राजनीति

झारखण्डी स्वाभिमान की लड़ाई को धार देने के लिए हेमन्त ने बनाया विशेष प्लान

झारखण्ड विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता हेमन्त सोरेन ने, झारखण्डी स्वाभिमान की लड़ाई को धार देने के लिए एक विशेष प्लान पर आज से काम करना प्रारम्भ कर दिया। इसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को तीन सूत्री बातों पर ध्यान देने को कहा है, हेमन्त सोरेन ने आज कार्यकर्ताओं से साफ कहा कि अगर वे चाहते हैं कि राज्य में एक बेहतर शासन व्यवस्था हो, जहां झारखण्ड के आदिवासियों, मूलवासियों और झारखण्ड से प्यार करनेवालों की बात सुनी जाये, तो इसके लिए ज्यादा नहीं, बस तीन सूत्री बातों पर ध्यान देना है, और उसको अमल में लाना है।

हेमन्त सोरेन ने कार्यकर्ताओं से साफ कहा कि आज राज्य की जनता की नजर झारखण्ड मुक्ति मोर्चा पर हैं, उसकी आशा सिर्फ झामुमो पर आकर टिक गई है, और इसके लिए कार्यकर्ताओं को विशेष प्रयास करने की जरुरत हैं, उन्होंने कार्यकर्ताओं को कहा कि अभी आप आराम करना भूल जाये, क्योंकि चुनाव सन्निकट है, 2019 में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव होने हैं, और इसके लिए हमें तैयारी आज से करनी है, अगर हम थोड़ा सा भी विलम्ब करेंगे या सुस्ती दिखायेंगे तो राज्य का नुकसान हो सकता है, और वे नहीं चाहेंगे कि राज्य का नुकसान हो।

हेमन्त सोरेन ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अभी आप तीन सूत्री बातों पर ध्यान दें, उठो, लड़ो और बदलो। उठो का मतलब है कि एक-एक कार्यकर्ता अभी से जग जाये, उसे करना क्या है, उसे समझने की कोशिश करें, समस्याएं अनन्त है और समस्याओं का हल सिर्फ एक है, वह हैं – झामुमो, इस बात को जन-जन तक पहुंचाएं, ऐसे भी ये बात पहुंचाने में आपको कोई दिक्कत नहीं होगी, क्योंकि इस राज्य सरकार ने जनता का विश्वास पूरी तरह से खो दिया है। ऐसे में आपका जनता के बीच जाना और उनके दर्द में हाथ बंटाना, आज की सबसे बड़ी मांग है।

उन्होंने कहा कि लड़ो का मतलब सीधा संघर्ष है, कही भी कोई सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश करे, या गलत करने की कोशिश करे, या सामाजिक समरसता पर चोट पहुंचाने की कोशिश करें या भ्रष्टाचार को बढ़ावा दें, आप संघर्ष करने को तैयार रहे, क्योंकि यहीं संघर्ष झामुमो की ताकत है, हम संघर्ष के कारण ही पूरे राज्य में जाने जाते है, ये झारखण्ड भी संघर्ष का ही परिणाम है, इसलिए, जब आप जगेंगे, लड़ेंगे तो झारखण्ड में बदलाव आना सुनिश्चित है और फिलहाल झामुमो इन्हीं तीन सूत्री कार्यक्रमों को लेकर जनता के बीच जायेगा, सहयोग मांगेगा, लोग सहयोग देने को तैयार भी है, क्योंकि भाजपा के शासनकाल ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा हैं, स्थिति ऐसी है कि लोग चाहते है कि कब चुनाव हो और वे ऐसी सरकार को उखाड़ फेंके।