झारखण्ड सरकार की शिकायत संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत तक पहुंची
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत इन दिनों अपने दस दिवसीय प्रवास पर बिहार दौरे पर हैं। सरसंघचालक के बिहार दौरे को लेकर, झारखण्ड के स्वयंसेवकों का दल भी इन दिनों बिहार प्रवास पर है, तथा सरसंघचालक के इस बिहार दौरे का राज्य व देशहित में फायदा उठाना चाहता है, यह दल बताना चाहता है कि झारखण्ड में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा, वह भी तब जबकि यहां भाजपा का शासन है।
सूत्र बता रहे है कि सर संघचालक मोहन भागवत के समक्ष झारखण्ड का मुद्दा जोर-शोर से उठा। इसे उठाने वाले और कोई नहीं बल्कि संघ से ही जुड़े, संघ के आनुषांगिक संगठनों से जुड़े लोग थे।
इन लोगों ने सर संघचालक से कहा कि झारखण्ड में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल से जुड़े लोगों की खुब गिरफ्तारी हो रही हैं और उन्हें मुकदमों में फंसाया जा रहा हैं। जिस पर मोहन भागवत ने सख्त लहजे में कह डाला कि सरकार जैसा करेगी, वैसा भुगतेगी। सरकार कोई भी रहे, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता, संघ का काम अपना निरंतर इसी गति से चलता रहेगा।
सूत्र बताते है कि सर संघचालक के इस बयान के काफी मायने हैं, सर संघचालक ने अपने सख्त टिप्पणियों से बता दिया कि राज्य सरकार अपने कार्य प्रणालियों मे सुधार लाये, नहीं तो दिक्कत उठाने के लिए तैयार रहे। मोहन भागवत के इस बयान से संघ के कई प्रमुख स्वयंसेवकों ने राहत की सांस ली हैं, ज्ञातव्य है कि वर्तमान झारखण्ड सरकार की गतिविधियों और कार्यप्रणालियों से संघ के विभिन्न आनुषांगिक संगठनों में काफी आक्रोश व्याप्त हैं।