CM हेमन्त ने भाजपाइयों से किया सवाल, अरे नालायकों! बेईमानों! याद करो सरकार 2019 में बना, उसके बाद कोरोना कौन लेकर आया विदेश से? जो कोरोना दूसरे देश में फैला था, उसे कौन ढोकर लाया इस देश में?
आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत चतरा और कोडरमा पहुंचे राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने वहां एक महती जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह गांव की सरकार है जो रांची से नहीं, गांव से चलती है। चतरा में सबसे अधिक शिविरों का आयोजन हुआ, यह अच्छी बात है और हजारों की संख्या में आपकी समस्याओं का समाधान भी हुआ है। अब सरकार का कार्यकाल पांच वर्ष होने को है। जल्द राज्य में चुनाव आएगा फिर से सरकार के गठन के लिए और इसलिए वे यह जानने आये है कि सरकार जो कार्य कर रही है वह अच्छा कार्य कर रही है या नहीं, विशेषकर महिला-दीदियों से वे यह जानना चाहता हैं।
हेमन्त सोरेन ने कहा कि 2021 से सरकार आपके द्वार का कार्यक्रम चल रहा है। आप याद कीजिए उन दिनों को जब जरूरतमंद पूरे प्रखंड का चक्कर लगाते थे ताकि उन्हें पेंशन की स्वीकृति मिल जाए पर तब भी नहीं मिल पाता था। लेकिन अब स्थिति में बदलाव आया है। अब ढूंढने से भी बिना पेंशन के बुजुर्ग और विधवा महिला नहीं मिलेगी। झारखण्ड देश का इकलौता राज्य है जहां सभी जरूरतमंदों को सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ा गया है।
भाजपा कहती है कि मंईयां योजना सरकार गठन के बाद क्यों नहीं लागू किया। अभी चुनाव आया तो क्यों लागू किया। मैं कहता हूं अरे नालायकों! बेईमानों! याद करो सरकार 2019 में बना। उसके बाद कोरोना कौन लेकर आया विदेश से? जो कोरोना दूसरे देश में फैला था, उसे कौन ढोकर लाया पूरे देश में?
उन्होंने कहा कि दो वर्ष तक कोरोना का बादल छाया रहा। लॉकडाउन जारी कर दिया गया। हमारे राज्य के युवा देश के अन्य राज्यों में फंस गए। ऐसे समय में उन्हें हवाई जहाज समेत अन्य साधनों से लाया गया। कोई बताएं कि झारखण्ड के अतिरिक्त किस राज्य ने सबसे पहले कोरोना काल में राज्य के लोगों को अपने घर पहुंचाया। विपक्ष जातिवाद, परिवार अगड़ा-पिछड़ा, सिख-इसाई करके चुनाव लड़ते हैं।
लोकसभा चुनाव में आपने देखा किस तरह से सांप्रदायिक तनाव पूरे देश में इन्होंने फैलाया। इन्होंने पूरे समाज को बांटने का काम किया। आम आदमी को ठगने का तो काम किया ही, इन्होंने भगवान को भी नहीं बक्शा। यही नतीजा हुआ कि भगवान राम ने भी उन्हें जमीन पर उतारने का कार्य किया। आज इसी कारण उन्हें सरकार बनाने के लिए बैसाखी की जरूरत पड़ी है।
2019 से पूर्व जब कोरोना जैसी महामारी नहीं थी, उस समय डबल इंजन की सरकार में लोग हाथ में राशन कार्ड लेकर भात-भात कहकर मर गए। लेकिन कोरोना की इस महामारी के दौर में किसी की मौत भूख से नहीं हुई। भाजपा के लोग मंईयां योजना की काट के तौर पर योजना लेकर आने वाले हैं लेकिन मैं पूछता हूं कि क्यों 20 वर्षों तक उन्होंने बुजुर्गों को पेंशन नहीं दिया, बच्चियों को अच्छी शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता नहीं दी, महिलाओं को सम्मान नहीं दिया।
विपक्ष में खलबली मची हुई है। हम सरकार की कार्य योजना को लेकर जिला-जिला घूम रहे हैं और ये लोग कैसे चुनाव में वोट खरीद सकें इसके लिए गिद्ध की तरह पूरे राज्य में मंडरा रहे हैं। प्रधानमंत्री से लेकर एक दर्जन मुख्यमंत्री पूरे राज्य में मंडरा रहे हैं। भाजपा की दिलचस्पी झारखण्ड में है क्योंकि झारखण्ड को पूरी दुनिया में सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाता है। लेकिन यहां के लोगों की क्या स्थिति है यह हम सभी जानते हैं। झारखण्ड जैसी सोने की चिड़िया पर भाजपा की नजर लगी है, ताकि यहां के खनिज संपदा को लूटा जा सके।
उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए इन्होंने आवास की स्वीकृति नहीं दी। जबकि यही स्वीकृति बगल के राज्य में जब चुनाव था उन्हें दे दिया गया। इसके बाद आपकी सरकार ने अपनी ताकत पर आप सभी को अबुआ आवास योजना से आच्छादित करना प्रारंभ किया। आज गरीबों को जब हम लोग ताकत देने का काम कर रहे हैं तो विपक्ष को तकलीफ हो रही है। यहां के करीब 80% लोग गांव में बसते हैं। खेती-बाड़ी के कार्य से जुड़े हुए हैं। कई समस्या इनके समक्ष आती है और छोटी-छोटी समस्याएं धीरे-धीरे विकराल हो जाती हैं, इसका बोझ वे नहीं उठा पाते हैं। हम लोगों ने बुढ़ापे को लाठी देने काम किया, महिलाओं को सम्मान देने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि 20 साल तक भाजपा सत्ता में रही। आपकी सरकार के चार साल में, दो साल कोरोना महामारी में जीवन और जीविका बचाने में गुजर गए, दो वर्ष तक झूठे आरोप लगाकर भाजपा परेशान करती रही। हर दिन कुछ ना कुछ अड़ंगा ये सभी काम में लगाते रहे। हेमन्त सोरेन लोकसभा के चुनाव में शामिल न हो सके, इसके लिए इन्होंने मुझे जेल में डाल दिया। अगर मैं जेल से बाहर होता तो, इनसे सभी सीट हम छीन कर रहते। लेकिन राज्य की जनता ने इन्हें करारा जवाब दिया है। और आगामी चुनाव में भी इन्हें जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अदानी को खदान मिल गया। वहां के गांव के जंगलों को उजाड़ा जा रहा है, वहां के आदिवासियों को बेदखल करने की तैयारी जोरों पर चल रही है। यह कार्य सरकार के संरक्षण में हो रहा है। यह कार्य भारतीय जनता पार्टी की सरकार में हो रहा है।
ये लोग जंगल उजाड़ने में सहयोग कर रहे हैं, अगर जंगल उजड़ गया तो पर्यावरण, दलित, आदिवासी सब खत्म हो जाएगा। अब यहां भी व्यापारियों को एक-एक कर बैठाने की तैयारी है। लेकिन आने वाले समय में ऐसा नीति निर्धारण करेंगे कि इस राज्य की सारी खनिज संपदा का हिसाब किताब स्थानीय लोग करेंगे, उसके बाद ही खनिज राज्य से बाहर जाएगा।