दिल्ली के भारत मण्डपम में रविवार को संपन्न वर्ल्ड फूड इंडिया समारोह में हजारों ने झारखण्ड के पारम्परिक व्यजंनों का स्वाद चखा
दिल्ली के भारत मण्डपम में चल रहे वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2024 का रविवार को समापन हो गया। वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में झारखण्ड का इस वर्ष फोकस राज्य के फूड प्रोडक्ट की भूमिका पर आधारित था। झारखण्ड पवेलियन की साज सज्जा उद्योग विभाग द्वारा की गई थी। पवेलियन में 13 बिक्री सह प्रदर्शनी स्टाल लगाए गए थे।
जिसमें तीन स्टॉल झारखण्ड सरकार के विभाग अथवा उपक्रमों के शामिल थे। वहीं फ़ूड कोर्ट में लगे झारखण्ड के फूड स्टॉल पर लोगों ने झारखण्ड के पारम्परिक व्यंजन का स्वाद चखा। चार दिन चले इस आयोजन में सेमिनार, बी 2 जी सेशन, बी 2 बी सेशन उत्पाद बिक्री आदि प्रमुख रहे। जिसमें 30 से अधिक कंपनी ने झारखण्ड में प्रोसेसिंग इकाई में निवेश करने में इच्छा जताई।
इस वर्ष झारखण्ड उद्योग विभाग ने महिला सशक्तिकरण के पदवृद्धि के लिए महिलाओं को अधिक स्थान दिया। जिसकी सहायता से फ़ूड प्रोसेसिंग उत्पाद से जुड़ी महिलाओं को भी इस राष्ट्रीय पटल पर स्थान प्राप्त हुआ। झारखण्ड के जमशेदपुर की मिलेटस आधारित उत्पाद की कम्पनी पॉली ऑर्गेनिक, रागी के लड्डू, नमकीन, आटा बनाने वाली कंपनी जोहर रागी, डेरी प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी नंदिनी गिर डेरी प्रोडक्ट, आर्गेनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी आदि शामिल थीं। ओपन फील्ड, डीहाइड्रेट्ज़ फ़ूड एंड वेजिटेबल और झारखण्ड सरकार का उपक्रम जे एल पी एस का पलाश आदि शामिल रहे।
जोहर रागी की उर्मिला ने बताया कि हमारे संस्थान में सभी महिलाएं ही हैं। हमारा 150 महिलाओं का संस्थान हैं जो मिल कर अपना उत्पाद निर्मित कर बिक्री करते हैं। वर्ल्ड फ़ूड इंडिया में आकर हमें बेहद ख़ुश है। लोगों ने हमारे उत्पाद को खूब पसंद भी किया है। वहीं पलाश की अनीता देवी ने बताया कि पलाश के सारे उत्पाद झारखण्ड के पारम्परिक उत्पाद हैं। जिसका उत्पादन महिलाओं के स्वयं सहायता समूह द्वारा किया जाता है और प्रोडक्ट की बिक्री पलाश के ब्रांड से की जाती है।