अपराध

लोकायुक्त कार्यालय रांची में शिकायतकर्ता के साथ होती है बदतमीजी, जेल भेजने की भी धमकी

अगर आप किसी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराने लोकायुक्त कार्यालय पहुंचते है, तो ये ध्यान रखे आप के द्वारा किसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराना, आपको बहुत महंगा पड़ सकता है, हो सकता है कि आप को ही लोकायुक्त कार्यालय में काम करनेवाला कोई अधिकारी/कर्मचारी सरकारी कार्य में बाधा डालने का झूठा आरोप लगाकर जेल की हवा खिला दें।

दरअसल कल हुआ यह कि एक युवक एक शिकायत लेकर लोकायुक्त कार्यालय पहुंचा, और उस युवक पर ही लोकायुक्त कार्यालय में बैठा एक अधिकारी/कर्मचारी भड़क उठा और उसे सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए जेल की हवा खिलाने की धमकी दे डाली। उक्त युवक ने उस अधिकारी/कर्मचारी के इस हरकत के खिलाफ उपर के अधिकारियों तक अपनी शिकायत दर्ज करा दी है।

अब सवाल उठता है कि लोकायुक्त कार्यालय बना है किसलिए? आरोपियों/भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिलाने के लिए या जिनके खिलाफ शिकायत आ रही है, उस रिपोर्ट के आधार पर उन शिकायतों की जांच कर न्याय दिलाने के लिए, जब लोकायुक्त कार्यालय में बैठकर शिकायत दर्ज कराने आये लोगों को ही लोकायुक्त कार्यालय में काम करनेवाले अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा धमकी दी जाने लगेगी तो लोग लोकायुक्त कार्यालय जाकर शिकायत कैसे दर्ज करायेंगे?

बताया जाता है कि कल एक युवक आइपीआरडी में चल रहे एक आर्गेनाइजेशन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पहुंचा था, वहां कार्यरत एक सहायक ने उस युवक के खिलाफ बदतमीजी की, तथा उसे जेल का हवा खिलाने का धमकी दे डाला। लोकायुक्त कार्यालय में कार्यरत उस सहायक के इस हरकत से साफ पता चल जाता है कि लोकायुक्त में भी भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए किस प्रकार भ्रष्ट अधिकारियों/कर्मचारियों का ग्रुप अपनी जाल फैला चुका है।

उक्त शिकायतकर्ता युवक ने उस सहायक द्वारा किये गये दुर्व्यवहार तथा बदतमीजी की शिकायत लोकायुक्त सचिव संजय कुमार से कर दी है। उक्त युवक ने विद्रोही 24.कॉम को बताया कि पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि शिकायतकर्ता को ही धमकी मिल रही है, कि उसे जेल भेज दिया जायेगा, ये प्रकरण बताता है कि यहां भ्रष्टाचारियों के मनोबल को बढ़ाने का काम किस प्रकार उच्चस्तर पर हो रहा है, शिकायतकर्ता ने बताया कि जिस अधिकारी ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया, उसका नाम अजय कुमार है और वह असिस्टेट के रुप में कार्यरत है। इधर उस असिस्टेंट के इस हरकत की सोशल साइट पर भी खूब चर्चा चल रही है।

सोशल साइट पर एक तेजतर्रार महिला ने लिखा है कि झारखण्ड लोकायुक्त कार्यालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है, सरकार और उंची पहुंचवाले पदाधिकारियों के खिलाफ आनेवाले शिकायतों/आवेदनों को, अब यहां के लोग दबाने के चक्कर में लग गये हैं। इधर उक्त युवक ने लोकायुक्त कार्यालय रांची में उसके साथ हुए दुर्व्यवहार और बदतमीजी की जानकारी टविटर द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय, सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, सरयू राय, मंत्री, झारखण्ड सरकार को दे दी है।