जामताड़ा में पकड़े गये आठ साईबर अपराधकर्मी, सभी भेजे गये जेल, इनके पास से बरामद किये गये 18 मोबाइल और 28 मोबाइल सिम
जामताड़ा पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पु०नि०-सह-थाना प्रभारी, मनोज कुमार महतो के नेतृत्व में पु०नि० जयन्त तिर्की, पु०अ०नि० प्रकाश सेठ, स०अ०नि० स्टेनली हेम्ब्रम एवं अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल करते हुए करमाटाँड़ थानान्तर्गत ग्राम नीच काजरा स्थित जंगल में साईबर अपराधियों के विरूद्ध छापामारी कर साईबर अपराध कारित करते हुए आठ साईबर अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया गया।
जिन अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया गया। उनकी जन्मकुंडली इस प्रकार है। (1) बिवेक दास उर्फ विवेक दास, उम्र 24 वर्ष, (2) हेमन्त दास, उम्र 27 वर्ष दोनों पिता ध्रुब दास, ग्राम गादीकाजरा, (3) समर दास, उम्र 21 वर्ष, पिता मन्टु दास, पता अमरावती, भैम्प कॉलोनी, दुर्गापुर थाना- MMC न्यू टाउनशिप, जिला पश्चिम वर्द्धमान, पंश्चिम बंगाल वर्तमान पता ग्राम पिण्डारी तीनों थाना करमाटाँड़, (4) अमित दास, उम्र 34 वर्ष, पिता स्व० सुशील दास, ग्राम शहरपुरा, थाना जामताड़ा, (5) श्रीनाथ दास, उम्र 24 वर्ष, पिता श्याम दास, ग्राम गादीकाजरा, थाना करमाटाँड, (6) सचिन कुमार मंडल, उम्र 27 वर्ष, पिता संतोष मंडल, (7) सुमन कुमार मंडल, उम्र 26 वर्ष, पिता बन्धु मंडल दोनों ग्राम मिरगा, थाना नारायणपुर सातों जिला जामताड़ा, (8) विकास कुमार पासी, उम्र 19 वर्ष, पिता मनोज पासी, ग्राम सिजुआ, थाना गाण्डेय, जिला गिरिडीह को फर्जी मोबाईल, सिम, ए०टी०एम० कार्ड, आधार कार्ड के साथ पकड़ा गया।
इस संबंध में इनके विरूद्ध जामताड़ा साईबर अपराध थाना कांड संख्या 15/25, दिनांक 21.02.2025, धारा 111(2)(ii)/317(2)/318(4)/319(2)/336(3)/338/340(2)/3(5) Β.Ν.S 2023 & 66(B) (C) (D) IT.ACT. के अंतर्गत कांड दर्ज किया गया है। आठों गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है। इन अपराधकर्मियों से 18 मोबाइल, 28 मोबाइल सिम, एक लैपटॉप, एक मोटरसाइकिल, दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक वोटर कार्ड और 27,200 रुपये नकद बरामद किये गये।
इन सारे अपराधकर्मियों की अपराध शैली के बारे में पुलिसकर्मी बताते है कि Ease My Deal एप से Phonpe में 2,000 रू0 का Cash Back का मैसेज भेजते थे तथा ग्राहक को Accept करने के लिए बोलते थे। जैसे ही Accept करता है तो ये लोगों का Ease My Deal एप में पैसा आ जाता था। उक्त पैसा से ये गिफ्ट कार्ड खरीदते थे। फिर गिफ्ट कमीशन पर बेच देते थे। अपराधकर्मियों ने ये भी बताया कि वे APK File का लिंक भेजकर भी साईबर ठगी करते थे। इनका कार्यक्षेत्र मूलतः पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, और कर्नाटक प्रान्त था।