अपनी बात

धनबाद के पत्रकारों ने धनबाद पुलिस के कुकृत्यों की शिकायत CM हेमन्त सोरेन तक पहुंचाई, वहीं रणधीर वर्मा चौक पर धरना तथा कतरास व राजगंज थाना प्रभारी का पूतला फूंक बता दिया कि इस बार लड़ाई सामान्य नहीं है

यूट्यूबर पत्रकार निकेश पांडेय पर जान लेवा हमला करने वाले आरोपी कोयला तस्कर की अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग को लेकर पत्रकारों की चरणबद्ध आन्दोलन के तीसरे चरण मे धनबाद के पत्रकारों ने रणधीर बर्मा चौक पर एक दिवसीय धरना दिया। इस दौरान पत्रकारों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही आरोपी को पुलिस हिरासत मे नही लेती है, तो आन्दोलन को और भी धारदार बनाया जायेगा।

प्रेस क्लब धनबाद के महासचिव अजय प्रसाद ने कहा कि कतरास तथा राजगंज पुलिस का सह प्राप्त होने के कारण आरोपी खुलेआम घुम रहा है पुलिस की छत्रछाया के कारण आरोपी का दुस्साहस इस कदर बढ़ा हुआ है कि आरोपी खुलेआम अब पत्रकारों को चुनौती दे रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी उज्जवल दे, पूर्व से ही अवैध कोयले के धंधे के कार्य मे लिप्त रहा है।

पहले अवैध रूप से बालु उठाव किया और अब कोयला की तस्करी मे लिप्त है। जिसमे कतरास तथा राजगंज पुलिस की हिस्सेदारी है। प्रेस क्लब कतरास के अध्यक्ष इन्द्रजीत पासवान ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकार का काम कलम चलाना है। जिसके माध्यम से वे अपने सामाजिक दायित्‍व को निभाने का काम करते है। मगर आज वही पत्रकार न्याय के लिए आन्दोलन कर रहे है। इससे बडी शर्मनाक बात शासन-प्रशासन के लिए क्या हो सकता है?  उन्होंने कहा कि हम लोगो ने अब ठान लिया है कि जब तक आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस द्वारा नही की जाती है। यह चरणबद्ध आन्दोलन जारी रहेगा।

कतरास व राजगंज थाना प्रभारी के मोबाइल कॉल की जांच हो, ताकि इनके अपराधिक गठजोड़ का पता चल सकें

श्री पासवान ने वरीय पुलिस अधीक्षक से मांग किया कि कतरास तथा राजगंज थानेदार का मोबाइल कॉल की जॉच कराये। अपराधियों के साथ इनकी गठजोड़ की सारी कहानी खुलकर सामने जायेगी। कार्यक्रम के अंत मे पत्रकारों ने कतरास तथा राजगंज थानेदार का पुतला दहन किया। कार्यक्रम के उपरांत पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल  उपायुक्त तथा एसएसपी से भी भेंट किया और अपनी मांगे उनके समक्ष रखी।

अधिकारियों से मिलने गये प्रतिनिधिमंडल ने पत्रकार पर जानलेवा हमला करनेवाले आरोपी उज्जवल दे तथा अन्य की अविलम्ब गिरफतारी की मांग की। पत्रकारों ने कहा कि अब तक आरोपी को कतरास पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी नही किये जाने से पत्रकार के साथ आम जनमानस मे आक्रोश व्याप्त हो रहा है। उपायुक्त तथा वरीय पुलिस अधिक्षक ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि धैर्य रखे, जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होगा। पत्रकार निर्भीक होकर अपना काम करे। प्रतिनिधि मंडल मे कतरास प्रेस क्लब के महासचिव बिनय वर्मा, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष राम पाण्डेय, पूर्व महासचिव बिनोद रजत, सुधीर सिंह, मो राजा आदि शामिल थे।

इधर पत्रकारों का एक शिष्टमंडल राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के आवास पर जाकर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को एक ज्ञापन सौंपा है और धनबाद के कतरास व राजगंज थाना प्रभारी के कुकृत्यों से पत्रकारों को बचाने की मांग कर डाली है। मतलब कुल मिलाकर आज का दिन कतरास जैसे छोटे इलाकों के पत्रकारों ने अपनी  ताकत दिखा दी है कि वे इस मुद्दे को छोड़ने नहीं जा रहे। वे न्याय लेकर रहेंगे। इधर पत्रकारों को इस आंदोलन को धनबाद की प्रबुद्ध जनता ने समर्थन देना शुरु कर दिया है। अगर स्थानीय प्रशासन ने इस मामले को जल्द नहीं सुलझाया तो यही माना जायेगा कि स्थानीय प्रशासन आग से खेलने का काम कर रहा है और इसमें वे लोग झुलसेंगे, जो घटिया स्तर की राजनीति करने में ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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