अमित शाह ने राहुल गांधी को कहा, मोदी पर कितना भी मिट्टी-कीचड़ उछालिये, कोई फर्क नहीं पड़ता
सुप्रीम कोर्ट ने राफेल मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया। इस फैसले की प्रतीक्षा पूरे देश को थी, भाजपा और कांग्रेस की तो सांसे अटकी थी, आज के सुप्रीम कोर्ट के फैसले से भाजपा अतिउत्साहित हैं, कल तक राफेल मुद्दे पर सुरक्षात्मक स्ट्रोक खेल रही भाजपा, अचानक हमलावर हो गई है, भाजपा के अमित शाह लगातार कांग्रेस और राहुल गांधी पर प्रश्नों की बौछार कर रहे हैं। वे राहुल गांधी से पूछ रहे है कि राहुल गांधी बताएं कि राफेल मुद्दे पर जो उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी और सरकार पर जो गंभीर आरोप लगाएं, उसका आधार क्या है?
कौन उन्हें सूचना उपलब्ध कराता था, ये तो देश की जनता भी जानना चाहती है। अमित शाह ने यह भी सवाल दागे कि 2001 में भारतीय वायुसेना ने अपनी जरुरत रखी थी। 2007 से कांग्रेस की सरकार ने सौदा करने की कोशिश की, 2014 तक यह सौदा क्यों नहीं हुआ? कही कमीशन का अमाउंट तय होना तो बाकी नहीं था? अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अब तक जितने सौदे किये, सभी में कमीशनखोरी की जगह रखी गई, पर नरेन्द्र मोदी की सरकार ने गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट इसे डील की, इस डील में बिचौलियों के लिए कोई जगह ही नही थी। इस सरकार ने पारदर्शी तरीका स्वीकारा, पर कांग्रेस ने कभी क्वात्रोची तो कभी मिशेल को मौका दिया और जब गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट डील हो रही हो तो उसी पर सवाल उठा रही है।
अमित शाह ने पत्रकारों से कहा कि सर्वोच्च न्यायालय अखबारी समाचारों और बनाये गये परसेप्शन के आधार पर फैसला नहीं सुना सकती, सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार किया है कि इस सौदे में किसी को भी आर्थिक फायदा पहुंचाने का कोई तथ्य सामने नहीं आया है, इसलिए राहुल गांधी को देश और सेना से माफी मांगने चाहिए, क्योंकि उन्होंने सेना के जवानों के अंदर संदेह पैदा करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मोदी सरकार पर आरोप लगा रहे थे कि अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया, सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने उनके आरोपों का जवाब दे दिया है।
उन्होंने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है कि खुद को सबसे पुरानी पार्टी कही जानेवाली कांग्रेस ने झूठ का सहारा लेकर पूरे देश को गुमराह करने का काम किया। सुप्रीम कोर्ट का आज का फैसला ऐसी राजनीति करनेवालों के मुंह पर करारा तमाचा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अंदर अलग-अलग दायर की गई चार याचिकाओं में निर्णय प्रक्रिया, कीमत का मुद्दा और ऑफसेट पार्टनर पर सवाल उठाये गये थे, इन तीनों मुद्दों पर चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच ने अपना आदेश सुना दिया है। सर्वोच्च न्यायालय ने एयरक्राफ्ट की गुणवत्ता और उसकी सामरिक आवश्यकता को भी स्वीकारा है। अमित शाह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करनेवाले अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा जैसे नेताओं को कांग्रेस की बी टीम बताया, तथा कांग्रेस को चुनौती दी कि वे तथ्य लेकर आये और सदन में चर्चा करें।
उन्होंने राहुल गांधी को कोट करते हुए कहा कि सूरज के सामने कितनी भी मिट्टी उछाल दें, कीचड़ उछाल लें, वह खुद पर गिरती है। राफेल मुददे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला इस बात का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कितना भी शोर मचा लें, देश की जनता कभी नहीं मानेगी कि देश का चौकीदार चोर है, उन्होंने कहा कि चुनाव में हार-जीत, लाभ-हानि अलग बात है, पर देश की सुरक्षा को लेकर इस प्रकार की राजनीति घातक है, इसलिए राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।