अपनी बात

तो क्या सही में भाजपा ने पैसे लेकर ढुलू महतो को टिकट दिये थे, कृष्णा मोदी के पोस्ट पर धनबाद में मचा धमाल, इधर जिला मंत्री रीता प्रसाद व जिलाध्यक्ष श्रवण के खिलाफ कार्रवाई की उठी मांग

भाजपा ओबीसी मोर्चा, धनबाद के जिला मंत्री कृष्णा मोदी के एक पोस्ट ने पूरे धनबाद में धमाल मचा कर रख दिया है। कृष्णा मोदी ने फेसबुक में दिये गये अपने पोस्ट में लिखा है कि धनबाद के भाजपा विधायक राज सिन्हा की काफी करीबी माने जानेवाली रीता प्रसाद जो भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष भी रह चुकी है और वर्तमान में भाजपा धनबाद महानगर की जिला मंत्री पद पर विराजमान है।

रीता प्रसाद का कहना है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी ने पैसा का खेला, खेलकर प्रत्याशी को टिकट दिया। कृष्णा मोदी का कहना है कि रीता प्रसाद इतना बड़ा इल्जाम पार्टी पर क्यों और किसके कहने पर लगा रही है। कृष्णा मोदी के अनुसार, अगर ऐसा है तो रीता प्रसाद के कहे अनुसार ही, वो भी जो आज जिला पद पर विराजमान है, वो भी जिलाध्यक्ष श्रवण राय को पैसा देकर ही बनी होंगी।

कृष्णा मोदी के अनुसार, ऐसे पदाधिकारी जो पार्टी को बदनाम करते हैं, उन पर श्रवण राय द्वारा कार्रवाई नहीं करना, बताता है कि इसमें उनकी भी कही न कही मिलीभगत है। अब पार्टी को चाहिए कि ऐसे जिलाध्यक्ष श्रवण राय को हटाएं और भाजपा को बचाएं। कृष्णा मोदी के इस पोस्ट पर रीता प्रसाद ने अपने फेसबुक वॉल पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है और उसका कहना है कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया, ये उनके विरोधियों द्वारा उसके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। वो किसी भी प्रतिनिधि का विरोध नहीं करती, ये उनके संस्कार में भी नहीं हैं। यह सारा काम निगेटिव प्रचार करनेवालों का काम है।

रीता प्रसाद ने कृष्णा मोदी के पोस्ट पर भी कमेन्ट्स किये हैं। रीता प्रसाद ने उसमें लिखा है कि और तुमको (कृष्णा मोदी को) बहुत बहुत धन्यवाद मेरा प्रचार करने के लिए। आज मिर्चा क्यों लग रहा है, टिकट तेरे लिखने से मिल जायेगा और नहीं लिखने से कट जायेगा। कृष्णा मोदी के इस पोस्ट पर और कई लोगों ने कमेन्ट्स डाले हैं।

 

अभय चंद्रवंशी लिखते है कि जिलाध्यक्ष श्रवण राय चेहरा देखकर कार्रवाई करते हैं। पद बढ़ते समय भी उन्होंने सिर्फ और सिर्फ माननीय के इशारे पर ही काम किया। श्रवण राय भाजपा के अब तक के सबसे कर्तव्यहीन, बिना इच्छाशक्ति के जिलाध्यक्ष है। इनके विफलतम कार्यकाल को धनबाद जिला भाजपा के कार्यकर्ता काले अध्याय के रूप में याद रखेंगे। कैलाश गुप्ता ने लिखा – समय नजदीक है। हम जैसे थे, वैसे रहेंगे। माननीय जी कि करनी का जवाव जनता देगी।

 

शैलेश सिंह चंद्रवंशी लिखते हैं कि बहुत पते की बात कही है। श्रवण राय को पार्टी हित में अविलम्ब पद से हटाया जाये। बॉबी पांडेय लिखती है कि ये तो सीधे केन्द्र पर इल्जाम लगा है और जो सच्चाई लिखने का हिम्मत करते हैं। उन्हें किसी बात का डर नहीं, जब लोग सोशल मीडिया में लिख सकते हैं सांसद पर और केन्द्र पर तो, क्या पैसा देते समय महोदया वहां उपस्थित थी।

जिलाध्यक्ष सब पर कार्रवाई करने की बात करते हैं, तो सवाल यहां भी है कि एक व्यक्तिगत इल्जाम किसी व्यक्ति विशेष पर हो तो एक अलग बात है, पर यहां तो केन्द्र पर सवाल उठ चुका है। चुन्ना सिंह लिखते है कि पहले जिलाध्यक्ष और विधायक का पुतला जलानेवालों पर तो कार्रवाई हो। बच्चू राय लिखते हैं कि जिस तरह जिलाध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में भाजपा से गद्दारी किया, ठीक उसी तरह विधानसभा चुनाव में भी गद्दारी करेगा।

दूसरी ओर भाजपा के एक पुराने कार्यकर्ता अजय सिंह ने एक दिन पहले एक पोस्ट किया है। जो भाजपा किसान मोर्चा धनबाद महानगर से संबंधित है। अजय सिंह ने एक लेटर डालते हुए भाजपा किसान मोर्चा धनबाद के पदाधिकारियों से पूछा है कि ये किस पद के अधिकारी है, कोई बता सकता है क्या? इस पोस्ट में चार व्यक्तियों के नाम मोबाइल नंबर के साथ दिया गया है और बताया गया है कि भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू के आदेशानुसार ये चार लोग धनबाद में किसान मोर्चा का काम देखेंगे।

 

जिनके नाम हैं, वे हैं – इन्द्रकांत झा, विपिन लाल, मनोज चौहान और विनोद बिहारी प्रसाद। ये नाम जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिन्हा ने भाजपा किसान मोर्चा के लेटर पैड पर जारी किये हैं, लेकिन ये नहीं लिखा कि ये चारों किस पद पर हैं और किस आधार पर वे किसान मोर्चा के कामों को देखेंगे। किसान मोर्चा का ये लेटर पैड भी धमाल मचाता जा रहा है।