अपनी बात

प्रदेश भाजपा को लगेगा रविवार को भयंकर झटका, पार्टी को कर सकते हैं रवीन्द्र राय अंतिम प्रणाम, भाजपा में पनपे परिवारवाद से हैं खफा, प्रेस कांफ्रेस के दौरान लेंगे अंतिम फैसला, भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

इधर पोटका की बड़ी नेत्री व पूर्व विधायक मेनका सरदार ने पार्टी से खुद को अलग कर लिया और इधर भाजपा के एक बड़े नेता रवीन्द्र राय ने भी लगता है कि अंतिम फैसला कर लिया है। सूचना मिली है कि वे कल अपने रांची स्थित आवास  पर प्रेस कांफ्रेस करेंगे और अपना निर्णय सुनायेंगे। भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यरत कुछ नेताओं ने विद्रोही24 को जानकारी दी है कि ज्यादा संभावना है कि रवीन्द्र राय कल पार्टी नेताओं के खिलाफ विद्रोह का स्वर बुलंद करेंगे।

इधर जब विद्रोही24 को इस बात की जानकारी मिली तो विद्रोही24 ने रवीन्द्र राय से फोन पर बातचीत की। फोन पर अतिसंक्षिप्त बातों के क्रम में रवीन्द्र राय ने यही कहा कि वे इस संबंध में कल अपने आवास पर आयोजित प्रेस कांफ्रेस में ही जो बोलना हैं, वो बोलेंगे। लेकिन इतना जरुर कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी सिर्फ नाम की पार्टी रह गई हैं। उसमें कही वो भाजपा का संस्कार नहीं दिख रहा, ऐसे में कुछ न कुछ तो निर्णय लेना ही पड़ेगा।

इसी बीच रवीन्द्र राय के कट्टर समर्थकों ने विद्रोही24 को बताया कि जो स्थिति भाजपा की अब बन गई हैं। वहां संस्कारवालों व चरित्रवालों का रहना अब नामुमकिन सा हो गया है। ऐसे में रवीन्द्र राय भाजपा में रहे। वो ठीक नहीं लगता। क्योंकि अब तो आज जारी सूची से स्पष्ट हो गया कि किसी भी भाजपा नेता को प्रदेश की चिन्ता नहीं हैं। सभी को अपनी और अपने परिवार की चिन्ता है। उसमें भी कोई पत्नी के लिए, कोई बेटे के लिए, तो कोई बहू के लिए, तो कोई भाई के लिए जीने की कोशिश कर रहा हैं।

तभी तो पार्टी ने अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को पोटका से, मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को जगन्नाथपुर से, रघुवर दास की बहु पूर्णिमा साहू को जमशेदपुर पूर्व से, सजायाफ्ता धनबाद का सांसद ढुलू अपने भाई शत्रुघ्न को बाघमारा से, चम्पाई सोरेन ने खुद सरायकेला और अपने बेटे बाबूलाल को घाटशिला से टिकट दिलवा दिया।

ऐसे में आम कार्यकर्ता क्या करेगा? कहां जायेगा? आखिर ये रायशुमारी क्यों करवाई गई थी? ये तो सरासरी भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय है। प्रदेश के शीर्ष नेता जब अपने बेटे-बहू-पत्नी और भाई में ही टिकट बांट लेंगे तो पार्टी का नाम भारतीय जनता पार्टी क्यों रखा? रख देना था – पत्नी, बहू, बेटा, भाई को टिकट दिलाओ पार्टी।

जानकार बताते हैं कि विगत वर्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में रवीन्द्र राय पार्टी की ओर से दुर्ग संभाग के प्रभारी थे, जहां पार्टी को बंपर जीत दिलाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। उनके प्रदेश अध्यक्ष रहते 2014 के झारखण्ड विधानसभा चुनाव में भाजपा सर्वाधिक 37 सीटें लाई थी। अभी-अभी भाजपा की दृष्टि में धनबाद-बोकारो कोयलांचल प्रमंडल में पार्टी की ओर से जो परिवर्तन यात्रा निकली थी। उसके वे प्रभारी भी थे।

राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अगर यही हाल रहा, तो भाजपा के हाथ में सूची रह जायेगी, लेकिन उसके कैंडिंडेट कही से जीत नहीं पायेंगे। फिलहाल रवीन्द्र राय तो भाजपा से गये और इसका प्रभाव भाजपा पर अवश्य पड़ेगा। एक बहुत बड़ा वोट बैंक भाजपा से खिसकना अब तय है। अब भाजपा से समर्पित कार्यकर्ताओं का जो निकलने का कार्यक्रम शुरु हुआ हैं। वो भाजपा को रसातल में ले जाकर ही छोड़ेगा। इसमें कोई किन्तु-परन्तु नहीं हैं।

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  • Prakash Chandra Ray

    आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी मैं एवं भारत भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय जेपी नड्डा जी, बीजेपी झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी जी , भारत देश के नागरिक होने के नाते और एक झारखंड राज्य के निवासी होने के नाते मैं आपसे कुछ प्रश्न पूछना चाहता हूं
    #झारखंड विधानसभा के संदर्भ में ।
    भाजपा एक ऐसी राजनीतिक पार्टी है जिसने कभी वंशवाद और परिवारवाद को नहीं माना है , और कभी भी भारतीय जनता पार्टी की यह प्राथमिकता नहीं रही है हमेशा भारतीय जनता पार्टी वंशवाद और परिवारवाद का विरोध करती रही है और मैं आशा करता हूं कि आगे भी करते रहेगी।

    #झारखंड विधानसभा
    भाजपा केन्द्रीय चुनाव समिति ने होने वाले झारखण्ड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए निम्नलिखित नामों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है।
    क्या भाजपा ने परिवारवाद और वंशवाद किया है ?
    जमशेदपुर पूर्वीः रघुवर दास की पुत्रवधू ।
    बाघमाराः ढुलू महतो के भाई।
    बड़कागांवः चंद्रप्रकाश चौधरी के भाई भाजपा उम्मीदवार सिंदरीः इंद्रजीत महतो की पत्नी।
    पोटका :अर्जुन मुंडा की पत्नी।
    झरिया : रागनी सिंह ,पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी, पूर्व विधायक कुंती सिंह की बहू
    और एक नाम माननीय पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन जी के सुपुत्र ।

    मैं आशा करता हूं कि मुझे इन प्रश्नों के उत्तर मले। यह मेरा अधिकार है।
    मैं एक बार फिर से आपका धन्यवाद करता हूं, माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी ,भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी, एवं भाजपा झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी जी।

    धन्यवाद
    प्रकाश चंद्र राय
    जिला :धनबाद
    राज्य : झारखंड

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