राजनीति

राजधानी रांची समेत कई जिलों में शीतलहरी और ठंड का कोई विशेष प्रभाव नहीं, इसलिए स्कूलों को लंबे समय तक बंद रखना उचित नहीं, तत्काल प्रभाव से स्कूलों को खोलने का निर्देश दें प्रशासनः आलोक दूबे

पब्लिक स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह को पत्र लिखकर सभी कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने का अनुरोध किया है। आलोक कुमार दूबे ने पत्र में उल्लेख किया कि राजधानी रांची सहित कई जिलों में शीतलहरी और ठंड का विशेष प्रभाव नहीं देखा जा रहा है। ऐसे में स्कूलों को लंबे समय तक बंद रखना उचित नहीं है।

उन्होंने कहा कि फरवरी महीने में बच्चों की परीक्षाएं निर्धारित हैं, और स्कूलों के बंद रहने से पाठ्यक्रम पूरा करने का दबाव बच्चों और अभिभावकों पर बढ़ता जा रहा है। आलोक दूबे ने कहा कि पिछले 15 दिनों से स्कूल बंद हैं और 14 जनवरी तक बंद रहने का आदेश कहीं से भी तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को समय-समय पर परिस्थितियों का मूल्यांकन करते हुए निर्णय लेना चाहिए।

आलोक दूबे ने यह भी कहा कि यदि भविष्य में ठंड या शीतलहरी का प्रकोप बढ़ता है, तो सरकार स्थिति का मूल्यांकन करके फिर से निर्णय ले सकती है। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए स्कूल खोलना जरूरी है। आलोक कुमार दुबे ने बताया कि अभिभावकों, स्कूल प्रिंसिपलों और निदेशकों से बार-बार अनुरोध आ रहा है कि स्कूल बंद रहने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

उन्होंने सरकार से अपील की है कि आठ जनवरी से राजधानी रांची सहित उन जिलों में, जहां शीतलहरी का विशेष प्रभाव नहीं है, स्कूलों को खोला जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। आलोक दूबे ने इस पत्र की प्रतिलिपि उपायुक्त, रांची को भी भेजी है ताकि इस विषय पर शीघ्र निर्णय लिया जा सके।

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