राजनीति

PM मोदी के दावे को झूठला रहे हैं झारखण्ड के कई गांव, नहीं पहुंची आज तक बिजली

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज के दावे को, कि पूरे देश के गांवों में बिजली पहुंचा दी गई, उनके ही नेता झारखण्ड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय दो दिन पहले ही खारिज कर चुके हैं। उन्होंने दो दिन पहले ही दिल्ली जाकर केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आर के सिंह से मिलकर, ये बाते कही कि झारखण्ड के सारे गांवों में बिजली पहुंची कि नहीं, इसका दावा करना हो तो सबसे पहले राज्य के जनप्रतिनिधियों से इस मुद्दे पर जरुर बात कर लें, सच्चाई पता लग जायेगा। खाद्य आपूर्ति मंत्री के इस दावे में दम भी हैं, आज भी झारखण्ड के कई गांवों में बिजली नहीं पहुंची है।

जब विद्रोही 24.कॉम ने इस संबंध में बहरागोरा विधायक कुणाल षाड़ंगी और टुंडी के विधायक राजकिशोर महतो से दो दिन पहले बातचीत की, तो उनका भी कहना था कि आज भी उनके इलाके में कई गांव है, जहां बिजली नहीं पहुंची है, विद्रोही 24.कॉम ने इसे दो दिन पहले अपने पोर्टल पर इस समाचार को प्रकाशित भी किया था। इधर हम आपको बता दे कि सरायकेला-खरसावां जिले के कुकडू पंचायत के सप्रसंग गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंची है। टुंडी के ही फतेहपुर आदिवासी टोला समेत कई गांव ऐसे है, जहां आज तक बिजली नहीं पहुंची है।

इसी बीच पीएम नरेन्द्र मोदी ने आजादी के 70 साल बाद देश के सभी गांवों में बिजली पहुंचने का दावा कर दिया। पीएम मोदी ने आज ट्वीट किया कि मणिपुर जिले के लेइसांग गांव समेत देश के तमाम गांवों में बिजली पहुंच चुकी है, जो अब तक रोशनी से अछूते थे। अब यह गांव भी दुधिया रोशनी से नहीं उठा है।

2015 में गांवों तक बिजली पहुंचाने के लिए शुरु की गई दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना शुरु करनेवाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज के दिन को ऐतिहासिक करार दिया। पीएम ने कहा भारत की विकास यात्रा में 28 अप्रैल 2018 एक ऐतिहासिक दिन के रुप में याद किया जायेगा। कल हमने एक वादा पूरा किया, जिससे कई भारतीयों का जीवन हमेशा के लिए बदल जायेगा। मुझे इस बात की खुशी है कि भारत के हर गांव में बिजली पहुंच गई है।

केन्द्र सरकार की माने तो भारत के सभी 597,464 गांवों में अब बिजली पहुंच गई। एनडीए सरकार ने गांवों तक बिजली पहुंचाने के लिए 75,893 करोड़ रुपये निर्गत किये थे। लेइसांग गांव में कुल 19 परिवारों के 65 लोग रहते है, इस गांव में 31 पुरुष और 34 महिलाएं है। सूत्रों की मानें तो भारत में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत 1200 किलोवॉट है, जो दुनिया में सबसे कम खपत वाले देशों में से एक है।