आखिर जयराम महतो की पार्टी झारखण्ड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा पर चुनाव के दरम्यान फॉरेन फंडिंग का आरोप लगा, उसकी सच्चाई आम जनता को कब पता चलेगा, अब तो एक महीने होने को आये, पता चल भी पायेगा या नहीं?
18 नवम्बर 2024 को निर्गत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी-सह-सचिव के रवि कुमार का एक पत्र बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। यह पत्र उन्होंने बोकारो के जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-उपायुक्त को संप्रेषित किया है। जिसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल के राहुल बनर्जी के शिकायत पत्र का हवाला देते हुए जांच कराने व संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही हैं। ये जांच नये-नये विधायक बने जयराम महतो की पार्टी झारखण्ड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा से संबंधित है।
पत्र में के रवि कुमार ने लिखा है कि पश्चिम बंगाल के राहुल बनर्जी ने उन्हें जो ई-मेल से एक पत्र प्रेषित की है। वो पत्र वे, उन्हें (उपायुक्त बोकारो) को भेज रहे हैं। इस पत्र में इस बात को उल्लेखित किया गया है कि झारखण्ड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा द्वारा झारखण्ड विधानसभा आम चुनाव में चुनाव प्रचार-प्रसार के लिए फॉरेन फंडिग का उपयोग किया गया है।
के रवि कुमार ने इस फॉरेन फंडिग के मामले की जांच करने तथा इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। आश्चर्य इस बात की है कि पत्र 18 नवम्बर को संप्रेषित किया गया। इस दरम्यान चुनाव भी संपन्न हो गया। पत्र को संप्रेषित हुए एक महीने होने चले। लेकिन इस पत्र पर क्या जांच हुई, क्या कार्रवाई हुई, पत्र सही है या गलत? अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया।
आश्चर्य इस बात को लेकर भी है कि इस मामले में न तो डीसी बोकारो और न ही मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ही अब कुछ बोल रहे हैं। जबकि जनता जानना चाहती है कि इस पूरे मामले में सच्चाई क्या है? अगर जयराम महतो की पार्टी पर फॉरेन फंडिग का आरोप सच पाया गया तो जयराम महतो और उनकी पार्टी को धराशायी होते देर नहीं लगेगा, इस सच से भी इनकार नहीं किया जा सकता।