राज्य के होनहार CM का ऐलान, मॉल और डिपार्टमेंटल स्टोर में मिलेंगी शराब, पियक्कड़ों में भारी उत्साह
झारखण्ड के होनहार मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ऐलान कर दिया है कि अब मॉल और डिपार्टमेंटल स्टोर में भी शराब मिलेगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास के इस ऐलान से पियक्कड़ों में भारी उत्साह है। कई पियक्कड़ों का कहना है कि इससे उनके सम्मान की रक्षा होगी, क्योंकि शराब के दुकानों में जाकर शराब खरीदने से उनके सम्मान पर बट्टा लगने का खतरा होता था, अब तो जब मॉल या डिपार्टमेंटल स्टोर में शराब की उपलब्धता रहेगी तो उनके सम्मान को खतरा नहीं पहुंचेगा।
वे आराम से मॉल या डिपार्टमेंटल स्टोर में जायेंगे, शराब की बोतल खरीदेंगे, अपने थैले में डालेंगे और चल दिया करेंगे। पूर्व में जो पैसे देकर, दूसरे से मंगाने में दोतरफा जेब कटने का जो खतरा होता था, अब वह समाप्त हो जायेगा, राज्य में एक नया क्रांतिकारी परिवर्तन होगा, लोग अच्छे नागरिकों की तरह शराब की खरीद-बिक्री करेंगे, तथा उसका लाभ उठायेंगे।
कई पियक्कड़ों ने विद्रोही24.कॉम को अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को, अपने राज्य के होनहार मुख्यमंत्री रघुवर दास से सीख लेनी चाहिए, कि शराब कैसे बेची जाये और उसका फायदा कैसे जन-जन तक पहुंचाया जाये, कई पियक्कड़ों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास के इस क्रांतिकारी सोच का हृदय से अभिनन्दन किया है।
कई पियक्कडों का कहना था कि राज्य सरकार ने बड़े पियक्कड़ों का तो ध्यान रखा, पर छोटे और गरीब पियक्कड़ों का ध्यान ही नहीं रखा, राज्य सरकार को छोटे और गरीब पियक्कड़ों पर भी ध्यान रखना चाहिए था, अच्छा रहता कि गरीब पियक्कड़ों के लिए जनवितरण प्रणाली की दुकानों पर इसकी व्यवस्था हो जाती, इससे उन्हें शराब खरीदनें में सुविधा हो जाती तथा माल पक्का है, इसकी गारंटी भी मिल जाती, इन गरीब पियक्कड़ों का कहना है कि देर-सबेर उनके होनहार मुख्यमंत्री को अवश्य ज्ञान प्राप्त होगा और वे इसकी व्यवस्था जल्द सुनिश्चित करायेंगे, ऐसा उन्हें विश्वास है।
दूसरी ओर एक ऐसा वर्ग भी है, जो इस निर्णय की कड़ी आलोचना कर रहा है, धनबाद के वरिष्ठ समाजसेवी विजय झा कहते है कि वाह क्या खूब निर्णय है, राज्य के 6500 स्कूल का विलय और गली-गली में शराब बिक्री केन्द्र, क्या विकास का खाका खींचा जा रहा है। धन्य है सरकार, पता नहीं वह किस विकास की ओर, झारखण्ड को ले जाना चाहती है…। होशियार, बच्चों को अनपढ़ और नशे में धुत्त रखने की साजिश रची जा रही है।
भाजपा के ही वरिष्ठ नेता हरि प्रकाश लाटा ने कहा कि एक ओर कई प्रदेश शराबबंदी की घोषणा कर रहे हैं, और कहां अपने राज्य में मॉल और डिपार्टमेंटल स्टोर में शराब बेचने की कवायद चल रही है, ये सरासर गलत है, इसे कोई भी सही नहीं ठहरा सकता, सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए, और शराबबंदी की ओर कदम बढ़ाना चाहिए, ताकि गरीब-गुरबों का जीवनस्तर सुधारने में मदद मिले, राजस्व बढ़ाने के और भी कई उपाय है, जरा उस ओर भी ध्यान दें, पता नहीं सरकार को सुझाव देनेवाले कैसे-कैसे लोग मिल रहे हैं, जिन्हें पता ही नहीं कि आनेवाले समय में इसका सरकार और संगठन पर क्या दुष्प्रभाव पड़ेगा?
इधर इन सबसे बेखबर राज्य सरकार ने बुधवार को अपने कैबिनेट के फैसले में शराब बिक्री की पुरानी प्रणाली को लागू करने के साथ-साथ, देसी शराब बनाने उसकी बॉटलिंग करने से संबंधित नियम में परिवर्तन कर दिया, अब कोई भी व्यक्ति राज्य में देसी और मसालेदार शराब के लिए अपना प्लांट लगा सकता है, पूर्व में जो बिक्री के लिए क्षेत्र निर्धारित था, उस क्षेत्र के प्रतिबंध को भी समाप्त कर दिया गया है, यानी शराब को जन-जन तक पहुंचाने के लिए झारखण्ड में इस बार राज्य सरकार ने बेहतर व्यवस्था कर दी है, कल ‘उड़ता पंजाब’ की तरह ‘हिलता झारखण्ड’ दिखाई पड़ें तो इसमें अब आश्चर्य करने की कोई जरुरत नहीं, क्योंकि हमारे होनहार मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संकल्प कर लिया है कि राज्य को न्यू झारखण्ड में तब्दील कर देना है, अर्थात् पियो झारखण्ड, जियो झारखण्ड।