गोमो में हो सकता था, बड़ा ट्रेन हादसा, मौर्य एक्सप्रेस और इएमयू में हो सकती थी टक्कर
कल नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन पर भीषण ट्रेन हादसा हो सकता था, मौर्य एक्सप्रेस और इएमयू एक दूसरे से टकरा सकती थी, ट्रेन बेपटरी हो सकती थी, कई लोग इस हादसे के शिकार हो सकते थे, पर गोमो जंक्शन के स्टेशन मास्टर की बुद्धिमानी ने ऐसा हादसा होने से रुक गया।
दरअसल, ट्रेनयात्री बताते हैं कि कल हटिया से चलकर गोरखपुर को जानेवाली मौर्य एक्सप्रेस गोमो जंक्शन के प्लेटफार्म नं. चार पर खड़ी थी, जबकि गोमो-आसनसोल, इएमयू प्लेटफार्म नं. 3 पर खड़ी थी। इसी बीच मौर्य एक्सप्रेस को गोमो जंक्शन से रवाना करने के लिए सिग्नल ऑन किया गया, जिसे प्लेटफार्म नं. 3 पर खड़े इएमयू के ड्राइवर आर बी सिंह ने अपना सिग्नल समझकर ट्रेन खोल दिया।
इएमयू के स्टेशन से बाहर निकलते देख, स्टेशन मास्टर प्रभात चौधरी ने तीन बार एनाउंस किया, कि इएमयू के ड्राइवर ट्रेन रोके, क्योंकि ये सिग्नल उनका नहीं है, रेलयात्री व रेलकर्मी भी अपनी ओर से प्रयास करने लगे, ट्रेन को रोकने की कोशिश की, तब तक इएमयू के कई बॉगियां प्लेटफार्म छोड़कर आगे निकल पड़ी थी, लेकिन ये अच्छा हुआ कि स्टार्टर सिग्नल के पहले ही इएमयू के ड्राइवर ने शोर सुनकर गाड़ी रोक दी और इएमयू तथा मौर्य एक्सप्रेस के बीच टक्कर होने से बच गई।
लोग बताते है कि ये घटना कल रात दस बजे की है। इस घटना के बाद से ट्रेन करीब 40 मिनट तक रुकी रही। इएमयू के ड्राइवर ने ठीक ही किया कि ट्रेन को स्टार्टर सिग्नल के पहले रोक दिया, नहीं तो क्या होता, इसका अंदाजा लगाया जा सकता था, धन्यवाद स्टेशन मास्टर को जिसने तुरंत एक्शन में आकर, इस दुर्घटना को रोकने में कामयाबी पाई।
स्टेशन मास्टर ने इस घटना की जानकारी अपने उपर के अधिकारियों को दे दी है, संभव है इएमयू के ड्राइवर पर कार्रवाई हो जाये, हालांकि इस पूरे घटना की जांच कराने की भी बात की जा रही है, ताकि दोषियों पर कार्रवाई समुचित ढंग से की जा सकें।