पुलिसिया दुर्व्यवहार के खिलाफ उच्च न्यायालय के अधिवक्ता शुक्रवार को रहेंगे कलमबंद हड़ताल पर
धनबाद, गढ़वा तथा बोकारो में पिछले दिनों अधिवक्ताओं पर हुए पुलिसिया दुर्व्यवहार के विरोध में कल झारखण्ड उच्च न्यायालय के सारे अधिवक्ता कलमबंद हड़ताल पर रहेंगे। इस बात की जानकारी आज झारखण्ड हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता अभय कुमार मिश्र ने विद्रोही 24. कॉम को दी। उन्होंने विद्रोही 24. कॉम को बताया कि धनबाद, गढ़वा एवं बोकारो में अधिवक्ताओं के साथ किये गये दुर्व्यवहार से पूरे राज्य के अधिवक्ता आहत है, जिसको लेकर आज झारखण्ड उच्च न्यायालय में अधिवक्ताओं ने बैठक कर यह निर्णय लिया।
राज्य के अधिवक्ताओं का कहना है कि पूरे राज्य में वकीलों की गरिमा पर प्रश्नचिह्न लग गया है। पिछले दिनों धनबाद में वकील अश्विनी कुमार को रात के 2.30 बजे गैस कटर से उनके घर का दरवाजा काट कर गिरफ्तार किया गया। गढ़वा में वकील आशीष कुमार दूबे को वहां के पुलिस अधीक्षक के बॉडीगार्ड ने बर्बरता पूर्वक पिटाई कर दी और फिर उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करा दी। बोकारो में वकील रंजीत गिरि को पुलिस की उपस्थिति में ही पिटाई कर दी गई और फिर प्राथमिकी भी दर्ज कर दी गई।
इधर पूरे राज्य में अधिवक्ताओं का गुस्सा चरम पर है, अधिवक्ताओं का कहना है कि पहली बार राज्य में अधिवक्ताओं को टारगेट कर उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सूत्र बता रहे है कि पिछले कई दिनों से धनबाद के अधिवक्ता अपनी सम्मान की लड़ाई के लिए संघर्षरत है। इधर धनबाद के बाद बोकारो और फिर गढ़वा में हुई घटना ने अधिवक्ताओं को आंदोलन करने पर मजबूर कर दिया है, अधिवक्ताओं का गुस्सा राज्य सरकार पर भी है, उनका कहना है कि इसमें राज्य सरकार की भूमिका को भी नजरदांज नहीं किया जा सकता, क्योंकि इसी सरकार में पुलिसकर्मी बेलगाम हो चुके हैं और अधिवक्ताओं को टारगेट कर अपमानित किया जा रहा हैं।