मोदी के रोड शो पर प्रभात खबर ने निकाला ‘मोदी विशेषांक’, पूरा अखबार मोदी के चरणों में किया समर्पित, शायद कह रहा हो कि आओ मेरे तारणहार मेरे गले से लगकर लिपट जाओ और हमें अपने चरणों में जगह दे दो
आज प्रभात खबर गदगद हैं। गदगद हो भी क्यों नहीं। उसने अपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के श्रीचरणों में अपने अखबार को समर्पित कर दिया है। शायद यह कहते हुए कि आओ मेरे तारणहार मेरे गले से लगकर लिपट जाओ और हमें अपने चरणों में जगह दे दो। जितनी भक्ति हमने तुम्हारे प्रति दिखाई हैं। उतनी भक्ति रांची के किसी अखबार ने नहीं दिखाई हैं। इसलिए आपकी जय हो। आपकी ही सरकार झारखण्ड में बने।
अरे बने क्या? जबतक सृष्टि है आप ही भारत और झारखण्ड में राज करें। आपके बाद अगर कोई बने भी तो वो सिर्फ गुजराती हो, क्योंकि असली गुजराती ही देश को महान बनायेगा, जैसे आप हो। इसलिए मैं अपना सारा अखबार आपके श्रीचरणों में समर्पित करता हूं। आप स्वयं देखिये कि आपका प्रभात खबर आप पर कितना प्यार लूटाता हैं। आपके लिए कितनों से दुश्मनी तक ले ले रहा हैं। बोलो न, तुम भी मुझे उसी तरह प्यार दोगे न।
जैसे रांची के एक विवादास्पद चैनल के मालिक को दिये हो। उसे वाई श्रेणी की सुरक्षा तक मुहैया कराये हो। उस चैनल पर आपकी कोपदृष्टि थी। लेकिन जैसे ही वो आपके चरणों के नीचे पड़े रज को अपने माथे पर लगाया, आपने उसे दिल से क्षमा कर दिया। बोलो न आप भी मेरे उपर इसी तरह कृपा दृष्टि रखोगे न। शायद, इस मूक प्रार्थना को प्रभात खबर के भगवान नरेन्द्र मोदी ने जरुर ही सुन ली होगी और अगर नहीं सुनी होगी तो उनके दूत रांची के प्रदेश कार्यालय में रहते ही हैं, पहुंचा देंगे। चिन्ता किस बात की है।
आज प्रभात खबर के ज्यादातर पेजों पर मोदी ही मोदी दिखाई पड़ रहे हैं। इतना मोदी दिखाई पड़ रहे हैं कि पूरा अखबार ही मोदीमय हो गया है। खुद अखबार लिख रहा है कि सारा शहर मोदीमय हो गया। लेकिन सच्चाई यही है कि कल के रोड शो से पूरा रांची शहर तबाह रहा। इस रोड शो से किसी का ट्रेन छूट गया तो किसी का प्लेन छूट गया। कोई अपनी ड्यूटी नहीं जा सका तो कोई अपनी बीमारी का इलाज कराने के लिए अस्पताल तक नहीं पहुंच सका।
खुद हमारे पास बहुत सारे अखबार में काम करनेवाले कई पत्रकारों ने फोन कर बताया कि वे आज इस रोड शो में हुई परेशानी के कारण अपने कार्यालय नहीं जा सकें। लेकिन प्रभात खबर को न तो जनता की परेशानी दिखी और न ही अन्य किसी की समस्याएं। इस रोड शो से कितने लोग परेशान हुए, कितने का कारोबार नष्ट हो गया। उसकी खबर आज प्रभात खबर में ढूंढ लीजिये, आपको नहीं मिलेगा, क्यों नहीं मिलेगा। इसलिए क्योंकि कल प्रभात खबर के इष्ट का रांची में आगमन था।
आप अखबार उलट कर देख लीजिये, इस अखबार ने पत्र और पत्रकारिता की धज्जियां उड़ा दी हैं। इस प्रकार से अखबार आज छापा है, जैसे लगता है कि पेड न्यूज छाप दी हो। पेड न्यूज होता क्या हैं। यहीं तो होता है कि आप अखबार को इस प्रकार से किसी के हित में रंग दें कि लोग समझे कि समाचार हैं, पर वो होता हैं, उक्त नेता के हित में जमकर प्रचार, जिसके प्रभाव में आकर अपना जनता मूड बदल दें, तो क्या झारखण्ड की जनता इतनी मूर्ख हैं कि एक अखबार के इस घिनौनी हरकत में फंसकर अपना वोट मोदी के श्रीचरणों मे गिरवी रख देगी। हमें तो नहीं लगता।
जरा अखबार देखिये। हेडिंग क्या लगाता हैं – ‘राजधानी में पीएम का रोड शोः एक घंटे में तय किया पिस्का मोड़ से रातू रोड चौक तक का सफर, सड़क से छत तक जमे थे लोग – मोदीमय रांची’। अब सवाल उठता है कि क्या पूरी रांची रातू रोड में ही रहती है या रांची एयरपोर्ट से जिस रास्ते मोदी रातू रोड तक पहुंचे, वहां भी रांची रहती हैं। क्या एक इलाका इस बात को डिसाइड करेगा कि पूरी रांची मोदीमय हो गया। इसी रांची में तो राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने भी एक खास इलाके में रोड शो किया था। उक्त मुख्यमंत्री का समाचार भी इसी तरह क्यों नहीं परोसा गया। इसलिए न कि वो आदिवासी है। वो झामुमो का नेता है। उसकी प्रभात खबर के सामने औकात ही क्या?
अब और देखिये – एक जगह अखबार हेडिंग में लिखता है कि ‘मोदी जी को जयश्रीराम, उमड़ा जनसैलाब, मोदी के नारों से गूंजता रहा शहर’। ये जयश्रीराम मोदी जी को कौन कह रहा हैं? प्रभात खबर या रांची की जनता। जब रांची की जनता कह रही हैं तो फिर प्रभात खबर बताये कि क्या रांची की जनता सिर्फ रातू रोड में ही रहती हैं और अगर प्रभात खबर कह रहा हैं तो फिर बात ही क्या कहने?
आश्चर्य है। ऐसा लग रहा है कि प्रभात खबर ने भाजपा को झारखण्ड में सत्ता सौंपने के लिए भाजपा से एमओयू कर लिया है। तभी तो उसका अखबार कभी मोदी विशेषांक तो कभी अमित शाह विशेषांक बन जा रहा है। जबकि राज्य में इंडिया गठबंधन की सरकार है। ऐसा नहीं कि इंडिया गठबंधन वाले उसको विज्ञापन नहीं दे रहे हैं। अपने सामर्थ्य के अनुसार वे भी इस अखबार को चटा रहे हैं।
लेकिन जिस प्रकार से प्रभात खबर झारखण्ड को भाजपामय बनाने की मुहिम में लगा हैं। प्रत्येक झारखण्डियों को चाहिए कि वो इसका विरोध करें, नहीं तो झारखण्ड में अराजकता का माहौल होगा। अंत में, प्रभात खबर द्वारा आज पेश मोदी विशेषांक को देखते हुए, अब यह बात अक्षरशः सिद्ध हो गई, जो पिछले दिनों झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कांफ्रेस में कहा था कि रांची के कई पत्रकार अब सुपारी लेने का भी काम शुरु कर दिया हैं।