मोतिहारी में समाचार संकलन कर रहे एक पत्रकार को बंद समर्थक गुंडों ने बनाया अपना निशाना
बिहार में भारत बंद का सर्वाधिक विकृत चेहरा अगर कहीं नजर आया तो वह मोतिहारी का इलाका रहा, जहां सबेरे से ही बंद समर्थकों ने जमकर गुंडागर्दी की, तथा स्थानीय नागरिकों को अपना निशाना बनाया, बेचारे स्थानीय नागरिक क्या करते, अपनी जान-माल बचाने के लिए उन्हें भी बंद समर्थकों से मजबूरन दो-दो हाथ करना पड़ा।
बंद समर्थकों के तांडव को देख, ऐसा लग रहा था कि मोतिहारी में प्रशासन नाम की कोई चीज ही नहीं, और प्रशासन ने बंद समर्थकों को खुली छूट दे दी हो, ये कहकर कि आज का दिन दलित पर्व हैं, आप जो चाहे, जो करें, तोड़-फोड़, मार-धाड़, सब जायज है, और उसका परिणाम आते देर भी नहीं लगा, जब बंद समर्थकों ने समाचार संकलन कर रहे एक पत्रकार पर जानलेवा हमला कर दिया। उसके कैमरा मोबाइल तोड़ डाले।
बताया जाता है कि ये घटना मोतिहारी शहर के राजाबाजार स्थित हिन्दुस्तान टाइम्स कार्यालय के पास घटी। भुक्तभोगी पत्रकार देवेन्द्र कुमार सिंह का कहना है कि जब वह भारत बंद के दौरान बंद समर्थकों का फोटो ले रहा था, तभी छात्र राजद के जिलाध्यक्ष अवनीश कुमार यादव, प्रवक्ता कुमार शिवम साह तथा लगभग दो दर्जन से भी अधिक अज्ञात आंदोलनकारियों ने उसके साथ गाली-गलौज किया और उस पर जानलेवा हमला कर दिया।
बंद समर्थकों ने देवेन्द्र कुमार सिंह को मार कर ऐसा लहुलूहान कर दिया कि उसकी हालत बहुत ही नाजुक हैं और उसे बेहतर इलाज के लिए मोतिहारी से पटना रेफर कर दिया गया है। इधर इस घटना के बाद चंपारण प्रेस क्लब की एक आपात बैठक चंद्रभूषण पांडेय के आवास पर संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता चंद्रभूषण पांडेय ने की। बैठक में 24 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम दिया गया।
बताया जाता है कि पत्रकारों का एक प्रतिनिधि मंडल कल पुलिस अधीक्षक से मिलेगा और पटना जाकर घायल देवेन्द्र से भी मिलेगा। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर ज्ञापन भी सौपेंगा। इधर इंडियन मीडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेश्वर गौतम एवं पत्रकार नीरज कुमार ने भी इस घटना की निंदा की तथा प्रशासन से अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।