विभिन्न झंझावातों को झेलते www.vidrohi24.com ने पूरे किये अपने एक साल
प्रिय पाठकों,
आज विद्रोही 24.कॉम एक साल का हो गया। हमें खुशी है कि बिना किसी की सहायता और आर्थिक मदद के विद्रोही 24.कॉम ने ये मुकाम हासिल किया। इस एक साल में विद्रोही 24.कॉम को उसकी योग्यता के अनुरुप काफी लोगों ने सराहा। देखते ही देखते सैकड़ों, हजारों और लाखों में इसके पाठक हो गये। इस बीते एक साल में, मैंने देखा कि हमारे पाठकों में हर वर्ग, हर समुदाय के लोग दीखे, कई ने हमारे उपर ठप्पा लगाने की कोशिश की, पर वे असफल रहे।
कई लोग ऐसे भी मिले, जो ये कहते कि वे विद्रोही 24.कॉम नहीं पढ़ते, पर अन्य लोगों से पता चलता कि जो जनाब बोल रहे हैं कि विद्रोही 24.कॉम नहीं पढ़ते, वे ऑफिस पहुंचते ही सबसे पहले कम्प्यूटर खोलकर, यहीं देखा करते कि आज विद्रोही 24.कॉम ने क्या लिखा है? झारखण्ड सरकार के अंतर्गत सक्रिय कई कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी व कर्मचारी तो बिना विद्रोही 24.कॉम पढ़े, चैन से नहीं बैठते। कई अखबारों-चैनलों में इसकी प्रतिदिन चर्चा सामान्य सी बात हैं। यही हमारे पोर्टल की सबसे बड़ी विशेषता है।
ऐसे तो रांची में कई बड़े-बड़े घरानों, अखबारों-चैनलों, धन्ना सेठों के विभिन्न पोर्टल भी चल रहे हैं, जिन्हें भारी संख्या में राज्य सरकार, विभिन्न प्रकार की व्यापारिक संस्थानें, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं का समूह, आईएएस-आईपीएस का समूह समय-समय पर विज्ञापन देकर, उन्हें सीधा लाभ पहुंचाता है, साथ ही वहां कार्यरत पत्रकारों के समूहों को बैकडोर से आर्थिक मदद भी पहुंचाता है।
जिसका फायदा राज्य सरकार, विभिन्न प्रकार की व्यापारिक संस्थानें, राजनीतिक दलों के नेता, आईएएस-आईपीएस का समूह अपने पक्ष में समाचार प्रकाशित-प्रसारित करवाकर उठाते रहते हैं, पर मुझे इस बात का गर्व है कि मेरे पोर्टल के बारे में राज्य सरकार या यहां का कोई व्यक्ति या संस्थान दावा नहीं कर सकता कि उसने हमारे पोर्टल को कोई आर्थिक मदद या विज्ञापन दिया है और न ही विद्रोही 24.कॉम ने प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रुप से इनमें से किसी के पास विज्ञापन मांगने या आर्थिक मदद करने की गुहार लगाई।
हमारे पोर्टल पर जो भी खबरें आई उसकी प्रमाणिकता पर किसी की हिम्मत नहीं हुई, कि वे अंगूली उठा दें। जिन समाचारों को छापने व प्रकाशित करने में अखबारों-चैनलों और अन्य पोर्टलों के संपादकों-पत्रकारों को पसीने छूट जाते, वैसे-वैसे समाचारों को विद्रोही 24.कॉम ने प्रमुखता से स्थान दी, जिसका प्रभाव यह पड़ा कि हमारे समाचारों के आधार पर बहुत लोगों को त्वरित न्याय भी मिला, कई के शिकायतों का त्वरित निवारण भी कर दिया गया तथा कई अखबारों ने अपनी गलतियां सुधारी।
हमारा काम किसी की आलोचना करना या सरकार की आरती उतारना नहीं है, हमारा काम सीधे जनसरोकार से जुड़ा हैं, जो जनसहभागिता से ही संभव हैं। आप हम पर विश्वास करते हैं, यही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है, विश्वास बनाये रखिये, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जैसे ये एक साल नाना प्रकार के झंझावातों को झेलने के बावजूद, बिना किसी की आर्थिक मदद के गुजरें, ठीक उसी प्रकार कोई हमारी मदद करे या न करें, मैं आपके विश्वास को कलंक लगने नहीं दूंगा। आप हम पर पत्रकारिता ही नहीं, किसी भी विषयों को लेकर विश्वास कर सकते हैं।
आप सब के स्नेह का आकांक्षी
वन मैन आर्मी को मेरा सलाम। यूं ही ये सफर चलता रहे, और पीड़ितों को न्याय के साथ मुद्दों को मुकाम मिलता रहे।