अपराध

थाने में बैठ CM के एक खास BJP नेता ने पुलिस को मारने तथा सब कर्म करने की धमकी तक दे डाली

भाई हम भाजपा नेता है, हमारे खिलाफ कोई भी व्यक्ति, मुझे आइना दिखाने का काम या हमारे खिलाफ कोई भी टिप्पणी कैसे कर सकता है? और जो ऐसा करेगा, उसके खिलाफ अब तक पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं किया? प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं की और जो पुलिस भाजपा के कहने पर काम नहीं करेगा, वो धनबाद में चैन से कैसे रह सकता है?

ये लिखने की आवश्यकता इसलिए पड़ गई कि बात ही कुछ ऐसी है। घटना धनबाद के कुमारडूबी थाने की है। थाने में पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेत्री अपर्णा सेन गुप्ता, धनबाद भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, भाजपा नेत्री अनिता गोराई और भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य तथा चिरकुंडा मंडल भाजपा प्रभारी संजय सिंह अपने समर्थकों के साथ बैठे हैं।

जरा देखिये भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य तथा चिरकुंडा मंडल भाजपा प्रभारी संजय सिंह कैसे कुमारडूबी थाने में बैठकर, पुलिस को ही धमका/गलिया रहे हैं और पुलिस चुपचाप बैठकर उसके आपत्तिजनक बातों को सुनने के बावजूद कुछ भी एक्शन लेने से डर रही हैं, जरा देखिये संजय सिंह ने क्या कहा है वो पुलिस को ही कहता है कि “हमलोग आपको मारेंगे, भाजपा नेता इतना कमजोर नहीं है, आज सब कर्म करेंगे।“

अब सवाल है कि एक भाजपा नेता को इतनी हिम्मत कहां से हो गई कि वो पुलिस थाने में बैठकर पुलिस को ही धमकी दे डाले और यहा तक कह दें कि वह पुलिस का सब कर्म कर देगा, ये सब कर्म क्या होता है? क्या राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास या झारखण्ड के पुलिस महानिदेशक या गृह सचिव बतायेंगे कि सब कर्म करने की जो धमकी भाजपा नेता दे रहा है, वह सब कर्म क्या होता है? क्या राज्य की पुलिस सब कर्म करवाने को उक्त भाजपा नेता से तैयार है?

सूत्र बताते है कि मैथन के गोगना निवासी अनिल राय ने अपने फेसबुक एकाउंट पर लिखा था कि “जब कोई नॉनवेज से दूर रहने का उपदेश देने वाला संत आदमी केएफसी में बटर चिकेन खाने जाता है, तो वह अपर्णासेन गुप्ता और अनिता गोराई कहलाता है।” इसी बात को लेकर भाजपा पिछड़ा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष सह सांसद प्रतिनिधि संजय महतो ने शनिवार को निरसा थाने में और एग्यारकुंड भाजपा युवा मोर्चा प्रखंड अध्यक्ष अभिषेक सिंह ने मैथन ओपी में लिखित शिकायत की थी, जिसकी जांच पड़ताल पुलिस इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी सुषमा कुमारी ने प्रारंभ कर दिया था। स्थानीय भाजपा नेताओं को इस बात की आपत्ति थी कि अभी तक वह व्यक्ति क्यों नहीं गिरफ्तार हुआ, जिसने ऐसा लिखा।

सवाल उठता है कि अगर कोई व्यक्ति गलत करता है, तो उसके लिए कानून है, कानून अपना काम करेगा, पर  भाजपाइयों को थाने में बैठकर, वह भी अपने वरीय नेताओं और समर्थकों के सामने, पुलिस को ही गाली देने तथा उसे धमकी देने का अधिकार किसने दे दिया? क्या स्थानीय पुलिस भाजपा के उस नेता के खिलाफ कार्रवाई करेगी, जिसने पुलिस को खूलेआम चुनौती दी कि वह पुलिस को ही मारेगा, सब कर्म कर देगा या वो अपनी ताकत, गरीबों और मजलूमों पर ही सिर्फ दिखायेगी? क्या वह अपने स्वाभिमान तथा वर्दी की सम्मान की रक्षा के लिए ऐसे भाजपाइयों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर, कानूनी कार्रवाई करेगी, जिसने थाने में बैठकर, पुलिस को मारने तथा सब कर्म करने की धमकी दे डाली, या अन्य मामलों की तरह इसे भी दबाने में लग जायेगी?