पत्रकार अच्युतानन्द साहू की नृशंस हत्या करनेवाले नक्सलियों ने पत्रकारों को बताया अपना मित्र
लीजिये, छत्तीसगढ़ के नक्सलियों के संगठन, भारत की कम्युनिष्ट पार्टी (माओवादी) के दरभा डिवीजनल कमेटी के सचिव साइनाथ ने 31 अक्टूबर को स्वयं के द्वारा जारी पत्र में दावा किया है कि जिस जगह नक्सलियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई, उस हिंसक झड़प में नक्सलियों को पता ही नहीं था कि दूरदर्शन की टीम भी पुलिस बल के साथ है।
साइनाथ के शब्दों में ‘जबर्दस्ती फायरिंग में अच्युतानन्द साहू का मरना दुख की बात है। हम जानबूझकर पत्रकारों को नहीं मारेंगे। इस घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री, केन्द्रीय प्रचार-प्रसार शाखा मंत्री, पुलिस अधिकारी हमारे पार्टी को बदनाम करने के लिए दूरदर्शन टीम पर माओवादी हमला किया, ऐसे बोलते हुए मीडिया में दुष्प्रचार कर रहे हैं। पत्रकार के लोग, हमारा दुश्मन नहीं हैं, हमारा मित्र है।’
साइनाथ ने लोगों से अपील की है कि वे कभी भी संघर्ष वाले इलाकों में पुलिस के साथ न आये। पत्रकार हो या कर्मचारी अलग-अलग आये। खासकर चुनाव कार्य में लगे कर्मचारी किसी भी परिस्थिति में पुलिस के साथ न आये। नक्सलियों ने वोट के बहिष्कार करने की भी ग्रामीणों से अपील की है। नक्सलियों ने अपने पत्र में छत्तीसगढ़ पुलिस, अर्द्धसैनिक बलों एवं राज्य तथा केन्द्र सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश भी जताया है, नक्सलियों का कहना है कि इनके गलत रवैये के कारण ग्रामीणों में आक्रोश है।