मायावती ने मोहन भागवत के बयान को सेना के मनोबल को गिरानेवाला बताया
बसपा सुप्रीमो मायावती के अनुसार संघ अब सामाजिक संगठन नहीं रहा, अब ये राजनीतिक संगठन है, क्योंकि संघ के स्वयंसेवक सेवा को दरकिनार कर भाजपा की चुनावी राजनीति में ही मशगूल रहते हैं। मायावती का यह भी कहना है कि मुजफ्फरपुर में संघ प्रमुख मोहन भागवत का सेना को लेकर दिया गया बयान बेहद अपमानजनक है, इससे सेना का मनोबल गिरता है, खासकर ऐसे समय में जब भारतीय सेना विपरीत परिस्थितियों में भारत की सुरक्षा में लगी हैं।मायावती ने यह भी कहा कि जब संघ प्रमुख को अपने स्वयंसेवकों पर इतना ही भरोसा हैं तो फिर वे अपनी सुरक्षा के लिए केन्द्र सरकार से विशेष कमांडो क्यों ले रहे हैं?
दूसरी ओर मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के खिलाफ सेना के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर परिवाद दर्ज कराया गया है। यह परिवाद दर्ज कराया है मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाना के पक्कीसराय निवासी एम राजू नैयर ने। न्यायालय ने सुनवाई के लिए 15 फरवरी मुकर्रर किया है। ये सुनवाई एसडीजेएम पूर्वी के न्यायालय में होगी। राजू नैयर का कहना है कि मोहन भागवत ने अपने भाषण में देश की सेना का अपमान किया है, उनके इस भाषण से भारतीय सेना के सैनिक स्वयं को अपमानित महसूस कर रहे हैं।