महागठबंधन में नेतृत्व को लेकर JVM में भूचाल, हेमन्त की जगह बाबू लाल कार्यकर्ताओं की पहली पसंद
आज अखबारों और चैनलों पर आये खबर कि “महागठबंधन हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा और झारखण्ड के अगले सीएम हेमन्त सोरेन होंगे” ने झारखण्ड विकास मोर्चा के नेताओं व कार्यकर्ताओं को भारी निराशा पहुंचा दी। झाविमो के नेता व कार्यकर्ता इस बात को मानने को तैयार ही नहीं कि उनके नेता बाबू लाल मरांडी ने ऐसी सहमति दी होगी।
जमशेदपुर में तो झारखण्ड विकास मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव अभय सिंह ने बजाप्ता प्रेस कांफ्रेस कर दी और उस प्रेस कांफ्रेस में स्पष्ट रुप से कह दिया कि ये सब मीडिया के दिमाग की उपज है, सफेद झूठ है। अभय सिंह का कहना था कि महागठबंधन को लेकर नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन के आवास पर बैठक जरुर हुई, पर किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जायेगा, इस पर कोई सहमति नहीं बनी, मीडिया में जो भी खबर आ रही है, वह सभी भ्रामक है।
अभय सिंह का कहना था कि खबरे तोड़-मरोड़ कर पेश की गई। उनका यह भी कहना था कि झारखण्ड विकास मोर्चा की ओर से इस पर अब तक कोई विचार भी नहीं किया गया है, जब तक पार्टी की अपने कार्यकर्ताओं के साथ आंतरिक बैठक कर इस बात पर सहमति न बन जाये, तब तक इस बात को मानने का सवाल ही नहीं उठता।
अभय सिंह के इस बयान ने महागठबंधन के कल की बैठक को लेकर सवालिया निशान लगा दिया है। इधर झारखण्ड विकास मोर्चा की केन्द्रीय प्रवक्ता सुनीता सिंह ने सोशल साइट के माध्यम से बड़ी ही भावुक प्रतिक्रिया दी है, सुनीता सिंह ने बाबू लाल मरांडी की तस्वीर लगाकर लिखा है “झारखण्ड को आपकी जरुरत है।”
इधर झारखण्ड विकास मोर्चा में कई नेता व कार्यकर्ता ऐसे भी मिले, जो आज अखबारों में प्रकाशित खबरों को लेकर यह भी बयान दिया कि झारखण्ड में वर्तमान राजनीति को देखते हुए बाबू लाल मरांडी जैसा त्यागी व बलिदानी व्यक्ति होना नामुमकिन है, जिन्होंने समय-समय पर इस प्रकार का ऐसा निर्णय लिया, जो झारखण्ड व जनहित में रहा, ऐसा विरले देखने को मिलता है, अगर बाबू लाल मरांडी ने सचमुच अगर स्वीकृति दे दी है, तो फिर आगे इस पर कोई सवाल ही नहीं उठता।