जैसा कि सर्वविदित था हुआ वहीं, BJP MP रवीन्द्र पांडे भी लपेटे में, भाजपा पतन के कगार पर…
जैसा कि सर्वविदित था कि यौन शोषण के आरोपी एवं राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास के खासमखास ढुलू महतो अपना शिकार गिरिडीह के भाजपा सांसद रवीन्द्र पांडेय को बनायेंगे, उसका आज असर भी दिखने को मिल गया, जब भाजपा सांसद रवीन्द्र पांडेय के खिलाफ भी ऑनलाइन यौन शोषण के आरोप की प्राथमिकी कतरास थाने में दर्ज करा दी गई। आपको ज्ञात हो कि एक दिन पहले ही बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो ने प्रेस कांफ्रेस कर, स्वयं के उपर लगे यौन शोषण के लिए रवीन्द्र पांडेय को जिम्मेवार ठहराया था, जबकि भाजपा सांसद रवीन्द्र पांडेय ने इसे बकवास बताया था।
अगर, आज का भाजपा सांसद रवीन्द्र पांडेय के खिलाफ दर्ज कराई गई ऑनलाइन प्राथमिकी को ध्यान से देखें तो आपको साफ पता लग जायेगा कि कल कमला कुमारी द्वारा दर्ज कराई गई ऑनलाइन प्राथमिकी की यह अनुकृति है, केवल आरोपियों के नाम इसमें बदल दिये गये है। इस प्राथमिकी में ढुलू महतो पर यौन शोषण का आरोप लगानेवाली कमला कुमारी के पति राजीव कुमार तथा पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष विनय सिंह का नाम भी शामिल है।
आरोप लगानेवाली महिला का नाम मुन्नी देवी है, जो अपना पता चूना गोदाम के नजदीक, अंगारपथरा नंबर एक, हरिजन बस्ती, कतरासगढ़ बता रही है। इधर भाजपा सांसद रवीन्द्र पांडेय का कहना है कि वे चाहेंगे कि इस लिखित आरोप की जांच धनबाद के एसपी स्वयं करें, सच्चाई खुद ब खुद सामने आ जायेगी, उन्होंने यह भी कहा कि गलत शिकायत करनेवाली महिला के खिलाफ वे जल्द ही मानहानि का मुकदमा दर्ज करेंगे।
इधर सूत्र बता रहे है कि आज गिरिडीह के भाजपा सांसद के खिलाफ की गई यौन शोषण के ऑनलाइन प्राथमिकी की घटना के बाद, अब ऐसे ऑनलाइन प्राथमिकी की बाढ़ आ जायेगी और विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े लोग, स्वार्थवश एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए किसी का भी मान-मर्दन करने से नहीं चूंकेंगे। शुरुआत हो चुकी है, देखिये अभी कितनों का यौन शोषण होता है और कितने लोग उस यौन शोषण की घटना के शिकार होते हैं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि इस प्रकार की घटना को जन्म देने से ऐसा नहीं कि बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो के पापकर्म छूट जायेंगे, जिन्होंने जैसा किया है, उन्हें वैसा प्राप्त होना ही है, चाहे वे जितना भी जोर लगा लें।
इधर राजनीतिक पंडितों का कहना है कि ढुलू महतो-कमला कुमारी प्रकरण से ढुलू महतो व कमला कुमारी का कुछ नहीं बिगड़ा, पर इतना तो तय है कि भाजपा की जो रही-सही इज्जत थी, वो धूल में मिल गई, अब भाजपा को कोई नहीं बचा सकता, आनेवाले समय में जब भी कभी चुनाव होंगे, भाजपा और उनके नेताओं को लोग हिकारत भरी नजरों से ही देखेंगे, और इसके जिम्मेवार होंगे, राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास और इसके प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, जिन्होंने समय रहते, पीड़िता को न्याय नहीं दिलाया और न पार्टी के अंदर पनप रही गंदगियों को रोकने में दिलचस्पी दिखाई।