रघुवर सरकार ने केन्द्र को कहा सारे गांव में पहुंच गई बिजली, सरयू राय ने दावों को बताया गलत
झारखण्ड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने अब से थोड़ी देर पहले सोशल साइट फेसबुक पर कुछ चार पंक्तियां लिखी है, जो बताने के लिए काफी है कि राज्य की रघुवर सरकार कैसे केन्द्र सरकार में शामिल मंत्रियों को धोखे में रख रही है? और कोई बोलनेवाला नहीं, सभी चुप्पी साधे हुए हैं, और सीएम तथा उनके इर्द-गिर्द चक्कर लगानेवाले आईएएस-आईपीएस अधिकारियों की झूठी बातों में हां में हां मिलाये जा रहे हैं।
जरा सबसे पहले देखिये राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने लिखा क्या है? उन्होंने लिखा है कि “केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह से उनके कार्यालय में मिला। राज्य में बिजली की स्थिति पर बात हुई। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले रांची मीटिंग में झारखण्ड सरकार ने बताया कि सभी गांवों तक बिजली पहुंच गई है, मैंने कहा कि वे इस बारे में जनप्रतिनिधियों से भी जमीनी हकीकत जान लें। वे जानेंगे।”
इन्हीं के सोशल साइट फेसबुक पर कुछ लोगों ने कमेंट्स दिये हैं। राजेश राय कहते है कि सही बोले सर, जमीनी हकीकत जान लें, अभी बहुत गांव बाकी है। अशोक चौधरी कहते है कि आदरणीय महोदय ब्यूरोक्रेट पूरी तरह से गलत को सही साबित कर झारखण्ड की रेटिंग बढ़ा रहे हैं, जमीनी सच्चाई कुछ और है, आप की खासियत है कि सच को सच और झूठ को झूठ का आइना दिखाना।
राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने सोशल साइट पर अपनी बातें लिखकर, क्लियर कर दिया कि मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके प्रशासनिक अधिकारियों ने जो रिपोर्ट केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राज कुमार सिंह को उपलब्ध कराई है, वो सरासर गलत हैं, सच्चाई यह है कि अभी भी बहुत सारे गांव ऐसे हैं, जहां बिजली नहीं पहुंची है और सरयू राय का ये कहना कि इस संबंध में जनप्रतिनिधियों से बात कर ली जाये, तो एक तरह से सहीं ही है कि जनप्रतिनिधि ही बता देंगे कि सभी गांव में बिजली पहुंचने का मुख्यमंत्री रघुवर दास का दावा कितना सही है और कितना गलत?
इधर जब विद्रोही 24.कॉम ने टुंडी के विधायक राज किशोर महतो से बातचीत की तब उनका कहना था कि वे तो स्वयं हर गांव में घुमते रहते हैं, अभी बहुत सारे ऐसे उनके विधानसभा क्षेत्र के गांव हैं, जहां बिजली अभी तक नहीं पहुंची है।
इधर बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षाड़ंगी ने भी विद्रोही 24.कॉम को बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे टोले और गांव हैं, जहां बिजली नहीं पहुंची, रघुवर सरकार का दावा बेहद खोखला हैं, उनकी बातों में कोई दम नहीं, कोई भी उनके इलाके में आकर सच्चाई को जान सकता हैं, देख सकता है।
कई टोले और गांव हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है। लेकिन उनके नाम न विधायक बता रहे हैं और न आप। विद्युतीकरण का रियलिटी चेक होना जरुरी है। यह देश हित और समाज हित में होगा। केवल आरोप लगाने भर से कि रघुवर सरकार और मोदी सरकार झूठे दावे कर रही है, काम चलने वाला नहीं है।