EX-CM व वर्तमान में भाजपा की शरण में अपना कैरियर तलाश रहे चम्पाई सोरेन के एक ट्विट पर बौखलाये युवा, ली क्लास, भाजपा IT सेल के लोग क्रोधित युवाओं के ट्विट के आगे नतमस्तक ही नहीं हुए, बल्कि भाग खड़े हुए
कल के टाइगर का क्या हाल उनके ही समर्थकों ने कर दिया है, टाइगर को समझ ही नहीं आ रहा। टाइगर मतलब समझते हैं न, वहीं चम्पाई सोरेन। जिस पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन सर्वाधिक भरोसा किया करते थे। जहां देखते, उन्हें सम्मान देते। उनके पांव छूते। आदर करते। भरोसा इतना की जब जेल हुआ तो उन्होंने अपनी कुर्सी चम्पाई सोरेन को दे दी। लेकिन जैसे ही वे जेल से निकले। कुर्सी से चिपके चम्पाई सोरेन को कुर्सी इतनी प्यारी लगी कि वो भूल गये कि उक्त कुर्सी पर उनका अधिकार नहीं था।
उन्हें उक्त कुर्सी सिर्फ कुछ पल संभालने के लिए मिली थी। ऐसे भी जनता ने उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए नहीं चुना था। ये तो वक्त ने कुछ ऐसा करिश्मा कर दिया कि वे (चम्पाई सोरेन) मुख्यमंत्री बन गये और मुख्यमंत्री बनते ही उनके लोग सत्ता सुख के परम आनन्द में डूब गये और जब सत्ता हाथ से फिसली तो सत्ता सुख खत्म होने का ऐसा दुख इनलोगों को साल गया कि ये इनके चक्कर में जिंदगी भर की राजनीतिक कैरियर को दांव पर लगा दिये और उस पार्टी में शामिल हो गये, जिसके खिलाफ वे हमेशा से लड़ते रहे।
अब जरा देखिये न जनाब चम्पाई साहेब ने अपने ट्विटर पर झारखण्ड के युवाओं को कुछ कहा हैं। क्या कहा हैं? और उसकी प्रतिक्रिया में कैसे झारखण्ड के लोगों ने उनके ट्विटर पर जवाब देकर उनका बैंड बजाया हैं। आपको समझ में आ जायेगा। आपको यह भी समझ में आ जायेगा कि भाजपा में जाने के बाद चम्पाई सोरेन की लोकप्रियता में कितना ह्रास हुआ है। राजनीतिक पंडित तो जानते है कि आज की स्थिति में चम्पाई सोरेन कहीं नहीं हैं। जहां से ये लड़ेंगे, वहां से झामुमो अपना प्रत्याशी देगी ही, साथ में कुछ भाजपा के लोग भी उनके लिए एक नई मुसीबत खड़ी करने में मुख्य भूमिका निभायेंगे। फिर भी जरा देखिये, जनाब ने युवाओं को संबोधित करते हुए अपने ट्विटर पर क्या लिखा हैं –
झारखण्ड के युवा साथियों को जोहार!
युवा शक्ति के कंधों पर किसी भी राज्य तथा राष्ट्र का भविष्य होता है। मात्र 24 साल पुराने हमारे झारखंड राज्य को लेकर आपके मन में कई सपने, उम्मीदें एवं आकांक्षाएं होंगी। आप में से कई साथी अपने परिवार, समाज, राज्य तथा राष्ट्र के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं, लेकिन व्यवस्था की वजह से मजबूर हैं। आपकी परेशानियों तथा आपके मुद्दों को हमने करीब से देखा एवं समझा है। पिछले साढ़े चार दशकों के अपने बेदाग राजनैतिक सफर में हमने हमेशा युवाओं, छात्रों, महिलाओं एवं बड़े-बुजुर्गों समेत समाज के सर्वांगीण विकास हेतु काम किया है। हमेशा, हर किसी के मुद्दों/ शिकायतों को सुनने तथा उनका समाधान तलाशने के लिए प्रयासरत रहा हूँ।
हमारे कार्यकाल में दर्जनों डिग्री कॉलेज, पॉलीटेक्निक तथा अन्य शिक्षण संस्थानों का निर्माण शुरू किया गया था। हमारे पांच महीनों के अल्पकालिक कार्यकाल के दौरान शुरू की गई विभिन्न नियुक्ति प्रक्रियाओं को रोकने की जद्दोजहद ने ना सिर्फ आपको, बल्कि मुझे भी खासा निराश किया है। भारतीय जनता पार्टी में, जब हम परिवर्तन की बात करते हैं, तब हमारा मकसद सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि पूरी व्यवस्था में परिवर्तन लाना है। हमलोग एक ऐसी व्यवस्था बनाएंगे जहाँ क्लर्क से लेकर सीएम तक, हर कोई आपकी शिकायतों को सुने एवं पूरी ईमानदारी के साथ उन पर कार्रवाई करे।
