राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने झारखण्ड के डीजीपी की लगाई क्लास, बढ़ते अपराध पर जताई चिन्ता
झारखण्ड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू राज्य में बढ़ती अपराधिक गतिविधियों को लेकर चिन्तित हैं। आज उन्होंने इस संदर्भ में राज्य के पुलिस महानिदेशक डी के पांडेय एवं अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारीगण को राजभवन बुलाकर कड़ी डांट पिलाई, तथा बढ़ते अपराध पर चिन्ता व्यक्त की, साथ ही विधि व्यवस्था की समीक्षा भी की।
उन्होंने पुलिस महानिदेशक से कहा कि राज्य में बलात्कार, हत्या, सहित अन्य अपराधिक घटना में वृद्धि होना राज्य की बेहतर विधि व्यवस्था के लिए चुनौती है। उन्होंने समीक्षा के क्रम में चन्द्रपुरा बोकारो में घटित बलात्कार की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटना राज्य को शर्मसार करती है। महिला सुरक्षा की दिशा में पुलिस को सक्रियता दिखानी चाहिए, जो दीख नहीं रही।
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने धनबाद हत्याकांड, हुसैनाबाद, पलामू की माया देवी हत्याकांड के साथ-साथ कल मुख्यमंत्री आवास के समक्ष गोली चलने की घटना पर भी चिन्ता व्यक्त की। उनका कहना था कि जब मुख्यमंत्री आवास जैसे अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र में गोली चलने की घटना घट जा रही हैं तो इसी से पता लग जाता है कि लोगों के दिलों में हमारी विधि-व्यवस्था के संदर्भ में क्या धारणा बन रही है।
उन्होंने राज्य में बलात्कार, हत्याकांड जैसे अन्य अपराधों पर शीघ्र नियंत्रण प्राप्त करने के लिए सम्पूर्ण पुलिस महकमा को तत्परता से कार्य करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग अपना खुफिया तंत्र विकसित करे तथा जनता के समक्ष अपना बेहतर छवि प्रस्तुत करें ताकि अपराधियों को पकड़ने में उन्हें जनमानस से अपेक्षित सहयोग मिल सके।
उन्होंने कहा कि राज्य की बेहतर छवि एवं विकास के लिए भयमुक्त एवं अपराधमुक्त समाज का होना नितान्त आवश्यक है, अतः इस दिशा में सभी सक्रियता से कार्य करें। उन्होंने खुंटी तथा कोल्हान क्षेत्र में पत्थलगड़ी पर नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की। इसी बीच पुलिस महानिदेशक ने राज्यपाल को बताया कि चन्द्रपुरा बोकारो बलात्कार कांड के चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्यमंत्री आवास के समक्ष हुए गोलीकांड के एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर पूछताछ किया जा रहा है।