झारखण्ड के CM रघुवर दास को खुफिया विभाग भी गोमिया उपचुनाव के मुद्दे पर धोखे में ही रखा
गजब है यहां का खुफिया विभाग, जिसे जीतने का दावा करता है, वह तीसरे नबंर पर चला जाता है। आज एक अखबार ने एक रिपोर्ट छापी है। रिपोर्ट में उल्लिखित है कि राज्य के खुफिया विभाग ने गोमिया में भाजपा के जीत का दावा किया था, इस विभाग ने यह भी दावा किया था कि गोमिया में कितना प्रतिशत मतदान होगा, पर जितना मतदान हुआ, वह बता दिया कि खुफिया विभाग का यह भी दावा फेल है।
अब सवाल उठता है कि जहां का खुफिया विभाग एक सामान्य सी जानकारी भी ठीक से नहीं जुटा पाये, जब खुफिया विभाग के दावे फेल हो जाये, तो सरकार किस पर विश्वास करें, इस खुफिया विभाग से तो ज्यादा सटीक हमारा विद्रोही 24.कॉम दे देता है, जिसकी ज्यादातर जानकारियां और समाचार सटीक बैठते है। विद्रोही 24.कॉम ने तो स्पष्ट कर दिया था कि दोनों सीटों पर झामुमो की जीत होगी, और हुई भी यहीं। गोमिया और सिल्ली के मतदाताओं ने झामुमो के प्रत्याशियों को जीत दिला दी।
दरअसल खुफिया विभाग में कार्यरत लोग आम जनता की भावनाओं को समझने में विफल रहते हैं, यहीं नहीं ये लोग कहीं जाते भी नहीं, वे एक जगह बैठकर उन पत्रकारों से संपर्क में रहते हैं, जो किसी न किसी दल से जुड़कर, उनसे लाभ ले रहे होते हैं, ये लाभार्थी पत्रकारों के द्वारा प्रदत्त समाचार को ही सब कुछ समझकर अपने आकाओं तक पहुंचा देते है, जिसका नतीजा सामने है, जबकि पूर्व में ऐसा होता नहीं था।
खुफिया विभाग के लोग पत्रकारों के समाचारों पर भी भरोसा नहीं करते थे, जब तक वे स्वयं इसकी अपनी ओर से जांच न कर लें, पर आज स्थितियां बदली है, सभी को आराम चाहिए, एसी रुम में बैठने की आदत गई है, ऐसे में आपके पास झूठी ही जानकारी पहुंचेगी और जो लोग या सरकार खुफिया विभाग के रिपोर्ट के आधार पर कार्यक्रम मनायेंगे तो अंततः उन्हें निराशा ही हाथ लगेगी, जरुरत है, खुफिया विभाग को नये सिरे से बेहतर बनाने की, नहीं तो जो ये कर रहे हैं, वो सब को पता हैं।