आज भी इस देश में 80 करोड़ लोग सरकार द्वारा दिए जा रहे अनाज पर जिंदा है और ये भाजपावाले विकसित भारत का भजन-कीर्तन करते रहते हैः हेमन्त सोरेन
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का कहना है कि रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य की हजारों जल सहिया बहनों को 12-12 हजार रुपये का उपहार देने का उन्हें अवसर मिला। इस राशि से जल सहिया बहनें फ़ोन खरीद कर जल और स्वच्छता के क्षेत्र में झार-जल-ऐप का इस्तेमाल कर अपने कार्यों को मजबूती के साथ कर सकेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें याद है कि जब वे राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में जाते थे तो पूर्व की सरकार के समय से चली आ रही इनकी समस्याओं से वे अवगत होते थे।
उन्होंने कहा कि उन्होंने समस्याओं का निदान करते हुए आप सभी के मानदेय में 200 प्रतिशत वृद्धि तो किया ही, आज आपको फ़ोन के लिए 12 हजार रुपये का उपहार भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य की महिलाओं, युवाओं, बच्चों, बुजुर्गों के लिए कुछ ना कुछ कार्ययोजना के साथ इस राज्य के समग्र विकास की एक लंबी लकीर खींचने के लिए वे प्रयासरत रहे हैं। आज सरकार की कई योजनाएं आप सभी के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंचती है।
उन्होंने कहा कि आप याद कीजिए वह दिन जब उनके मंत्री रहते आप सभी की नियुक्ति हुई थी। बहुत सारी महिलाएं इससे जुड़ी। फिर आप लोगों को डबल इंजन की सरकार, व्यापारियों की सरकार ने क्या मदद किया? यह उन्हें नहीं पता। लेकिन वे यह बात जरुर जानते हैं कि आपकी यह सरकार एक संवेदनशील सरकार है। यह सरकार विशुद्ध रूप से इस राज्य के मूलवासियों-आदिवासियों की सरकार है।
राज्य की माताओं-बहनों को हम सशक्त कर रहे हैं। अलग-अलग तरह से हम महिला समूहों को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए उन्हें स्वावलंबी बना रहे हैं। विगत चार साल में उन्होंने सखी मंडल की दीदी-बहनों को 12 हजार करोड़ की बैंक क्रेडिट राशि उपलब्ध कराई। वहीं पूर्व की सरकार में 20 वर्षों तक इन महिला समूहों को सिर्फ 600 करोड़ मिले थे।
उन्होंने कहा कि उनका यह मानना है कि जब गांव मजबूत होगा, तभी राज्य मजबूत होगा और जब राज्य मजबूत होगा तभी देश मजबूत हो सकता है। बहुत सारे लोग आज देश को मजबूत करने की बात करते हैं, लेकिन जब गांव की स्थिति ही ठीक नहीं है तो देश मजबूत कैसे हो सकता है? आज भी इस देश में 80 करोड़ लोग सरकार द्वारा दिए जा रहे अनाज पर जिंदा है, और ये विकसित भारत का भजन-कीर्तन करते रहते हैं। आप जल सहिया दीदियों की पूरी जिम्मेवारी राज्य सरकार ने उठाई है। केंद्र सरकार ने आपको कोई मदद नहीं दिया है। वे भी आपसे उम्मीद करता है कि आप भी राज्य सरकार के साथ कदम से कदम मिलाएंगी। हमारे साथ कदम से कदम मिलायेंगी।