आइये, साथ मिलकर हम एक ऐसी सरकार बनाते हैं, जो कैलेंडर बना कर, पारदर्शिता से सभी नियुक्ति प्रक्रियाओं को पुरा करवाएगी। एक ऐसी व्यवस्था बनाते हैं, जिसमें सिर्फ योग्य एवं प्रतिभाशाली छात्रों का चयन हो, तथा पेपर लीक एवं भ्रष्ट्राचार का कोई स्थान ना रहे। भाजपा की सरकार आने के तुरंत बाद 2.87 लाख नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके साथ ही, 5 लाख युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाये जाएंगे, ताकि वैसे लोग भी विकास की मुख्य धारा से जुड़ सकें, जो किसी कारणवश नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकते।
आपमें से कई लोग पहली बार वोट देंगे। उन युवा साथियों से विशेष अनुरोध है कि झारखंड में भाजपा को वोट देकर, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों को मजबूत बनाएं। आइये, साथ मिल कर एक “नया झारखंड” बनाते हैं, उन लोगों के जीवन-स्तर को बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं, जिन्होंने इस नए राज्य के साथ अपने बेहतर भविष्य के सपने देखे थे।
आपका,
चम्पाई सोरेन
इधर चम्पाई ने ट्विट किया और दूसरी ओर इनके विरोधी मुखर हो गये और ट्विटर पर ही इन पर हमला करना शुरु कर दिया। हालांकि भाजपा द्वारा बड़े पैमाने पर रखे गये आइटी सेल के लोग कुछ सक्रिय हुए, लेकिन वे चम्पाई सोरेन के विरोधियों के आगे कही टिक नहीं पायें। चम्पाई सोरेन के विरोधियों ने इस प्रकार से चम्पाई का विरोध करना शुरु किया कि भाजपा के आईटी सेल से जुड़े लोग भागते नजर आये। जरा देखिये, कैसे पूर्व मुख्यमंत्री और अब भाजपा के शरण में गये चम्पाई सोरेन को उनके खिलाफ, उन्हीं के ट्विवर पर क्या-क्या लिखा जा रहा है –
बबलू बास्के लिखते हैं कि 24 साल में भाजपा का राज नहीं था क्या? उस समय सोये हुए थे क्या? बात करते हैं नये झारखण्ड का, पागल समझ रखे हैं क्या जनता को? भाजपा मतलब बहुत जहर पार्टी। झारखण्ड में न चलतो। बात करना है पहले इसपे -स्थानीय नीति, नियोजन नीति। अभिषेक यादव लिखते हैं कि आपके आने के बाद कुछ भी नहीं होगा।
इरफान अली कहते हैं कि एक बोरी चावल मेरे तरफ से आपको दिया जाता है। आप घर में आराम करें। आपलोग नहीं आनेवाले हो। गणेश महतो कहते हैं कि बस कुर्सी के लिए ऐसा कर रहा है, नहीं तो झारखण्ड का सब नेता एक ही जैसा हैं- का भाजपा का जीएमएम। इरफान हक लिखते हैं कि अपना कैरियर खत्म समझो, धोखे की राजनीति नहीं चलेगी। आमिर खान कहते है कि तुम गद्दार हो, गद्दारी की सजा जनता देगी। एजाज लिखते हैं कि सभी को तुम्हारी तरह सीएम बनना है।
गुड्डू पलामू से लिखते हैं कि इ के लिखा है महोदय? आपका तो नहीं लगता। नागेन्द्र लिखते हैं कि बुरी तरह हारनेवाले हो आप, साथ में भाजपा साफ होनेवाला है झारखण्ड से। अनमोल कुमार लिखते हैं कि हारेगा भाजपा जीतेगा जेएमएम। सबाउद्दीन अहमद लिखते हैं कि आप मुख्यमंत्री बनियेगा क्या? पंकज साम्बेर लिखते है -दगाबाजी। एन के लिखते है कि आप गुलामी करो, अपने लोगों को गुलामी में झोंको। पंकज कुमार लिखते हैं कि अब आप अपना सीट बचाइये, सत्ता का सपना देखना छोड़ दीजिये। अपने बेटे के चक्कर में आपने अपना सीट बर्बाद कर दिया। जो हाल सीता, गीता, सूरज, कृष्णा का हुआ, वहीं हाल चंपई, लोबिन और गीता को भी होगा, याद रखिये।