इस बार जो पार्टी ने कमेटियां बनाई हैं। उसमें वे लोग ज्यादा शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी के लिए कुछ किया ही नहीं। कल तो जमशेदपुर भाजपा कार्यालय के समक्ष इन्हीं बिन्दुओं को लेकर धरना भी आयोजित है।

दूसरी ओर आज रांची के चुटिया भाजपा मंडल में अपनी ही पार्टी के खिलाफ विद्रोह की स्थिति देखी गई। आम तौर पर रांची का चुटिया मंडल भाजपा का सशक्त मंडल माना जाता है। रांची विधानसभा से भाजपा को जीत यही मंडल दिलाता है। रांची लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की बात करें, तो यही मंडल लोकसभा में भाजपा को बढ़त दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। उसका मूल कारण यहां भाजपा की सशक्त टीम का होना है।

आज जैसे ही विद्रोही24 को पता चला कि चुटिया मंडल के कार्यकर्ता अपने ही पार्टी के कुछ नेताओं के खिलाफ गुस्से में हैं, तो गुस्से के कारण का पता लगाने की कोशिश की। भाजपा कार्यकर्ताओं का यह कहना था कि चुटिया मंडल का भाजपा अध्यक्ष कौन होगा? इसकी रायशुमारी उनलोगों से नहीं की गई। सीधे उपर से थोप दिया गया। जब इसके बारे में उन्होंने रांची महानगर भाजपाध्यक्ष वरुण साहू से बात की।

तब उनका कहना था कि सुजीत शर्मा को पुनः अध्यक्ष बनाने का काम वर्तमान सांसद, विधायक व प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर किया गया है। वरुण साहू से यह बात सुनते ही चुटिया मंडल के सभी कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखा गया। जिस पर सभी का कहना था कि वे उपर से थोपा हुआ मंडल अध्यक्ष अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके पूर्व भी ऐसा ही किया गया था। तो बर्दाश्त कर लिया गया था। बार-बार थोपनेवाली प्रक्रिया चालू रहेगी तो उसका विरोध होना तय है।

आनन-फानन में इस निर्णय के खिलाफ इस्तीफा देने को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया और देखते ही देखते इसमें 52 कार्यकर्ताओं ने अपना हस्ताक्षर कर दिया। हस्ताक्षर करनेवालों में पांच पूर्व मंडल अध्यक्ष भी हैं, जिनके नाम इस प्रकार है – राधेश्याम केसरी, जनार्दन साह, मदन सिंह, छत्रधारी महतो व मदन केसरी। ये हस्ताक्षरयुक्त पत्र कल कर्मवीर सिंह को सौंप दिया जायेगा। ज्ञातव्य है कि वर्तमान में सुजीत शर्मा को चुटिया का मंडल अध्यक्ष बनाया गया है, पूर्व में भी सुजीत शर्मा ही मंडल अध्यक्ष थे।

भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि पिछले 25-30 वर्षों से निस्वार्थ भाव से काम करनेवाले भाजपा कार्यकर्ताओं को अब वो सम्मान नहीं मिल रहा, जिसके वे हकदार है। प्रदेश से लेकर मंडल स्तर तक उन्हें सम्मान नहीं मिल रहा, बल्कि उसके जगह आयातित लोगों को पद थमा दिया जा रहा है। जिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने कार्यों से चुटिया मंडल को सर्वश्रेष्ठ मंडल के रुप में स्थापित किया था, अब उनकी जगह पर वे लोग आ रहे हैं, जिन्हें भाजपा के संविधान के बारे में भी जानकारी नहीं हैं।

गुस्साए कार्यकर्ताओं का कहना है कि ताजा उदाहरण अभी संगठन में व्यापक फेरबदल के रुप में दिख रहा है, जहां प्रदेश से महानगर में या मंडल में सभी जगह अवसरवादी कार्यकर्ताओं को पद दे दिया गया है। जो एक बूथ का संचालन भी ठीक से नहीं कर सकते। अगर यही हाल रहा तो समर्पित कार्यकर्ता पार्टी कार्यों से विमुख हो जायेंगे और उस वक्त पार्टी की स्थिति और भयावह हो जायेगी।

गुस्साए कार्यकर्ताओं ने सुजीत शर्मा को फिर से मंडल अध्यक्ष बनाये जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हुए कई आरोप लगाये। जिसमें वरिष्ठ और पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा व अपमानित करना, लोकसभा के चुनाव में नामांकन के पैसों का गबन करना, किसी भी प्रकार की रैली, बैठक या सभा में मिलनेवाली राशि का दुरुपयोग करना, महिला कार्यकर्ताओं के साथ शराब का सेवन कर उनके साथ दुर्व्यवहार करना, अपने मनचाहे कार्यकर्ताओं को पद देना, पिछले लोकसभा चुनाव में मनचाहे तरीके से संयोजक, सह संयोजक एवं बूथ अध्यक्ष मनोनीत करना, विगत साढ़े तीन वर्षों से पार्टी का कोई संगठनात्मक कार्यक्रम को ईमानदारी पूर्वक नहीं करना, चाहे वो लाभार्थी सम्पर्क कार्यक्रम या सम्मेलन या जनसम्पर्क ही क्यों न हो, आदि शामिल हैं।