जब भी हमने राज्यहित में अच्छे काम शुरु किये, बेईमानों (भाजपाइयों) ने षडयंत्र करना शुरु किया, कभी हमें जेल में डाला, कभी सरकार गिराने लगे, कभी मंत्री/विधायकों को तोड़ने में लग गयेः हेमन्त
झारखण्ड की महिलाओं के बीच एक नये युग की शुरुआत हुई है। आज से झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की है। यह योजना रक्षाबंधन के पूर्व संध्या पर शुरु की गई है। यह योजना उसी तरह से हैं, जैसे रक्षाबंधन के दिन हर भाई अपने बहन के लिए कुछ न कुछ उपहार देता है, तथा उसकी रक्षा का वचन देता हैं।
लगता है उसी प्रकार हेमन्त सोरेन ने भी राज्य की लाखों बहनों को मंईयां सम्मान योजना के तहत साल में 12 हजार रुपये देने का वचन और उनकी हर हाल में रक्षा का वचन आज दे दिया। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की चर्चा पूरे देश में हैं और राजनीतिक पंडितों का मानना है कि यह योजना भाजपाइयों के लिए काल बनकर आई है।
भाजपाइयों को डर है कि कही ऐसा न कि इस योजना का लाभ ले रही महिलाएं आनेवाले विधानसभा चुनाव में हेमन्त सोरेन को वोट के रुप में अपना वादा न निभा दें। खैर आगे क्या होगा, वो तो भविष्य के गर्भ में हैं। लेकिन सच्चाई यही है कि हेमन्त सोरेन ने मंईयां सम्मान योजना के नाम पर झारखण्ड के पिच पर ऐसी बैंटिंग कर दी है कि भाजपाइयों को इसकी काट के लिए कुछ मिल ही नहीं रहा।
शायद यही कारण रहा कि झारखण्ड में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम का असर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के चेहरे पर आज न के बराबर था। वे गदगद थे। उन महिलाओं के चेहरे पर छाई खुशियों को देखकर जो मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए जुटी थी। आज पाकुड़ की 81 हजार महिलाएं इस योजना से लाभान्वित हुई और सभी के एकाउंट में एक-एक हजार रुपये चले गये।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के शब्दों में यह एक नए युग का सूर्योदय है। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSY) की पहली किश्त हमारी बहनों के खातों में पहुंच गई है। यह क्षण हमारे राज्य के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित हो गया है। हर चमकती आंख, हर खिली मुस्कान इस बात का गवाह है कि हमारा संकल्प अब साकार हो रहा है। यह महज एक कदम है उस लंबी यात्रा का, जिसकी कल्पना हमने साथ मिलकर की थी। यह योजना हमारी बहनों के जीवन में नवीन उमंग और उत्साह भर रही है। उनके सपनों को पंख लग गए हैं, और आत्मनिर्भरता की ओर उनका यह प्रथम कदम है।
भाजपा के लोग हमारी योजनाओं से इतने दब जायेंगे कि सातों जन्मों तक नहीं उठ पायेंगे
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इस दौरान उपस्थित जनसमुदाय को अपनी पीड़ा भी बताई। उन्होंने कहा कि वे जानते है कि हमारे राज्य की बहनें किन समस्याओं से जुझती रहती है। उनकी समस्याएं कम हो, इसके लिए उन्होंने कई योजनाएं धरातल पर लाये। जिसका लाभ हमारी बहनों को मिल रहा है। उन्होंने यहा तक कह दिया कि अगर राज्य में सब कुछ ठीक रहता तो वे इस योजना को एक साल पहले लाकर शुरु कर देते।
लेकिन क्या करें, कुछ समाज के दुश्मन, कुछ ऐसे षडयंत्रकारी, देश और राज्य में घुम रहे हैं, जो अच्छे काम होने नहीं देना चाहते, येन-केन प्रकारेन हर अच्छे कामों में रोड़े अटकाते हैं। लेकिन उसके बावजूद भी हमने हार नहीं मानी है। गांव-गांव, घर-घर, टोले-टोले, पंचायत-पंचायत तक अपने अधिकारियों को भेजा, आपकी समस्याओं को जाना और जैसे ही आपकी समस्याओं का हल निकालने बैठा, इन बेइमानों ने हमें जेल में डाल दिया।
उन्होंने कहा कि जब गुरु जी ने बड़े-बड़े इन जमातों को ठंडा कर दिया, तो ये छोटे-मोटे लोगों को वे भी ठंडा कर देंगे। आपलोग चिन्ता मत करें। ये भाजपा के लोग हमारी योजनाओं से इतने दब जायेंगे कि सातों जन्मों तक नहीं उठ पायेंगे। इनके पास कोई मुद्दा ही नहीं, ये केवल हिन्दू मुस्लिम, अगड़ा-पिछड़ा, हिन्दू-सरना ही करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हेडक्वार्टर से चलनेवाली सरकार नहीं, बल्कि गांवों से चलनेवाली सरकार है।
भाजपा के लोगों को आगामी चुनाव में ऐसा नकार दीजिये कि दुबारा झारखण्ड में ये लोग नहीं दिखे
उन्होने आम जनता से कहा कि जरा इन भाजपाइयों से पूछिये कि जब राज्य में डबल इंजन की सरकार थी, तो इन्होंने सभी के लिए पेंशन की व्यवस्था क्यों नहीं की, राशन क्यों काट दिया। ये भाजपा के लोग हम पर आरोप लगाते है कि हम काम नहीं करते, अरे ये लोग काम करने देगा, तब न काम करेंगे। जब भी हम आदिवासियों-मूलवासियों को नौकरी देने के लिए कानून बनाते हैं तो ये लोग कोर्ट में जाकर अड़ंगा लगाता है।
कमाल है, जहां भाजपा का राज हैं, वहां वहीं कानून संवैधानिक और जहां भाजपा की सरकार नहीं है, वहीं कानून असंवैधानिक हो जाता है। इसके बावजूद हमें थके नहीं, काम कर रहे हैं, कई विभागों में नौकरियां दिलवाई है और कई जगहों पर हमारा प्रयास जारी है। क्या करें, ये लोग कभी हमें जेल में डालेगा, कभी सरकार गिरायेगा, कभी विधायक तोड़ेगा, कभी मंत्री तोड़ेगा, यही काम में ये लोग रहता है और हमारा ध्यान भटकाता है।
लेकिन अब हमारा ध्यान नहीं नहीं भटकेगा और न ही लक्ष्य। अब मंजिल बहुत करीब है, देश की जनता ने इनके षडयंत्र को नकार दिया है, जब जब झारखण्ड की बारी आयेगी, एक दो महीने में चुनाव होनेवाला है, आपलोग ऐसे लोगों को नकार दीजिये, ताकि ये लोग दुबारा झारखण्ड में नहीं दिखे।
उन्होंने कहा कि संथाल की महान पावन धरा को भाजपा झारखंड से अलग करना चाहती है, पर उनका यह सपना हम कभी पूरा नहीं होने देंगे आज संथाल की पावन धरा से इस विघटनकारी राजनीति के ख़िलाफ़ झारखंड की सभी बहनों को एक सूत्र में पिरोते हुए मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की। संथाल से शुरू हुई यह योजना हमारे महान राज्य की सभी बहनों की सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।